गुरुवार, 20 दिसंबर 2012

रोग की पहचान के लिए वेगाटेस्ट

वेगाटेस्ट एक कंप्यूटराइज्ड इलेक्ट्रो डर्मल स्क्रीनिंग (सीईडीएस) मशीन है। मूलतः एक्युपंक्चर के सिद्घांत पर काम करने वाली यह मशीन विभिन्ना रोगों के कारण और उनका उपचार भी सुझाती है। एक बैंक मैनेजर को एकाएक दोनों लोअर लिंब्स में कमजोरी की शिकायत हुई। समस्या बढ़ने पर कई तरह के उपचार के बाद वेगाटेस्ट के जरिए जांच में सामने आया कि लिंब्स में कमजोरी का कारण मस्कुलर है, जिसकी वजह मर्करी टॉक्सिसिटी है। परीक्षण के दौरान पाया गया कि मरीज के दांतों में मर्करी फिलिंग्स हैं और चिकित्सक ने इसे हटाने की सलाह दी। कुछ समय बाद मरीज को गंभीर किडनी और लीवर इंफेक्शन की समस्या हुई, जिसकी वजह पुनः मर्करी इनटाक्सिकेशन पाई गई, जो कि मरीज के दांतों से मर्करी फिलिंग्स न हटाने की वजह से हुई। इसी तरह के कई अन्य केस हैं, जिसमें एक्युपंक्चर के सिद्घांत पर काम करने वाली मशीन रोग की पहचान और उसका निदान सुझाती है। इस मशीन की सहायता से एक एक्युपंक्चर पाइंट से ३,००० से भी ज्यादा एलर्जी टेस्ट किए जा सकते हैं। इस तरह से फंक्शनल गड़बड़ियों को जांचते हुए वेगाटेस्ट यह भी बताता है कि कौन सी थैरेपी मरीज के लिए सबसे बेहतर हो सकती है।

क्रानिक बीमारियों के कई कारण हैं, जिसमें बैक्टीरियल, फंगल, वाइरल के अलावा विभिन्ना कारकों से एलर्जी, मेटल टाक्सिसिटी, जियोपैथी स्ट्रेस, साइको स्ट्रेस, हार्मोनल असंतुलन और किसी पोषक तत्व की कमी भी बड़ी भूमिका रखती है। इसके अलावा इलेक्ट्रो-मैग्नेटिक प्रदूषण भी एक बड़ा कारण है, जिसकी जांच वेगाटेस्ट के द्वारा ही संभव है। इस मशीन से जांच के दौरान कोई एक्युपंक्चर पाइंट चुना जाता है और इसे पेन इलेक्ट्रोड से स्पर्श किया जाता है। यह इलेक्ट्रोड बीमारी की सूचना और इसके कारण तुरंत मशीन तक ले जाती है(डॉ. निलेश पटेल,सेहत,नई दुनिया,दिसम्बर,2012 प्रथमांक)।

7 टिप्‍पणियां:

  1. पर ये मशीन हर अस्पताल में उपलब्ध होगी भी या नहीं....

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  2. ब्लॉग में प्रकाशित सभी लेख ज्ञानवर्धन के साथ-साथ लाभकारी और उपयोगी पोस्ट हैं। रोगी को चाहिये कि नुस्खे का उपयोग और प्रयोग से लाभ होता है तो हमे इसके लाभ के प्रति विश्वास दिलाने के लिये अपना अनुभव जरूर शेयर करें।

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