नारायण हृदयालय हॉस्पिटल्स की ऐसी चेन बना रहा है, जिसमें दुनिया में सबसे कम कॉस्ट में हार्ट सर्जरी होगी। नारायण हृदयालय की पहचान लो-कॉस्ट कॉर्डिक केयर वाले हॉस्पिटल के तौर पर रही है। वह हॉस्पिटल्स चेन में कंस्ट्रक्शन टेक्नीक्स से लेकर पोस्ट-ऑपरेटिव केयर के लिए कई तरह के इनोवेशन कर रहा है। इससे ओपन हार्ट सर्जरी महज 65,000 रुपए में की जा सकेगी। यह कॉर्पोरेट हॉस्पिटल्स में आने वाले खर्च का एक-चौथाई है।
बेंगलुरु के इस हॉस्पिटल्स ने अगले 7 साल में 5 लाख से 10 लाख की आबादी वाले देश के 100 शहरों में हॉस्पिटल्स खोलने का टारगेट रखा है। मैसूर स्थित पहला मल्टिस्पेशिऐलिटी हॉस्पिटल इस हफ्ते खुल जाएगा। इसमें कर्नाटक सरकार की 26 फीसदी हिस्सेदारी है। नारायण हृदयालय के प्रपोज्ड हॉस्पिटल्स के खुलने से सस्ते इनोवेशन के रूप में इंडिया की धाक और बढ़ेगी। टाटा मोटर्स की नैनो कार, अरविंद केयर सिस्टम, जयपुर फुट प्रोस्थेटिक और बेंगलुरु में नारायण हृदयालय सस्ते इनवेशन की मिसाल हैं।
200 बेड वाले 1.5 लाख वर्ग फुट के नारायण हृदयालय हॉस्पिटल को 45 करोड़ रुपए में बनाया गया है। यह इसी तरह के दूसरे मल्टिस्पेशिऐलिटी हॉस्पिटल से 80 फीसदी सस्ता है। नारायण हृदयालय के फाउंडर देवी प्रसाद शेट्टी ने कहा, 'चैरिटी सस्टेनबल नहीं होती। इसके लिए बिजनेस मॉडल होना चाहिए। इनोवेशन को सस्ता होना चाहिए।'
नारायण हृदयालय हॉस्पिटल्स में सीनियर वाइस प्रेज़िडेंट, स्ट्रैटिजी ऐंड प्लानिंग वीरेन प्रसाद शेट्टी ने बताया, 'यह जितना कम से कम हो सकता है, उतना कम है। हमने इस सिस्टम में हर मुमकिन कटौती की है। वीरेन देवी शेट्टी के बेटे हैं। उन्होंने स्टैनफोर्ड ग्रैजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस से पढ़ाई की है। हेल्थकेयर मुहैया कराने वाली इकाइयों के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर की ज्यादा कॉस्ट बड़ी बाधा है। इसकी लागत कम करने के लिए नारायण हृदयालय मैसूर फसिलिटी को स्टार्टअप की तरह चला रहा है।
वीरेन शेट्टी कहते हैं, 'हमाराकॉन्सेप्टरोजानाप्रॉफिट ऐंड लॉस अकाउंटबनाने का है।' भारत में हर साल 25 लाख हार्ट सर्जरी की जरूरतहोती है, जबकिइनमें से सिर्फ 90,000 ही मुमकिन हो पाती हैं। मौजूदा आबादी की जरूरतों को पूरा करने के लिए देश को 30 लाख और बेड की जरूरत है। अगले 5 साल में छोटे और मझोलेशहरों में नारायण हृदयालय की 30,000 बेड और बढ़ाने की योजना है। सस्ती हेल्थकेयर फसिलिटीदेने वाले वात्सल्य हॉस्पिटल्स के को-फाउंडर और सीईओअश्विननायक ने बताया कि अरविंद केयर सिस्टम और नारायण हृदयालय का लो कॉस्ट सेवाएंशुरू करने का इतिहास रहा है(पीरजादा अबरार,मैसूर की रिपोर्ट आज के नभाटा में)।
ये तो बहुत बढिया जानकारी है…………आभार
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी जानकारी...
जवाब देंहटाएंखुश खबरी...
सादर
अनु
बहुत ख़ूब!
जवाब देंहटाएंशायद इसे पसन्द करें-
कवि तुम बाज़ी मार ले गये!
शानदार लेखन,
जवाब देंहटाएंजारी रहिये,
बधाई !!!
ऐसे लोग और ऐसे अस्पताल देश के हर नगर में हो जाए तो लोग सरकारी अस्पताल और निजी अस्पतालों में जाना भूल जायेंगे.
जवाब देंहटाएंलाभ प्रद बहुत उपयोगी जानकारी,,,,,
जवाब देंहटाएंrecent post : समाधान समस्याओं का,
बहुत उपयोगी जानकारी...
जवाब देंहटाएंsundar jaankari
जवाब देंहटाएंलगभग चार साल पहले दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल ने बाइपास सर्जरी का खर्च घटाकर 30000 रुपये कर दिया था...हालांकि सरकारी असप्ताल वाली सारी कमियां यहां मौजूद है..। जैसे कि इसी अस्पताल के एक विशेषज्ञ सर्जन स्टेम सेल की कालाबाजारी के आरोप में घिरे थे जिनपर जोरदार छापा भी पड़ा था..यानि कुल मिलाकर यही कि अगर ईमानदारी से इलाज की सुविधा मुहैया कराने की कोशिश की जाए तो काफी खर्च कम हो सकता है।
जवाब देंहटाएंबेहतरीन लेख 🙏🙏🙏🙏
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