सोमवार, 9 जुलाई 2012

बच्चे के जन्म के बाद वज़न से निज़ात कैसे पाएं?

करिश्मा कपूर, जेसिका अल्बा, सपना कुमार, लारा दत्ता और अब शिल्पा शेट्टी, ये कुछ ऐसी यमी ममीज हैं, जो बेबी होने के कुछ दिनों बाद ही ओरिजनल बॉडी शेप में लौट आईं। यही वजह है कि तमाम महिलाएं अब इनसे प्रेग्नेंसी के बाद फिट रहने का सबक सीख रही हैं : 

बेबी का उनकी लाइफ में आना महिलाओं को जितना एक्साइट करता है, उतनी ही टेंशन उनको प्रेग्नेंसी के बाद अपने फिगर की रहती है। दरअसल, प्रेग्नेंसी के बाद उनका वजन इतना बढ़ जाता है कि इस स्टेज को वे अपनी खूबसूरती का एंड ही मान लेती हैं। 

हालांकि पिछले कुछ समय में बॉलिवुड की तमाम ऐक्ट्रेस ने इस मिथ को तोड़ा है। शिल्पा शेट्टी और लारा दत्ता तो इस बात के हालिया उदाहरण हैं, लेकिन उनसे पहले मलाइका अरोड़ा, सोनाली बेंद्रे, ट्विंकल और करिश्मा कपूर ने प्रूव किया है कि अगर महिलाएं चाहें तो डिलिवरी के बाद भी सेक्सी फिगर मेनटेन रख सकती हैं। यही वजह है कि अब बाकी महिलाएं भी उनकी तरह बनने का सपना देख रही हैं। 

कैसे हो मुमकिन 
गायनकॉलजिस्ट डॉ. अनिता सोनी कहती हैं, 'डिलिवरी के 40 दिन बाद ही किसी महिला के लिए नॉर्मल शेप में लौटना पॉसिबिल है। ऐसा नहीं है कि हॉस्पिटल से आते ही वह एक्सर्साइज पर जुट जाए या डायटिंग करने लगे, बल्कि अपनी बॉडी को समझते हुए लाइट वर्कआउट शुरू कर देना चाहिए। इसमें ब्रिस्क वॉक से लेकर लाइट जॉगिंग तक चलेगी।' 

अगर आपका बेबी आपको रात भर जगाए रखता है और इस वजह से आप रात को सो नहीं पाती हैं, तो और कुछ नहीं तो, दिन में कम से कम आधा घंटा ब्रिस्क वॉक जरूर करें। डॉ. अनीता बताती हैं, 'डिलिवरी के शुरू के तीन महीनों में महिला की बॉडी का बेसल मेटाबॉलिक रेट (बीएमआर) हाई रहता है, जिस वजह से उस दौरान वेट घटाना सबसे आसान होता है। इसलिए अगर इन दिनों का फायदा उठा लिया जाए, तो बाद में इसे मेनटेन करना मुश्किल नहीं होता।' 

पहले ही रहें कॉन्शस 
डॉ. सोनी की मानें, तो प्रेग्नेंसी के दौरान महिला का 12 किलो के करीब वेट गेन करना नॉर्मल है। यह ज्यादा से ज्यादा 15 किलो तक बढ़ सकता है, लेकिन इससे ज्यादा कतई नहीं। हां, अगर महिला मोटी हैं, तो इसमें हम 6 किलो की गुंजाइश और रख सकते हैं। 

गायनकॉलजिस्ट डॉ. बिंदु बलानी कहती हैं, 'बच्चे को जन्म देने के साथ ही आपके लिए तुरंत 6 किलो वजन घटाना आसान होता है। दरअसल, बेबी, प्लेसेंटा और लिक्विड मिलाकर तकरीबन इतना वेट होता ही है। यानी 10 से 20 फीसदी वेट फ्लुइड के रूप में डिलिवरी के बाद बॉडी से बाहर निकल आता है।' 

यही वजह है कि प्रेग्नेंसी के बाद के कुछ दिनों में वजन आसानी से कम होता है, इसलिए वॉकिंग या जॉगिंग से आप इससे निजात पा सकती हैं। वहीं, प्रेग्नेंसी के बाद अगर आप अपनी बॉडी को मेनटेन करने के लिए एक्सर्साइज नहीं करेंगी, तो आपका वेट तेजी से बढ़ेगा और थोड़े दिनों में आप काफी मोटी हो सकती हैं। 

डाइट का ध्यान 
वैसे अगर प्रेग्नेंसी के दौरान आप हेल्दी डायट लेंगी, तो आपका वजन इतना बढ़ेगा भी नहीं। दरअसल, प्रेग्नेंसी टाइम में महिलाओं को खूब कैलरीज व फैट्स वाली डायट दी जाती है। इनमें नट्स से लेकर घी से बनी मिठाइयां तक होती हैं। पहले के टाइम में यह ठीक था, लेकिन अब उतनी फिजिकल ऐक्टिविटी ना होने से महिलाओं का वजन बढ़ने लगता है। हालांकि, इस मामले में ज्यादा कुछ किया भी नहीं जा सकता, क्योंकि आज भी प्रेग्नेंट लेडी को क्या खिलाना है और क्या नहीं, यह जिम्मेदारी पूरी तरह घर की बड़ी महिलाओं पर होती है और उनसे पुराने रिवाज छूटते नहीं हैं। 

फोकस बनाए रखें 
अगर आप वाकई वजन कम करना चाहती हैं, तो ध्यान रख कि हर सिचुएशन में आपको अपने वेट लॉस रिजीम पर फोकस बनाए रखना है। डॉ. बिंदु कहती हैं, 'वेट लूज न होने की ज्यादा प्रॉब्लम केवल उन महिलाओं को आ सकती है, जो पॉली-सिस्टिक ओवरियन डिजीज (पीसीओडी) या थॉयरॉइड की प्रॉब्लम से गुजर रही हैं। वरना यह मुश्किल नहीं है।' डॉ. अनीता के मुताबिक, नॉर्मल डिलिवरी होने पर आप 10 दिन बाद ही ब्रिस्क वॉक कर सकती हैं। अगर आपकी तकरीबन 20 दिन की प्री-प्रेग्नेंसी है, तो आप 20 दिन में ही नॉर्मल रुटीन में आ सकती हैं। और अगर बच्चा सिजेरियन से हुआ है, तो आप 40 दिन में एक्सर्साइज करना शुरू कर सकती हैं। हालांकि डॉ. बिंदु हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होते ही पेल्विक फ्लोर एक्सर्साइज शुरू कर देने की सलाह देते हैं।

वैसे, बेबी बर्थ के दौरान बॉडी से कैल्शियम और न्यूट्रिशंस निकल जाते हैं, इसलिए इस समय आपको अपनी स्ट्रेंथ को रीगेन करने पर भी ध्यान देना होगा। फिटनेस एक्सपर्ट लीना मोंगरे कहती हैं, 'प्रेग्नेंसी को हर महिला अलग तरीके से फेस करती है, एक्सर्साइज करने से पहले डॉक्टर्स की सलाह जरूर लें। वैसे, पोस्ट-प्रेग्नेंसी वेट लॉस इस बात पर भी डिपेंड करता है कि प्रेग्नेंसी के दौरान आपने अपनी केयर कैसे की है।' 

टेक केयर 
- प्रेग्नेंसी के दौरान आपने कितना वेट गेन किया, यह वजन घटाने के दौरान बेहद मायने रखता है। 

- कोई भी वर्कआउट बिना डॉक्टर की इजाजत के न करें। 

- डायटिंग से बचें। वरना पीठ और दूसरी जगहों पर दर्द की शिकायत हो सकती है। 

- जबर्दस्ती एक्सर्साइज न करें। डिलिवरी के बाद पूरी बॉडी पर असर पड़ता है, इसलिए इस समय आपको सही रेस्ट की जरूरत होती है। 

- वेट लूज करने के लिए बच्चे को ब्रेस्ट फीड कराना बंद न कर दें। दरअसल, यह दूध बच्चे के इम्यून सिस्टम को स्ट्रॉन्ग बनाता है। 

जानें ये मिथ्स 
- प्रेग्नेंसी के दौरान डबल डायट लेने का कॉन्सेप्ट गलत है। 

- बेबी के होने के बाद ब्रेस्ट फीडिंग के नाम पर आपको दो लोगों की डायट नहीं लेनी है। दरअसल, आपके बच्चे को बस 500 कैलरीज की जरूरत होती है, जो आप सिंगल हेल्दी डायट लेकर भी उसे दे सकती हैं। 

- बच्चे के पैदा होने के बाद पेट को शेप में लाने के लिए इस पर धोती बांधने से कुछ नहीं होता। यह केवल लूज स्किन और फैट को होल्ड करने में कुछ हद तक आपके काम आ सकता है(नभाटा,दिल्ली,5.7.12)।

8 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत बढ़िया जानकारी.....
    समय पर वज़न कम नहीं किया तो बड़ी समस्याएं घेर लेती हैं स्त्रियों को.
    शुक्रिया
    सादर
    अनु

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  2. अच्छी प्रस्तुति |

    बहुत बहुत बधाई इस प्रस्तुति पर ||

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  3. काश यह जानकारी सालों पहले मिल गई होती !

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  4. अच्छी जानकारी .
    लेकिन यहाँ फ़िल्मी सितारों को छोड़कर ज्यादातर महिलाएं पहले से ही बेडौल होती हैं .

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  5. अच्छी जानकारी .
    लेकिन यहाँ फ़िल्मी सितारों को छोड़कर ज्यादातर महिलाएं पहले से ही बेडौल होती हैं .

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  6. बहुत सी महिलाओं के लिए समस्या बन जाता है यूँ बढ़ा हुआ वेट..... बहुत काम की जानकारी

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