हाल ही में हुए एक शोध के मुताबिक गर्भावस्था में माँ को बुखार आने से बच्चे को ऑटिज़्म (बाधित मानसिक विकास) होने का खतरा होता है। इसी के साथ बच्चा कई तरह से शारीरिक विकास में भी पिछड़ जाता है। यद्यपि अभी इसका कारण नहीं खोजा जा सका है कि बुखार की वजह से ऑटिज़्म का जोखिम होने के क्या कारण हैं लेकिन सभी गर्भवती महिलाओं को किसी कारण से बुखार आने पर घबराने की भी ज़रूरत नहीं है।
गर्भवती महिलाओं को कई कारणों से बुखार आ सकता है लेकिन बुखार उतारने के लिए किए गए उपायों के कारण ऑटिज़्म का जोखिम भी जाता रहता है। यूएस सेंटर्स फॉर डिसीज़ कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक अमेरिका में हर ८८ वाँ बच्चा ऑटिज़्म का शिकार हो जाता है। ऑटिज़्म की समस्या से पीड़ित बच्चा सामाजिक व्यवहार एवं संप्रेषित करने में कमज़ोर होता है। वह दूसरों से संवाद स्थापित नहीं कर पाता। युनिवर्सिटी ऑफ केलिफोर्निया, अमेरिका के शोधकर्ता डेविस ने ११०० बच्चों की माताओं का अध्ययन किया जिन्हें गर्भधारण की अवधि में फ्लू हुआ था या किसी अन्य वजह से बुखार आया था। इनमें ऑटिज़म के शिकार बच्चों तथा सामान्य बच्चों की माताएंँ शामिल थीं। अध्ययन में यह भी जानकारी ली गई कि बुखार के इलाज के लिए कौन सी औषधियाँ ली गईं थीं। इस शोध अध्ययन के नतीजे जर्नल ऑफ ऑटिज़्म एंड डेवलपमेंटल डिस्आर्डर नामक पत्रिका में प्रकाशित हुए थे।
नतीजों से प्राप्त नए आँकड़ों के मुताबिक जिन महिलाओं को गर्भधारण के दौरान बुखार आता है उनके बच्चों को ऑटिज़्म होने का जोखिम दो गुना हो जाता है। इसी के साथ अन्य शारीरिक विकास भी प्रभावित होता है। अध्ययन के नतीजों से यह भी मालूम हुआ है कि जिन महिलाओं ने बुखार उतारने की औषधियाँ ली थीं उनके बच्चे इस तरह के किसी जोखिम पर नहीं थे।
एक अन्य शोधकर्ता ऑकलैंड कैलिफोर्निया के कैज़र पर्मानेंट्स नर्दन कैलिफिर्निया डिविजन ऑफ रिसर्च के डॉ. ओसनी ज़ेर्बो के मुताबिक इस अध्ययन से यह पुख्ता प्रमाण मिले हैं कि बुखार उतारने की औषधियाँ लेने वाली गर्भवती महिलाओं के बच्चों में ऑटिज़्म एवं शारीरिक विकास में पिछड़ने का जोखिम नहीं रहता।
लॉस एंजेलेस में पीडियाट्रिक सर्विसेस की पीडियाट्रिक न्यूरोलॉजी की निदेशक डॉ.वाय.जेन तावयेव मानती हैं कि इस अध्ययन से ऑटिज़्म होने में बुखार की संभावित भूमिका पर प्रकाश डलता है। पर इसका अर्थ यह भी नहीं है कि गर्भवती महिलाएं बुखार होने पर घबरा जाएंँ।
बुखार आने का अर्थ ही यही है कि शरीर की रोग प्रतिरोधक प्रणाली बैक्टेरिया और वायरसों को मार रही है। कई वैज्ञानिकों का मानना है कि अभी इस क्षेत्र में और शोध किए जाने की ज़रूरत है। ऑटिज़्म के लिए जिम्मेदार अन्य कारकों की भी खोज की जानी चाहिए(सेहत,नई दुनिया,जून तृतीयांक,2012)।
अच्छी , सचेत करती जानकारी...
जवाब देंहटाएंसावधानी से ही सुरक्षा होती है
जवाब देंहटाएंयूनिक तकनीकी ब्लाग ---------- इन नम्बरो पर कॉल नही करे
स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करती पोस्ट.
जवाब देंहटाएंअफ़सोस , जो होना होता है , वह होकर ही रहता है .
जवाब देंहटाएंहालाँकि यह बात सभी स्थितियों में लागु नहीं होती .
गर्भावस्था के दौरान स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करती पोस्ट,,,,,
जवाब देंहटाएंRECENT POST...: दोहे,,,,
बेहतरीन प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंओह, ये तो बडी खतरनाक बात है।
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’की—बोर्ड वाली औरतें!’
’प्राचीन बनाम आधुनिक बाल कहानी।’