भले ही स्किनी जींस से आपको स्लिम लुक मिलता है, लेकिन इसके साइड इफेक्ट्स खासे रिस्की हैं। दरअसल, इससे मरेल्जिया परेस्थेटिका (Meralgia Paresthetica) डिसऑर्डर हो सकता है। जानते हैं, इसके बारे में :
मौजूदा पॉप्युलर ट्रेंड्स की बात करें, तो पिछले लंबे टाइम से स्किनी जींस काफी डिमांड में हैं। हालांकि आपकी चॉइस अगर स्टाइल से ज्यादा हेल्थ पर ध्यान देने की है, तो यह टाइम अलर्ट होने का है। दरअसल, एक इंटरनैशनल वेबसाइट के एक आर्टिकल के मुताबिक, ज्यादा टाइट स्किनी जींस पहनने से हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती हैं। वहीं, एक न्यूजपेपर में छपे एक आर्टिकल में वस्क्युलर सर्जरी के चीफ रॉबर्ट री ने कहा है कि स्किनी जींस पहनने से बॉडी पार्ट्स में सही तरह से ब्लड फ्लो नहीं होता। इसलिए बेहतर है कि जींस में एक साइज बड़ा ले लिया जाए।
क्या हैं हेल्थ रिस्क
रिसर्च में पाया गया है कि बहुत टाइट स्किनी जींस पहनने से मरेल्जिया परेस्थेटिका नाम का नर्व डिसऑर्डर हो सकता है। अमेरिका एक मेडिकल सेंटर से जुड़ीं डॉक्टर क्रेन बॉयल ने इस डिसऑर्डर पर खासा काम किया है। एक वेबसाइट पर उन्होंने बताया कि थाइज के बाहरी हिस्से की एक खास नर्व पर लगातार दबाव बनने की वजह से यह डिसऑर्डर होता है।
बता दें कि इस डिसऑर्डर के बारे में 2003 से ही चर्चा हो रही है। दरअसल, तब कनाडा के एक डॉक्टर, मलविंदर एस. परमार ने एक मेडिकल जर्नल में तीन महिलाओं के केस को हाइलाइट किया था। ये तीनों ही महिलाएं ओवरवेट थीं और 6-7 महीनों से लगातार टाइट व लो-राइज ट्राउजर्स पहन रही थीं।
कैसे होता है
मरेल्जिया परेस्थेटिका को इसलिए डेंजरस माना जाता है, क्योंकि इसमें नर्व्स डैमेज हो जाती हैं। न्यूरोसर्जन डॉ. सुनील कुट्टी बताते हैं, 'कमर और थाइज को एक सेंसरी नर्व रिलेट करती है। बहुत टाइट कपड़े पहनने से इस पर काफी प्रेशर पड़ता है, जिससे यह दबकर काम करना बंद कर देती है। टाइट क्लोद्स के अलावा बहुत ज्यादा वजन बढ़ने की सिचुएशन में भी ऐसा होता है। ऐसे में, नर्व का काम करने का तरीका बदल जाता है और हल्का टच भी तेज दर्द की तरह महसूस होता है।'
तो क्या करें
बेशक, फैशन के आगे हेल्थ के साथ समझौता कोई भी नहीं चाहेगा। इसलिए अब से जब भी आपका मन स्किनी जींस पहनने का हो, तो उसे थोड़ा अलर्ट होकर कैरी करें।
डॉ. सुनील बताते हैं, 'टाइट जींस को हिप्स के पास कसकर बांधने से यह प्रॉब्लम होती है। हालांकि इस डिसऑर्डर का इलाज हो सकता है, लेकिन यह आसान नहीं है। इससे बचने के लिए टाइट जींस या बेल्ट को अवॉइड करने की ही सलाह दी जाती है। वहीं, इसके इलाज के तौर पर नर्व को या तो छोटा किया जाता है या फिर पूरी तरह काट ही देते हैं।'
न्यूरोफिजिशन डॉ. पी. अशोक भी मानते हैं कि टाइट कपड़ों से यह प्रॉब्लम हो सकती है। बकौल डॉ. अशोक, 'यह नर्व बहुत डेलिकेट होती है। इसलिए इस पर जोर जल्दी पड़ता है। हालांकि जरूरी नहीं कि टाइट कपड़े पहनने से सभी को यह प्रॉब्लम हो, लेकिन ऐसे आउटफिट्स से बचना ही बेहतर रहता है। वैसे, बॉडी पर जल्दी प्रेशर महसूस करने वाले और डाइबीटीज पेशंट्स को यह डिसऑर्डर जल्दी होता है। ऐसे में, थाइज के आउटर एरिया में जलन और दर्द होता है।'
भारी पड़ेंगी हील्स
अक्सर गर्ल्स को स्किनी जींस के साथ हाई हील्स कैरी करना अच्छा लगता है। बेशक यह उनके लुक्स को हाइलाइट करता है, लेकिन इस डिसऑर्डर को भी बढ़ा देता है। दरअसल, हील्स के साथ पेल्विस की मूवमेंट से सेंसिटिव एरिया पर प्रेशर बढ़ता है। डॉ. अशोक कहते हैं, 'हाई हील्स पहनने पर बॉडी का सारा वजन पैर के अंगूठों पर आ जाता है, जिससे डेलिकेट नर्व्स पर और ज्यादा प्रेशर पड़ता है। जाहिर है, इस तरह प्रॉब्लम भी बढ़ती है।'
बचें गायज भी
बहरहाल, यह पहला मौका नहीं है, जब स्किनी जींस से होने वाली हेल्थ प्रॉब्लम्स को उठाया गया है। वहीं सिर्फ महिलाओं के लिए ही नहीं, बल्कि पुरुषों को भी इससे बचने की सलाह दी गई है। खासतौर पर बेबी प्लान करने वाले मेल्स को स्किनी जींस ना पहनने के लिए कहा जाता है, क्योंकि इससे टेस्टिकल्स में हीट बढ़ती है और नतीजा होता है स्पर्म काउंट का कम होना। यही नहीं, स्किनी जींस से इंफेक्शन के चांसेज भी बढ़ जाते हैं।
(सिमी के.,नवभारत टाइम्स,दिल्ली,7.7.12)
यह है बुधवार की खबर ।
जवाब देंहटाएंउत्कृष्ट प्रस्तुति चर्चा मंच पर ।।
आइये-
सादर ।।
जानकारी अच्छी है ...आज की पीढ़ी के लिए ज़रूरी है यह सब जानना
जवाब देंहटाएंबहुत महत्वपूर्ण और जानकारी से भरपूर स्वास्थ्य सचेत करती प्रस्तुति .
जवाब देंहटाएंये तो बहुत बढिया जानकारी है।
जवाब देंहटाएंबहुत बढिया जानकारी
जवाब देंहटाएंअच्छी जानकारी है....
जवाब देंहटाएंमगर कोई २५ के नीचे वाला इसे अच्छी पोस्ट बोले तो जानें...
:-)
सादर
अनु
आभार आपका ...
जवाब देंहटाएंइस पोस्ट के लिए आपका बहुत बहुत आभार - आपकी पोस्ट को शामिल किया गया है 'ब्लॉग बुलेटिन' पर - पधारें - और डालें एक नज़र - सच्चा प्यार चाहिए या नानवेज जोक..... ड़ाल करें - ब्लॉग बुलेटिन
मुझे तो ढीला-ढाला पहनने की आदत है।
जवाब देंहटाएंबहुत से लोग राहत की सांस ले रहे होंगे कि आपने जिन्स ही न पहनने की सलाह नहीं दी।
चिपकी पहनी पेंट है, नंगी देह दिखाय।
जवाब देंहटाएंअच्छा-खासा आदमी, नंगा होता जाय।।
चिपकी पैंट पहनने से, हो सकती बीमारी
जवाब देंहटाएंढीले वस्त्र पहनिए सदा,बचे कष्ट से भारी,,,,,,,,
शानदार प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंयूनिक तकनीकी ब्लाग------------- फेसबुक टाईमलाईन आपनाये