लगातार बारिश में कई मौके ऐसे भी आते हैं जब बच्चों का घर से निकलना दूभर हो जाता है। स्कूल बंद रहते हैं और बच्चे टीवी के सामने से हटना नहीं चाहते। पालकों के सामने यह प्रश्न खड़ा रहता है कि बच्चों से घर में ही कौन सी कसरतें करवा लें ताकि वे शारीरिक रूप से सक्रिय होने के साथ स्वस्थ बने रहें। बच्चों को घर में ही कई तरह के खेलकूद के विकल्प दिए जा सकते है। इन खेलों से उनका मस्तिष्क भी टीवी और इंटरनेट से दूर रहेगा और स्वास्थ्य भी ठीक रहेगा।
घर पर बच्चों के मनपसंद मजेदार खेलों के कई विकल्प हैं। बच्चों को इनमें से खुद कोई विकल्प चुनने का अवसर दें। अक्सर पालक उन्हें कोई खास खेल ही खेलने के लिए बाध्य करते है। पालकों द्वारा थोपे हुए खेलों के प्रति बच्चों की रुचि कम ही रहती है। इसलिए उनकी कल्पना को बेलगाम दौड़ने दीजिए। उन्हें अपने खेलों का चयन खुद करने दें। खेल ही खेल में बच्चों की कसरत भी हो जाएगी और कसरतों का मकसद भी पूरा होगा। पालकों को भी बच्चों के लिए अपनी दैनिक दिनचर्या में बदलाव करना चाहिए और घर का फर्निचर थोड़ा इधर-उधर सरका कर उनके खेलकूद के लिए जगह निकाल लें।
बच्चों को बननें दें पेड़
बच्चों को अपनी कल्पना के घोड़े बेलगाम दौड़ाने दें। घर के सभी बच्चों को खेलकूद में शामिल करें। उन्हें दोनों हाथ ऊपर उठाकर पेड़ बनने के लिए कहें। पेड़ जिस तरह हवा में झूमते हैं, उन्हें भी झूमने के लिए कहें। इससे उनकी कमर की कसरत होगी। इसी तरह उन्हें हाथों को ऊपर उठाकर हेलिकॉप्टर की तरह चलाते हुए पूरे हॉल में चक्कर लगाने के लिए कहें। हाथों और पैरों से कैंची बनाकर काल्पनिक रूप से कुछ काटने की मुद्रा दोहराने के लिए कहें। बच्चों के खेल में खुद भी शामिल हो जाएं और उन्हें शारीरिक मुद्राओं द्वारा अंग्रेजी की वर्णमाला के अक्षर बनाने के लिए कहें।
सर्कस बनाएँ
बच्चों का एक सर्कस बनाएं। बच्चों को साँप, शेर, भालू, बंदर वगैरह बनकर चलने और आवाज़ निकालने के लिए कहें। तीन गेंदों को ऊपर उछालकर संतुलन करने के लिए कहें। इससे उनकी एकाग्रता में वृद्धि होगी। बिल्डिंग के बच्चों को सर्कस में शामिल करें। किसी वीकएंड पर सभी के लिए एक शो भी करें।
सोसायटी के बच्चों को भी बुला लें
हम उम्र बच्चों को साथ खेलना अच्छा लगता है। बच्चों का "ओलिंपिक" कराएँ और उसमें मोहल्ले, बिल्डिंग या सोसायटी के बच्चों को शामिल करें। खेलों की प्रतिस्पर्धा में इन खेलों को शामिल करें।
बॉलिंग : पानी की कुछ खाली बोतलों को हॉल या मकान के गलियारे के एक सिरे पर कतार में लगा दें। दूसरे सिरे से बच्चों को फुटबॉल या हैंडबॉल से गिराने के लिए कहें। इस खेल में जो सबसे अधिक बोतलें गिराए उसे विजेता मान लें। बारी-बारी से सभी को बॉल उठाकर लाने की जिम्मेदारी दें। इससे उनके पैरों की कसरत होगी।
वालीबॉलः बड़े आकार की बॉल से वालीबॉल खेल सकते हैं। इसके अलावा,बच्चों के दो दल बनाकर कैच प्रैक्टिस भी कराई जा सकती है।
हुल्ला-हूपः यह एक बड़े पहिए के आकार की रिंग होती है जिससे बच्चों की कमर,पैर और बाजुओं की कसरत होती है। यह इतना मज़ेदार खेल है कि बच्चे बहुत देर तक इसे करना चाहेंगे। कुछ दूरी पर कई हुल्ला-हूप रख दें। अब बच्चों को एक से दूसरे हुल्ला-हूप में कूदने के लिए कहें। कौन सबसे तेज़ हुल्ला-हूप घुमाएगा,ऐसी प्रतियोगिता बच्चों के बीच कराएं।
डांस करें: बारिश की झमाझम में डांस करने से अच्छी कोई कसरत नहीं होती। ऑडियो डेक पर डांस के नम्बर लगा दें और बच्चों को झूमकर नाचने के लिए प्रेरित करें। घर के सभी सदस्य एक के बाद एक करके डांस कर सकते हैं। म्यूजिक एकाएक बंद करके "स्टैच्यू" बनने जैसी भी प्रतियोगिता कराई जा सकती है।
संतुलन की कसरतें
बच्चों को एक पैर के पंजे पर खड़े रहने के लिए कहें। उनमें से जो सबसे अधिक देर तक खड़ा रहे,उसे विजेता घोषित करें। इसी तरह,एक काल्पनिक कुर्सी पर बैठने की प्रतियोगिता कराएँ। जो अधिक देर तक उस मुद्रा में रहे,उसे विजेता मान लें। दो बच्चों को एक-दूसरे की पीठ सटाकर बिठा दें। पीठ के पीछे उन्हें हाथ मिलाने के लिए कहें। अब एक दूसरे की ओर धक्का देते हुए धीरे-धीरे खड़े होने के लिए कहें। ऐसे मज़ेदार खेलों के बहाने कसरतें कराई जा सकती हैं। एक बच्चे को हाथों के पंजे ज़मीन पर टिकाकर खड़ा कर दें। दूसरे को उसके पैर पकड़कर खड़ा कर दें। अब पहले वाले बच्चे को पंजों के बल चलने के लिए कहें। कुछ देर बाद बच्चों की अदला-बदली कर दें।
योग कराएं
बच्चों को योग की मुद्राएं करने में मज़ा आता है। इससे शरीर के प्रति जागरूकता बढ़ती है। बच्चों के साथ खुद भी योग कर सकते हैं(सेहत,नई दुनिया,जुलाई,2012 प्रथमांक)
बहुत ही अच्छी प्रस्तुति .. आभार
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया...........
जवाब देंहटाएंआजकल बच्चे दिन भर बैठे जो रहते हैं...बारिश न हो तब भी...
बड़ी अच्छी पोस्ट.
सादर
अनु
आम के आम गुठलियो के दाम बारिस मे भी फायदा बहुत खूब रचना जानकारी के लिये धन्यवाद
जवाब देंहटाएंयुनिक ब्ला ग ----- फेसबुक टाईमलाईन
आपके ब्लॉग का लिंक काम नहीं कर रहा है। कृपया देखें।
हटाएंरोचक जानकारी .... पर आज कल बच्चे अपने में ज्यादा मगन रहते हैं ...
जवाब देंहटाएंसही बात खेल -खेल में बच्चो को कसरत करवानी चाहिए..
जवाब देंहटाएंवाह यह तो बहुत अच्छी टिप्स हैं इन्डोर गेम्स की,महत्वपूर्ण जानकारी के लिए आभार।
जवाब देंहटाएंये बढ़िया किया कि कुछ खेलों के नाम बता दिए...वरना कई लोगों को तो खेलकूद का नाम भी याद नहीं.......वैसे भी प्ले स्कूल से निकलने के बाद बच्चें वीडियो गेम में ही ज्यादातर लगे रहते हैं।
जवाब देंहटाएंयुनिक ब्ला{ग ----- फेसबुक टाईमलाईन
जवाब देंहटाएंआपका ब्लॉग न आपके दिए लिंक से खुलता है,न ही नाम पर क्लिक करने से।
हटाएं