गर्मियों के मौसम में आइसक्रीम से अधिक ललचाने वाली कोई और स्वीटडिश नहीं होती। शादी-ब्याह के मौकों पर बच्चों को आइसक्रीम के स्टॉल से दूर रखना मुश्किल होता है। कई लोग नहीं जानते कि आइसक्रीम का भी मादक दवाओं की तरह एडिक्शन हो सकता है। आइसक्रीम के "नशे"को लेकर हाल ही में अमेरिका में हुए एक शोध के मुताबिक एक समय ऐसा आता है जब एक कप आइसक्रीम से खाने वाले को "तसल्ली" नहीं होती।
इस शोध अध्ययन में वैज्ञानिकों ने किशोरों के दो समूहों को एक साथ शोध में शामिल किया। एक समूह के किशोर नियमित रूप से आइसक्रीम खाने के आदी थे जबकि दूसरे समूह के किशोर कभी-कभार ही आइसक्रीम खाते थे। जिस समूह के किशोर कभी-कभार ही आइसक्रीम खाते थे उन्हें आधा कप आइसक्रीम से ही तसल्ली हो जाती थी क्योंकि उनके मस्तिष्क के केंद्र से संतुष्टि का संकेत आ जाता था जबकि नियमित आइसक्रीम खाने वाले किशोरों के मस्तिष्क से संतुष्टि का संकेत कई कप आइसक्रीम खाने के बाद ही आता था।
किसमें है ज़्यादा कैलोरी
अमेरिका स्थित सेंटर फॉर साइंस इन द पब्लिक इंटरेस्ट के वैज्ञानिकों का मानना है कि मिल्कशेक में आइसक्रीम से अधिक कैलोरी होती है। इसी तरह तले हुए आलूओं में ५४० कैलोरी होती हैं जबकि आइसक्रीम के एक स्कूप में २५० से ३५० तक कैलोरी होती है।
लो फैट लाइट आइसक्रीम
लो फैट लाइट आइसक्रीम में रेग्युलर आइसक्रीम की तुलना में ५० प्रतिशत वसा कम होती है तथा कैलोरी भी ३३ प्रतिशत तक कम होती है। पर इसका अर्थ यह नहीं है कि कोई जितनी चाहे लाइट आइसक्रीम खा ले। हमेशा लेबल पर वसा की मात्रा जांच लेना चाहिए। हो सकता है कि लाइट आइसक्रीम में सामान्य से अधिक वसा हो। कप की साइज पर भी ध्यान दें और ऱछोटे-छोटे चम्मच से आइसक्रीम लेकर खाएं।
सिरदर्द हो सकता है आइसक्रीम से
जो चीज़ मज़ा लेने के लिए खाई जा रही है,वही सिरदर्द का कारण भी बन सकती है। कुछ लोगों को आइसक्रीम हेडैक भी होता है। इसे ब्रेन फ्रीज कहा जाता है। ऐसा इसलिए होता है कि आइसक्रीम मुंह में जाते ही तालु को ठंडा कर देती है। इससे वह नाड़ी भी प्रभावित होती है जो मस्तिष्क तक प्रवाहित होने वाली रक्तकोशिका का नियंत्रण करती है। इस नाड़ी की वजह से रक्त नलिकाएं सूज जाती हैं और इससे सिरदर्द होने लगता है। इससे बचने का एक ही तरीक़ा है कि ठंडे खाद्य अथवा पेय पदार्थों को बहुत धीरे-धीरे आनंद लेते हुए खाएं अथवा पिएं।
कौन सा कोन बेहतर
आइसक्रीम के कोन दो तरह के होते हैं। एक शक्कर का बना होता है,दूसरा बिस्किट की तरह कुरकुरा होता है। शक्कर के कोन में जहां 60-80 कैलोरी होती है,वहीं कुरकुरे कोन में 320 से भी अधिक कैलोरी होती है। इससे बचने का सबसे अच्छा तरीक़ा यही है कि पेपर कप अथवा कांच के बने कप में आइसक्रीम खाएं(सेहत,नई दुनिया,जून द्वितीयांक 2012)
आइस क्रीम के मामले में कैसी सावधानी . अजी मिलती ही कहाँ है ! फिर भी कुछ लोगो के लिए सावधानी ज़रूरी है.
जवाब देंहटाएंसब की सब खाना है.....
जवाब देंहटाएंबिना आइसक्रीम के जीना भी कोई जीना है...............
:-)
आज आपकी बात नहीं माननी राधारमण जी...
सादर
इस ओर तो कभी ध्यान ही नहीं दिया ...बढ़िया जानकारी मिली
जवाब देंहटाएंबहोत अच्छी जानकारी
जवाब देंहटाएंलेकिन कोन बिना आईसक्रीम के जीने के कल्प्पना कर सकता है
हिन्दी दुनिया ब्लॉग (नया ब्लॉग)
आइसक्रीम खाने सम्बंधी अच्छी जानकारी,,,,,,
जवाब देंहटाएंRECENT POST ,,,,,पर याद छोड़ जायेगें,,,,,
कई नयी बातें पता चलीं .... बढ़िया जानकारी
जवाब देंहटाएंमुझे भी आइसक्रीम बहुत पसंद है वो भी बटर स्कॉच, लेकिन कभी कभी :-}
जवाब देंहटाएंअच्छी जानकारी !
हे भगवान!
जवाब देंहटाएंवैसे नहीं खाता... मगर कल दोस्तों के साथ गप शप करते “तीन” खा गया....
चलो... आज उपवास सही....:)))
आइसक्रीम बहुत नाराज है
जवाब देंहटाएंरोते बिसूरते कह रही थी
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