बच्चों में मिट्टी खाने की आदत लाइलाज नहीं है लेकिन पहले उसकी तह में जाना होगा कि वह मिट्टी क्यों खाता है। सर्वप्रथम तो बच्चों के साथ प्यार और सहानुभूति से पेश आएं। यह देखें कि मां होने के नाते आप अपना फर्ज पूरा कर रही हैं या नहीं? एक मां का कर्तव्य है कि वह अपने शिशु को पर्याप्त अवधि तक स्तनपान कराए अपने साथ सुलाए ताकि वह अपने आपको सुरक्षित महसूस कर सके। इसी प्रकार यदि आप कामकाजी महिला हैं तो बच्चे के लिए भी समय निकालें, न कि उसे अपने हाल पर छोड़ दें। जितने समय भी आप घर में रहें उसे प्यार, दुलार दें, दुत्कार नहीं।
बच्चे को उसकी इस आदत के लिए उसे दूसरों के सामने प्रताडि़त या अपमानित नहीं करें अन्यथा उसमें मनोवैज्ञानिक कुंठाएं पैदा हो सकती हैं। इसलिए उसे अकेले में प्यार से समझाएं कि यह प्रवृत्ति ठीक नहीं है। उसकी आदत छुड़ाने के लिए उसके हाथ बांध देना या उसे मारना ठीक नहीं। इससे वे ढीठ हो जाते हैं। यदि उसका साथ मिट्टी खाने वाले बच्चों से है, तो वह छुड़ाइये। ऐसे बच्चे को सृजनात्मक कार्यों में जोड़ें या उसकी रुचि के अनुकूल कार्यों में व्यस्त कर दें ताकि उसे मिट्टी खाने का अवसर ही नहीं मिले। मिट्टी खाने वाले बच्चों में आंत्रकृमि की शिकायत होती है अत: उनके मल की जांच करा कर कृमिनाशक दवाइयां देना बहुत जरूरी है। इसी प्रकार उन्हें लोहतत्व की प्रधानता वाला भोजन दें ताकि शरीर में खून की कमी दूर हो सके। डाक्टर
के परामर्श से उन्हें कैल्शियम भी दिया जा सकता है। इसके अलावा उनकी छाती का एक्स-रे भी कराना चाहिए ताकि पता चल सके कि कहीं वह प्राइमरी काम्प्लेक्स के शिकार तो नहीं है? अन्यथा उसका उपचार भी कराना होगा।
यदि आपको लगता है कि आप प्रयास करते-करते थक गई हैं फिर भी वह अपनी आदत नहीं छोड़ रहा, तो उसे किसी मनोवैज्ञानिक के पास ले जाएं। मनोचिकित्सक के पास इस समस्या का समाधान है। सामाजिक दृष्टि से भी ऐसे बच्चों का लोग मजाक बनाते हैं जिससे उनमें हीनभावना पैदा होने लगती है और उनका व्यक्तित्व विकास रुक जाता है। ऐसे बच्चे एकांत में रहना पसंद करते हैं। (डा. विनोद गुप्ता,दैनिक ट्रिब्यून,7.5.12 )।
Achchi Salah....
जवाब देंहटाएंगंभीर समस्या |
जवाब देंहटाएंबढ़िया निदान ||
बहुत अच्छी जानकारी......
जवाब देंहटाएंये आम समस्या है और बचपन में ना सुधारी गयी तो बड़े होने तक पीछा नहीं छोडती....
आभार आपका.
मिट्टी खाने की आदत को पाइका कहते हैं . अक्सर यह एनीमिक बच्चों में ज्यादा देखनी को मिलती है . हालाँकि पाइका से भी एनीमिया हो जाता है . इसलिए हेमेटिनिक्स देना पड़ता है .
जवाब देंहटाएंबहुत ही बढिया जानकारी दी है आपने इसके लिये धन्यवाद इस ब्लाग पर भी पधारे पशन्द आये तो ज्वाईन करे yunik27.blogspot.com
जवाब देंहटाएंHa mai khata hu miti kya karu age 14 hai
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
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