सुंदर दिखने की चाहत को पूरा करने के लिए क्या-क्या नहीं किया जाता। शादी से पहले कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट कराने की बात कुछ दशक पहले तक विज्ञान कथाओं की फंतासी जैसी लगती थीं। अब ऐसा नहीं है। आधुनिक सौंदर्य चिकित्सा विज्ञान की कई नई खोजें अब देश में इलाज के तौर पर उपलब्ध हैं। चेहरे के छोटे से छोटे दाग़ या धब्बे को अब आसानी से हटाया जा सकता है। कोई यह नहीं जान पाता है कि रिसेप्शन के मौके पर मुस्कुराकर दोस्तों और रिश्तेदारों का स्वागत करने वाले इस दंपति ने चेहरे की दमक हासिल करने के लिए कौन सा कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट लिया है। चेहरे को और अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए किए जा रहे इस तरह के उपचार की अपनी सीमाएँ हैं और परिणाम भी मिले-जुले होते हैं। किसी ज़माने में शादी से पहले देशी उबटन और लेप लगाना ही पर्याप्त होता था। कुछ वर्षों पहले तक दूल्हे और दुल्हनों के फेशियल, पेडिक्योर और मेनिक्योर से ही काम चल जाता था। आज पूरे शरीर के लिए सौंदर्य वृद्धि के संसाधन मौजूद हैं(संपादकीय,सेहत,नई दुनिया,अप्रैल चतुर्थांक 2012)।
मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि जो व्यक्ति स्वस्थ होता है वह स्वाभाविक तौर पर सुंदर दिखता है। आंतरिक सौंदर्य की दमक चेहरे से झलकती है। ऊपरी तौर पर कराए गए किसी भी उपचार का असर स्थाई नहीं होता। योग, ध्यान, साधना नाड़ी एवं रक्तशुद्धि के लिए की गई क्रियाएँ दीर्घकालीन स्वास्थ का रास्ता साफ करती हैं। कांतिवान चेहरा भरपूर नींद और स्वस्थ पाचन क्रिया की पहचान है। सौंदर्य प्रसाधन एवं सुंदरता बढ़ाने के लिए कराए गए उपचार से कुछ देर तक काम चलाया जा सकता है लेकिन दीर्घकालीन नतीजे संपूर्ण स्वास्थ से ही हासिल किए जा सकते हैं।
शादियों का मौसम फिर लौट आया है। किसी भी युवा के जीवन में शादी की तैयारियों के दिन बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। सगाई से लेकर रिसेप्शन और बाद में मुंह दिखाई तक सभी रिश्तेदारों और दोस्तों की नज़रें भावी जोड़े पर ही टिकी रहती हैं। रस्मों रिवाज़ भले ही एक या दो दिन में निपट जाएँ लेकिन इस दौरान लिए गए फोटोग्राफ्स जीवन भर के लिए होते हैं, परिवार के लिए इतिहास बन जाते हैं। इसीलिए दूल्हों और दुल्हनों में कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट बहुत लोकप्रिय हो रहे हैं।
किसी ज़माने में भाभियाँ या बड़ी बहनें दुल्हन को सुंदर दिखने की टिप्स दिया करती थीं। अब टिप्स से काम नहीं चलता। अब सुंदर दिखने के लिए कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट का सहारा लिया जाता है। कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट का अर्थ यह नहीं है कि हर दुल्हे अथवा दुल्हन को सर्जरी की ज़रूरत होती है। ऐसे कई नॉन सर्जिकल ट्रीटमेंट भी हैं जिनके स्पर्श भर से किसी की भी सुंदरता में चार चांद लग सकते हैं। शादी से पहले कई युवा एक्ने ट्रीटमेंट, एक्ने स्कार, केमिकल पील, माइक्रोडर्माब्रेजन, लेजर हेअर रिमूवल, इंस्टंट फेसलिफ्ट, नॉन सर्जिकल बॉडी कलरिंग, दाँतों की सफाई और सफेदी, बोटोक्स ट्रीटमेंट और फिलर्स जैसे नॉन सर्जिकल कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट करा रहे हैं।
लड़कियों के लिए प्राथमिकता के आधार पर नॉन सर्जिकल ट्रीटमेंट
-स्किन व्हाइटनिंग, माइक्रोडर्माब्रेजन और मैसोथेरेपी।
-एक्ने एवं एक्ने स्कार ट्रीटमेंट।
-लेज़र हेअर रिमूवल (अनचाहे बालों को चेहरे, बाहों और टाँगों से हटाने की प्रक्रिया)।
-बोटोक्स अथवा फिलर ट्रीटमेंट
-चेहरे और शरीर के अन्य हिस्सों से झाइयों के दाग हटाना।
लड़कों में इस तरह का इलाज लोकप्रिय है
-त्वचा के दाग-धब्बे हटवाना, पील्स और लेज़र ट्रीटमेंट कराना।
-कील-मुहाँसों के निशानों को लेजर अथवा डर्मा रोलर से ठीक कराना।
-दोहरी ठुड्डी का आकार ठीक कराना।
-बोटोक्स ट्रीटमेंट से चेहर के गड्ढों को ठीक कराना।
-भौहों के बीच अथवा चिबुक पर जमे अनचाहे बालों को लेजर से हटवाना।
क्या है हेअर रिमूवल
लेज़र मशीन के जरिए अनचाहे बालों को स्थाई तौर पर हटाया जा सकता है। यह एक दर्द रहित प्रक्रिया है। नई सोप्रानो लेज़र मशीन से कई हफ्तों के लिए अनचाहे बालों को हटाया जा सकता है। शादी से चंद दिन पहले किए गए इस ट्रीटमेंट से आप आगामी कई हप्तों के लिए अनचाहे बालों से मुक्त रहेंगे। स्थाई तौर पर इस तरह के कई और ट्रीटमेंट लेना पड़ते हैं।
बोटोक्स ट्रीटमेंट
चेहरे पर कई तरह की झुर्रियाँ पड़ जाती हैं। मसलन जिन्हें लगातार मुस्कुराते रहने की आदत होती है उनके होठों और आँखों की किनोरों पर झुर्रियों का एक जाल सा बिछ जाता है। कई लोगों को दोनों भ्रकुटी के बीच दो रेखाएं उभर आती हैं। इन्हें बोटोक्स ट्रीटमेंट से दूर किया जा सकता है। यदि किसी को काँख से पसीना आने की शिकायत है तो वो बोटोक्स ट्रीटमेंट से राहत पा सकता है। बोटोक्स ट्रीटमेट शादी से दो हफ्ते पहले कराया जा सकता है।
फिलर्स
यह प्रक्रिया उन लोगों के लिए बेहरतीन विकल्प है जिन्हें चेहरे को फेसलिफ्ट कराने की बहुत अधिक आवश्यकता न हो लेकिन तरोताजा चेहरा चाहते हों। इसे शादी के तीन-चार हफ्ते पहले कराना चाहिए। चेहरे की बारीक झुर्रियों अथवा होठों को मादक उभार देने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है। इसके लिए त्वचा को सुन्ना करने वाले इंजेक्शनों की जरूरत नहीं है।
पीआरपी इंजेक्शन
तत्काल नतीज़ों के लिए प्लेटलेट रिच प्लाज्मा का इंजेक्शन लगवाना बड़ा लोकप्रिय है। इस प्रक्रिया में इलाज़ करवाने वाले के रक्त से प्लेटलेट युक्त प्लाज्मा निकाला जाता है जिसे इंजेक्शन के जरिए चेहरे और गरदन के हिस्सों में थोड़ी-थोड़ी मात्रा में डाला जाता है। चूँकि प्लेटलेट युक्त प्लाज्मा ग्रोथ फैक्टर से भरपूर होता है इसलिए चेहरे की त्वचा टाइट भी हो जाती है तथा उसमें नई जान आ जाती है।
स्किन पॉलिशिंग
चेहरे की त्वचा को चिकना बनाने के लिए माइक्रोडर्माब्रेजन या स्किन पॉलिशिंग भी एक और विकल्प है। इसमें मेडिकल ग्रेड के एल्यूमिनियम क्रिस्टल को वैक्यूम प्रेशर से मृत त्वचा की सतह को हटाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। माइक्रोडर्माब्रेजन से कराया गया एक ट्रीटमेंट आपके चेहरे से उम्र के कई साल चुटकियों में घटा देता है। इससे त्वचा के नए सेल्स को विकसित होने का मौका मिलता है। बॉडी पॉलिशिंग के अनेकों प्रकार हैं -
डर्मारोलर/ माइक्रोनीडलिंग
डर्मारोलर अथवा माइक्रोनीडलिंग को मज़ाक में ग़रीब मरीज़ों के इलाज के तौर पर भी जाना जाता है। यह एक ऐसा बढ़िया औज़ार है जिससे चिकनी त्वचा हासिल की जा सकती है। यह कील-मुहाँसों के निशानों, खुले रोम छिद्रों और स्ट्रेच मार्क्स को हटाने का श्रेष्ठ औज़ार है। चूँकि इसे कई चरणों में पूरा किया जाता है इसलिए इसकी शुरुआत शादी से ३-४ महीनों पहले होनी चाहिए।
नया आकार देना
चेहरे या शरीर पर जमा अतिरिक्त चर्बी को हटाकर नया लुक दिया जा सकता है। शादी से पहले अल्ट्रासाउंड और रेडियो फ्रीक्वेंसी किरणों से शरीर की अतिरिक्त चर्बी हटाकर मनपसंद आकर दिया जा सकता है।
लेज़र से गोरापन/पुनर्जीवन
किशोरावस्था में निकलने वाले कील-मुंहाँसों के निशान स्थाई तौर पर चेहरे पर बने रहते हैं। इनके निशान किसी केचेहरे पर बहुत गहरे बन जाते हैं। इन निशानों को हटा दें तो एक नया खिला हुआ चेहरा निकल आता है। इसके अलावा भावी दूल्हे और दुल्हन गोरी और चमकदार त्वचा भी चाहते हैं। फ्रेक्शनल लेज़र, क्यू स्विच्ड याग्लेज़र, रेडियो फ्रीक्वेंसी और अल्ट्रा साउंड ऐसी मशीनें है जो आपकी मदद के लिए ही बनी हैं। कितनी बार ट्रीटमेंट लेना होगा यह त्वचा के प्रकार अथवा उसकी स्थिति पर निर्भर है।
क्या करें और क्या नहीं
-किसी भी कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट से पहले इलाज की पूरी जानकारी इकट्ठी करें। जो मरीज पहले इसका लाभ उठा चुके हैं उनसे उनके अनुभव जानें। इलाज की लागत और अवधि के बारे में भी पूछताछ कर लें।
-ऐसा कोई कॉस्मेटिक इलाज मत कराइए जो आपके लिए अनुकूल न हो। मसलन किसी और की सलाह पर कोई इलाज न कराएं। चिकित्सक को तय करने दें कि आपको किस तरह के इलाज की जरूरत है।
-किसी भी कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट में लगने वाले समय और साइड इफेक्ट्स की भी जानकारी लें। इलाज के बाद क्या-क्या सावधानियाँ रखना यह भी जान लें।
-किसी भी कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट से बहुत चमत्कारिक नतीजों की उम्मीद मत लगा बैठिए। अपने डॉक्टर से इस बाबत पूरी जानकारी ले लें, उसी के बाद इलाज शुरु कराएं(डॉ. अप्रतिम गोयल,सेहत,नई दुनिया,अप्रैल चतुर्थांक 2012)।
आपकी त्वचा का रंग एक इत्तेफाक मात्र है। असली सुंदरता आंतरिक दमक में ही है।
सबकी चाहत |
जवाब देंहटाएंआभार |
बढ़िया विषय ||
जो व्यक्ति स्वस्थ होता है वह स्वाभाविक तौर पर सुंदर दिखता है।
त्वचा का रंग एक इत्तेफाक मात्र है। असली सुंदरता आंतरिक दमक में ही है।
जवाब देंहटाएंअसली सुंदरता yani आंतरिक दमक ko badhane ke upay bhi bataye .
जवाब देंहटाएंआपकी लेखनी को सलाम | बहुत ही संजीदगी से लिखी हुई पन्तियाँ | धन्यवाद यहाँ भी आयें - www.akashsingh307.blogspot.in
जवाब देंहटाएंआपकी लेखनी को सलाम | बहुत ही संजीदगी से लिखी हुई पन्तियाँ | धन्यवाद यहाँ भी आयें - www.akashsingh307.blogspot.in
जवाब देंहटाएंइस व्यवसायिक युग में अन्दर से सुन्दर हों न हों , बाहर से सुन्दर दिखना अत्यंत आवश्यक है ।
जवाब देंहटाएंजो व्यक्ति स्वस्थ होता है वह स्वाभाविक तौर पर सुंदर दिखता है। ||
जवाब देंहटाएंMY RECENT POST ,...काव्यान्जलि ...: आज मुझे गाने दो,...
प्रभावशाली रचना...सुन्दर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंरविकर चर्चा मंच पर, गाफिल भटकत जाय |
जवाब देंहटाएंविदुषी किंवा विदुष गण, कोई तो समझाय ||
सोमवारीय चर्चा मंच / गाफिल का स्थानापन्न
charchamanch.blogspot.in
बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएं:-)
सादर.
आपकी त्वचा का रंग एक इत्तेफाक मात्र है। असली सुंदरता आंतरिक दमक में ही है।
जवाब देंहटाएंbilkul sahi hai sundar post .....
आपकी त्वचा का रंग एक इत्तेफाक मात्र है। असली सुंदरता आंतरिक दमक में ही है।
जवाब देंहटाएं....बिलकुल सच कहा है...बहुत सार्थक आलेख..
बहुत बढ़िया जानकारी:-)
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