त्वचा की विभिन्न बीमारियों में सफेद दाग लाइलाज माना जाता है लेकिन डिफेंस रिसर्च एंड डिवेलपमेंट ऑर्गनाइज़ेशन ने सफेद दाग की एक नई दवा खोज निकाली है।
ल्यूकोस्किन नाम की दवा में ऐसे हर्बल प्रॉडक्ट का यूज हुआ है, जिसे हिमालय की 6000 फुट की ऊंचाइयों से लाया गया। इस दवा को डीआरडीओ के चीफ कंट्रोलर रिसर्च डेवलपमेंट डॉ. सिल्वामूर्ति की देखरेख में डिवेलप किया गया है।
इसके कमर्शियलाजेशन का काम एमिल फार्मा (AIMIL) को सौंपा गया है। कंपनी का दावा है कि यह दवा 90 से 750 दिनों के अंदर यह दवा दाग को
पूरी तरह खत्म कर देगी और इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होगा। दवा को डीआरडीओ के हेड ऑफिस साउथ ब्लॉक में लॉन्च किया गया है(दैनिक भास्कर,4.10.11)।
इस खबर पर अधिक विस्तार से यहां प्रकाश डाला गया है।
सफेद दाग के बारे में कुछ बुनियादी जानकारी यहां है।
बहुत लाभदायक खोज और जानकारी ।
जवाब देंहटाएंkya wastaw me aisa hai
जवाब देंहटाएंपीड़ितों को बहुत राहत मिलेगी इस खोज से .....जानकारी के लिए आभार आपका
जवाब देंहटाएंfine , benevolent,for the sake of humanity .
जवाब देंहटाएंbehad hi upyogi jaankari...kripaya batayiye kab tak aaur kanah se yee uplabdh ho payegi..main aise bhaut se pareshan logon ko jaanta hoon jo iske ilaaj ke liye pareshan hain
जवाब देंहटाएंलीयुको सकिन दवा कहा मिलेगी
जवाब देंहटाएंदवा कहा पर मिलेगा
जवाब देंहटाएंदवा कहा पर मिलेगा
जवाब देंहटाएंKripya yah Dava kha milegi bataye
जवाब देंहटाएंKripya yah Dava kha milegi bataye
जवाब देंहटाएंYe ab har chemist ke yha mil jati hai
जवाब देंहटाएंSafe Daag Ka Ilaj - yaha milegi poori jankaari
जवाब देंहटाएंसफेद दाग दूर करने की दवा
जवाब देंहटाएंWhat about your health, here is some best Health tips in hindi
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