भोजनभट्ट भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी की सर्जरी पूरी तरह सफल रही है। लजीज भोजन के प्रेमी गडकरी की भूख एकदम कम हो गई है। चर्बी का उनका "स्टॉक" तेजी से खपने लगा है। उनकी सर्जरी करने वाले मुबंई स्थित सैफी अस्पताल से जु़ड़े सूत्रों के अनुसार उन्हें १० दिन तक तरल भोजन की सलाह दी गई है। वैसे अब उनकी भूख बची ही कितनी है । अब तक लजीज भोजन के लोभ का संवरण नहीं कर सकने वाले गडकरी एक-आधी रोटी में ही बस कर देंगे।
सर्जरी के पहले सप्ताह में ही उनका वजन ५-६ किलो घट जाएगा। फिर करीब एक डे़ढ़ महीने तक हर सप्ताह २-३ किलो चर्बी घटती चली जाएगी। यानी अगले कुछ महीनों में पहली नजर में उन्हें पहचानना भी मुश्किल हो जाएगा। साथ ही मधुमेह के उनके रोग में भी तत्काल खासा सुधार हो जाएगा। धीरे-धीरे शुगर कम करने के लिए ली जाने वाली दवाई भी कम हो जाएगी।
अस्पताल के सूत्रों के अनुसार वे "मॉर्बिड ओबेसिटी" जोन में जा रहे थे। यह मोटापे की वह अंतिम स्थिति है जब जान पर बन आती है। उनकी लंबाई अधिक नहीं है इसलिए उनका ११२ किलो वजन भी बहुत है। लेकिन डॉक्टरों के अनुसार समय पर सर्जरी हो गई। अब किडनी, दिल एवं आंख के रोगों का जोखिम बहुत कम हो गया है।
कई सांसदों की इस तरह की सर्जरी कर उन्हें छरहरा बनाने वाले सर गंगाराम अस्पताल के बैरियैट्रिक सेंटर के चेयरमैन डॉ. प्रवीण भाटिया ने कहा कि मोटापा घटाने के अलावा इस सर्जरी से मधुमेह का इलाज एक बहुत ब़ड़ी घटना है।
जर्मनी में पिछले दिनों इस सर्जरी पर हुईइंटरनैशनल कांफ्रेंस में भाग लेकर लौटे डॉ. भाटिया ने कहा कि वहां लगभग यह सर्वानुमति दिखी कि मोटापा न भी हो तो इस सर्जरी से मधुमेह का इलाज शुरु किया जाना चाहिए। इसमें अब कोई शक नहीं रह गया है कि आने वाले दिनों में बैरियैट्रिक सर्जरी मधुमेह का प्रमुख इलाज बन जाएगी।
मेटाबॉलिज्म (चयापचय) पर इस सर्जरी का बहुत अनुकूल असर प़ड़ता है। इतना तो तय है कि यह सर्जरी इंसुलिन लेने की स्थिति को तो टाल ही देती है। भारत में मोटापे एवं मधुमेह से ग्रसित जितनी ब़ड़ी आबादी है उतनी दुनिया में कहीं नहीं है। इसलिए सर्जनों में बैरियैट्रिक सर्जरी सीखने की हो़ड़ भी लग गई है।
बैरिएट्रिक सर्जरी कराने वाले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी अगले डे़ढ़ दो महीने में छरहरे हो जाएंगे एवं पार्टी में युवा जोश भर देंगे, यह सुनने और सोचने में तो बहुत अच्छा लगता है लेकिन वह अपने नए रूप में पार्टी को कितना "प्रोटीन", "विटामिन" एवं "मिनरल्स" दे पाएंगे, इस सवाल ने मोटापे एवं मधुमेह के डॉक्टरों एवं सर्जनों के बीच अकादमिक बहस शुरू कर दी है। "रिसर्च सोसायटी फॉर दी स्टडी ऑफ डायबिटीज इन इंडिया" (आरएसएसडीआई) के दिल्ली चैप्टर के राजधानी में रविवार को हुए राष्ट्रीय सम्मेलन में इस सवाल पर डॉक्टरों की बिरादरी भारतीय राजनीति की तरह ही दो ध्रुवीय दिखी।
इस सर्जरी की वजह से डायबिटीज के इलाज में अपने "जनाधार" को लेकर चिंतित दवा और इंसुलिन से मधुमेह का इलाज करने वाले डॉक्टरों ने कहा है कि इस सर्जरी से मोटापे एवं मधुमेह से छुटकारा भले ही मिल जाए लेकिन शरीर में प्रोटीन, विटामिन एवं जरूरी मिनरल्स(खनिजों) की भारी कमी हो जाती है। जीवन भर डॉक्टर की देखरेख में जीवन बिताना प़ड़ता है।इस सर्जरी के बाद मरीज में डिप्रेशन भी पैदा होता है। इस सर्जरी के बाद रुचिकर भोजन के प्रेमी गडकरी की भूख एकदम कम हो गई है और अब वह एक आध रोटी में ही बस बोल जाएंगे।
"आरएसएसडीआई" के दिल्ली चैप्टर के अध्यक्ष एवं महाराजा अग्रसेन हॉस्पिटल में सीनियर कंसलटेंट डा. राजीव चावला, संस्था के राष्ट्रीय सचिव एवं दिल्ली के यूनिवर्सटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज ( यूसीएमएस) में डिपार्टमेंट ऑफ मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ. एवी मधु एवं दिल्ली चैप्टर के सचिव डॉ. वीएम मक्कर ने मोटापे के साथ साथ मधुमेह के इलाज में बैरिएट्रिक सर्जरी के दुष्प्रभावों को गिनाया। साथ ही यह भी जो़ड़ा कि हम यह संदेश नहीं देना चाह रहे हैं कि मधुमेह के इलाज में हम बैरिएट्रिक सर्जरी के खिलाफ हैं।
अति मोटे मरीजों का मधुमेह ठीक करने में यह सर्जरी कारगर जरूर है लेकिन यह नहीं कहा जा सकता है कि इससे मधुमेह ठीक हो जाता है। गडकरी की सर्जरी के बाद सर्जरी से मधुमेह के ठीक होने की बात के सुर्खियों में आने पर दवा एवं इंसुलिन से मधुमेह का इलाज करने वाले डॉक्टरों एवं दवा कंपनियों के कान ख़ड़े हो गए हैं। दवा और इंसुलिन से मधुमेह को ठीक करने वाले विशेषज्ञों को लग रहा है कि बैरिएट्रिक सर्जरी वाले उनके "स्पेस" को हथियाने की कोशिश कर रहे हैं(धनंजय,नई दुनिया,16 और 19 सितम्बर,2011)।
जानकारी बहुत अच्छी है खासकर मधुमेह के मरीजो के लिए पर शायद अभी इसके साइड इफेक्ट को और देख जाना चाहिए |
जवाब देंहटाएंबहुत विस्तृत जानकारी दी है आपने ... ये चर्चा होनी चाहिए जिससे इस सर्जरी के पूरे परिणाम प्रामाणिक हो सकें ...
जवाब देंहटाएंबैरिएट्रिक सर्जरी तो बडे काम की बात है जो भारत में हो भी रही है।
जवाब देंहटाएंबढ़िया जानकारी है !
जवाब देंहटाएंअच्छी जानकारी दे दी है ..
जवाब देंहटाएंफिर एक प्रचार जंग आरंभ।
जवाब देंहटाएंये तो कमाल की जानकारी है।
जवाब देंहटाएंज़्यादा खर्चीला तो नहीं है यह उपचार?
WHAT IS THE COST OF बैरिएट्रिक सर्जरी ? PRAMOD SETH UDAIPUR
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