आप भले ही कितनी भी सावधानी रख लें, लेकिन जाने - अनजाने में बच्चे चोट की चपेट में आ ही जाते हैं। अगर आपका बच्चा कुछ गलत चीज खा ले , उसे कोई जानवर काट ले या फिर कोई दूसरी अनहोनी हो जाए,तो उसकी फर्स्ट एड पर खास ध्यान दें। आइए जानते हैं कि आप पहले सही क्या सावधानियां बरत सकते हैं :
अगर आपके घर में कोई छोटा बच्चा है, तो जाहिर है कि वह थोड़ी - बहुत शरारत तो जरूर करेगा। कभी इधर भाग,तो कभी उधर ... । ऐसे में, उसे कभी भी चोट लग सकती है। मुमकिन है कि उसको ऐसी चोट ऐसी लग जाए, जिसमें तुरंत फर्स्ट एड देने की जरूरत हो। आखिरकार डॉक्टर के पास पहुंचने में कुछ वक्त तो लगता ही है। इसलिए ऐसी सिचुएशन का सामना बिना घबराए करें।
खतरा खुशबू से
बच्चों को वे तमाम चीजें बहुत अच्छी लगती हैं,जिनमें अच्छी खुशबू आती है। ध्यान रहे कि बच्चा पैन कैप , मार्बल या छोटी बॉल जैसी किसी चीज की खुशबू सूंघने के चक्कर में उसे अपनी नाक में फंसा सकता है। अगर यह चीज नाक की शुरूआत में ही अटक गई है ,तो आप उसे प्लकर से निकाल सकती हैं। लेकिन अगर वह ज्यादा अंदर चली गई है,तो डॉक्टर के पास जाना ही बेस्ट होगा। पीडियाट्रिशन डॉ . तनु सिंघल कहती हैं, ' ऑब्जेक्ट को निकालने से पहले आप उसे हल्का सा ऊपर की तरफ पुश करें। वैसे, नाक का पैसेज गले से कनेक्ट होता है, जिससे नाक में अटकी चीज लंग्स तक जा सकती है। इसलिए बेहतर होगा कि आप तुरंत डॉक्टर को दिखा दें। ' हालांकि अच्छी बात यह है कि इस दौरान बच्चा मुंह से सांस ले सकता है। इसलिए उसकी जान को खतरा जैसी कंडिशन नहीं आएगी।
जरूर कराएं टेस्ट
अगर आप नए पैरंट्स हैं , तो आपको बता दें कि तमाम ऐसी छोटी चीजें होती हैं , जो आपके बच्चे की बॉडी के अंदर जाने पर डाइजेस्टिव सिस्टम को इफेक्ट कर सकती हैं। हालांकि, इसके लिए तुरंत तो कोई रेमेडी नहीं है,लेकिन इतना जरूर है कि दर्द की शिकायत होने पर आप डॉक्टर के पास जाकर बच्चे का एक्स-रे जरूर करा लें। हो सकता है कि उसकी बॉडी के किसी हिस्से में कहीं कुछ चीज फंस गई हो। एक्स रे से इसकी सही कंडिशन पता चल जाएगी। इसके बाद भी जरूरत हो, तो एंडोस्कोपी भी कराई जा सकती है।
खा ली गई गलत दवाई
इस बात को सुनिश्चित करें कि घर की सारी दवाइयां और बाम बच्चों की पहुंच से दूर ऊपर के कैबिनेट में रखें। बच्चे के न सिर्फ इन दवाओं को खाने , बल्कि बच्चा इन्हें अपने मुंह या हाथ - पैर पर रब करने का भी खतरा रहता है। इस तरह स्किन सेनसेशन हो सकता है। बेहतर होगा कि आप दवाई लगाने वाली जगह को अच्छी तरह धो लें और इसके बाद लेक्टोक्लेमाइनलोशन लगा लें। इससे इरिटेशन भी नहीं होगी।
चिपका न दे ग्लू
कई बार बच्चे ग्लू के साथ खेल करते वक्त अपनी अंगुलियां स्किन से चिपका लेते हैं। ऐसे में , उस जगह पर घी, वेजिटेबल ऑयल या मेडिशनल अल्कोहल में से कुछ भी वहां लगाएं। ग्लू को इसमें घुलने के लिए छोड़ दें। बावजूद इसके अगर ग्लू नहीं हटता , तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।
अगर कुत्ता काट ले
अगर आपके बच्चे को बिल्ली या कुत्ते ने काट लिया है, तो सबसे पहले घाव को पानी और साबुन से पांच मिनट तक धोएं। अच्छा तरह धोने के बाद उस पर ऐंटिसेप्टिक लगाएं और डॉक्टर को दिखाने में जरा भी देरी ना करें। इसके अलावा,अगर बच्चे ने फिनाइल, फ्लोर क्लीनर या ऐसा कोई दूसरा लिक्विड पी लिया है,तो डॉक्टर के पास उस लिक्विड की बोतल भी लेकर जाएं। इससे डॉक्टर को आपकी प्रॉब्लम कंट्रोल करने में मदद मिलेगी। (मिताली पारेख,नवभारत टाइम्स,दिल्ली,15.9.11)
अच्छी जानकारी शेयर की है ... आभार
जवाब देंहटाएंउपयोगी जानकारी दी है......आभार
जवाब देंहटाएंबहुत उपयोगी जानकारियाँ दी हैं आपने तो!
जवाब देंहटाएंबहुत उपयोगी जानकारियां...
जवाब देंहटाएंउपयोगी जानकारी....
जवाब देंहटाएंthanks for useful tips.
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