हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय ने मेमोरी बढ़ाने वाला बिस्कुट बनाया है। बेसिक साइंस कॉलेज व सेंटर ऑफ फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग ने इसे तैयार किया है। इसमें विटामिन और खनिज लवण प्रचुर मात्रा में होंगे। फिलहाल यह बिस्कुट तीन फ्लेवरों में यूनिवर्सिटी सेंटर पर उपलब्ध है।
एचएयू के वैज्ञानिकों और छात्रों की मदद से तैयार इस बिस्कुट में गाजर और ब्राह्मी पाउडर मिलाया गया है। गाजर में मौजूद फाइबर जहां आंत और पेट को स्वस्थ रखते हैं, वहीं विटामिन ए आंखों के लिए बहुत लाभदायक है। ब्राह्मी की बात ही निराली है। आयुर्वेद ने भी इसकी महत्ता को विस्तार से बताया गया है। विश्वविद्यालय के औषधि विज्ञान विभाग के वैज्ञानिक बताते हैं कि इसमें मौजूद विशेष प्रकार बिकोसाइड रसायन पाया जाता है। यह दिमाग तेज करता है। इसे सिपोनिन का ही एक रूप माना जाता है।
पौष्टिकता बरकरार रहती है
विशेष तरह के मिश्रण से तैयार किया गया यह बिस्कुट पहले विभिन्न प्रकार के सांचों में डाला जाता है। इसके बाद एक निर्धारित तापमान पर इसे बेक किया जाता है। इससे इसकी पौष्टिकता बरकरार रहती है।
बच्चे भी खा लेते हैं आसानी से
बेसिक साइंस कॉलेज की डीन और सेंटर ऑफ फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग की निदेशक डॉ.संतोष ढिल्लों बताती हैं की ब्राह्मी का पावउर बच्चे आसानी से खाते नहीं है। इसके चलते इसे बिस्कुट में प्रयोग करने को सोचा गया। इसके बाद जो परिणाम आया अप्रत्याशित है।
इस बिस्कुट में न केवल ब्राह्मी के सभी गुण मौजूद है, बल्कि पौष्टिकता भी इसमें ज्यादा है। सेंटर में एमएससी की आठ और पीएचडी की तीन सीट हैं। इसमें आने वाले छात्र वैज्ञानिकों के साथ मिलकर नए नए प्रयोग कर रहे हैं। यह बिस्कुट भी इसी का नतीजा है। फिलहाल यह गाजर बिस्कुट, ब्राह्मी बिस्कुट और गाजर व ब्राह्मी के मिक्स फ्लेवर में बनाया गया है(आनंद मणि त्रिपाठी,दैनिक भास्कर,हिसार,11.4.11)।
बच्चे भी खा लेते हैं आसानी से
बेसिक साइंस कॉलेज की डीन और सेंटर ऑफ फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग की निदेशक डॉ.संतोष ढिल्लों बताती हैं की ब्राह्मी का पावउर बच्चे आसानी से खाते नहीं है। इसके चलते इसे बिस्कुट में प्रयोग करने को सोचा गया। इसके बाद जो परिणाम आया अप्रत्याशित है।
इस बिस्कुट में न केवल ब्राह्मी के सभी गुण मौजूद है, बल्कि पौष्टिकता भी इसमें ज्यादा है। सेंटर में एमएससी की आठ और पीएचडी की तीन सीट हैं। इसमें आने वाले छात्र वैज्ञानिकों के साथ मिलकर नए नए प्रयोग कर रहे हैं। यह बिस्कुट भी इसी का नतीजा है। फिलहाल यह गाजर बिस्कुट, ब्राह्मी बिस्कुट और गाजर व ब्राह्मी के मिक्स फ्लेवर में बनाया गया है(आनंद मणि त्रिपाठी,दैनिक भास्कर,हिसार,11.4.11)।
ब्राह्मी के अब दिन बहुर जायेंगे.. आयुर्वेद वाले कहते थे तो मानते ही नहीं थे..
जवाब देंहटाएंआयुर्वेद अपने भारत की एक अनमोल विद्या he जिसे अपने प्राचीन ऋषियों (वैज्ञानिक) ने खोज की थी पूरी दुनिया में अपने भारत का डंका तो बजेगा ही अब तो एलोपेथी की दवाएं आयुर्वेद के तरीके से बनने लगी हे http://bharatyogi.blogspot.com/p/blog-page_02.html
जवाब देंहटाएंबढिया तरीका ब्राह्मी की उपयोगिता बनाये रखने का ।
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