बुधवार, 23 फ़रवरी 2011

बीएचयू का शोधःपी- ५३ प्रोटीन करता है कैंसर से बचाव

यदि आप नशा नहीं करते हैं फिर भी कैंसर के शिकार हो गए हैं तो इसका मतलब है कि आपके शरीर में पी- ५३ प्रोटीन की कमी है। यह प्रोटीन शरीर में मिलने वाले दूसरे प्रोटीन से अभिक्रिया कर उसकी गुणवत्ता सुधारता है। यह जानकारी बीएचयू के वैज्ञानिकों को शोध के दौरान मिली है। शोध के अगले चरण में यह पता लगाया जा रहा है कि कैंसर से बचाव के लिए शरीर में इसकी न्यूनतम मात्रा कितनी होनी चाहिए।
नशा नहीं करने वालों में भी कैंसर के मामले मिलने के बाद बीएचयू के जंतु विज्ञान के एसोसिएट प्रोफेसर डा. रजनीकांत मिश्र के नेतृत्व में शोध छात्र रत्नाकर त्रिपाठी, कुमार शुभम, बृज भारती की टीम ने एक साल पूर्व शोध प्रारंभ किया था। इस दौरान पाया गया कि कोशिकाओं को मजबूत करने के लिए सबसे प्रभावी पी- ५३ प्रोटीन है। यह अन्य प्रोटीनों से अभिक्रिया कर उनकी गुणवता में सुधार करता है। इससे कोशिकाएं और मजबूत होती हैं। इसके चलते शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी वृद्धि होती है। जबकि, इसकी कमी होने पर कोशिकाएं काफी कमजोर हो जाती हैं और कालांतर में यही कैंसर का कारण बन जाता है। डा. रजनीकांत मिश्र के मुताबिक पी- ५३ प्रोटीन शरीर की कोशिकाओं का गार्जियन है और पैक्स- ६ प्रोटीन से अभिक्रिया कर आंख, नाक और मस्तिष्क को मजबूत बनाती है। चूहों पर इसका सफल प्रयोग किया जा चुका है। उनका दावा है कि यदि शरीर में यह प्रोटीन संतुलित मात्रा में मौजूद हो तो कैंसर से बचा जा सकता है। इसके लिए इसकी न्यूनतम मात्रा कितनी होनी चाहिए इसका पता शोध के अगले चरण में लगाया जाएगा।
पी- ५३ प्रोटीन शरीर के हर अंग में पाया जाता है। इसकी खास विशेषता यह भी है कि यह कोशिकाओं के विभाजन को रोकता है तथा कोशिका निर्माण में महत्वपूर्ण कार्य करता है। ज्यादा एक्सरे कराने तथा दवाओं के सेवन से इस प्रोटीन की क्षति होती है। रेडिएशन से बचाव तथा अनावश्यक दवाओं से परहेज कर इसकी क्षति को रोका जा सकता है(अमर उजाला,वाराणसी,22.2.11)।

6 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत महत्वपूर्ण जानकारी.. अभी कुछ समय पहले मेरे एक मित्र कैंसर से मृत्यु को प्राप्त हुये हैं..
    इस प्रोटीन के प्राकृतिक स्रोत क्या क्या हैं?? अर्थात् किन किन भोज्य पदार्थों में यह प्रोटीन पाया जाता है, यह जानना भी आवश्यक है!

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  2. इस तरह के अनुसंधान से शायद कोई ब्रेकथ्रू मिले।

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  3. बहुत अच्छी जानकारी दी आप ने धन्यवाद |

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