शनिवार, 19 फ़रवरी 2011

नींबू घास में कैंसर का रामबाण

इलाहाबाद के सैम हिंगिनबॉटम इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी एंड साइंसेज (इलाहाबाद एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट) के वैज्ञानिकों ने देश में आसानी से पाए जाने वाले नींबू घास में कैंसर सहित कई बीमारियों से छुटकारा दिलाने वाले गुण की खोज की है । यह घास उत्तर भारत के मैदानों में पाई जाती है। इसे कोचीन घास यानी सिंबोपोजियम सिट्रेटस कहते हैं । इसमें अद्भुत एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होता है । इसके चलते यह मानव शरीर में कई गंभीर रोगों के लिए जिम्मेदार अणुओं के स्वरूप में परिवर्तन लाकर उन्हें न सिर्फ स्थिर कर देती है बल्कि कुछ मामलों में यह रोगाणुओं को अपने में समाहित भी कर लेती है । संस्थान के रसायन विज्ञान विभाग की डॉ. रीना लारेंस व डॉ. मनीषा प्रसाद तथा जैव रसायन विज्ञान के डॉ.कपिल लारेंस ने अपने शोध में लेमन ग्रास में कैंसर खत्म करने के गुण की खोज की है। इस शोध ने देश भर के वैज्ञानिकों का ध्यान आकर्षित किया है । शोध के अनुसार मानव शरीर में होने वाली उपापचय क्रियाओं के फलस्वरूप ब़ड़े पैमाने पर प्रतिक्रियात्मक ऑक्सीजन उत्पन्न होती है, जो कई बार यह शरीर की कोशिकाओं को क्षति पहुंचा कर कैं सर आदि रोग उत्पन्न करती है। रोगों के लिए जिम्मेदार अणुओं, अन्य हानिकारक पदार्थों के स्वरूप को शरीर के भीतर परिवर्तित करने या फिर उन्हें समाहित करने की प्रक्रिया ही एंटी ऑक्सीडेंट क्रिया कहलाती है। लेमन ग्रास का आसव (एसेंशियल ऑयल) एंटी ऑक्सीडेंट होता है। शोध के प्रारंभ में टीम ने कृषि विवि के फार्म में उत्पादित लेमन ग्रास का एसेंशियल ऑयल प्रयोगशाला में बनाया। अगले चरण में इस ऑयल के एंटीइंफ्लेमेट्री वर्ग के प्रयोग शुरू किए गए। लेमन ग्रास के एसेंशियल ऑयल पर पूर्व में एंटी वायरल, एंटी फंगल समेत अन्य प्रयोग भी किए जा चुके हैं। मौजूदा प्रयोग एंटी ऑक्सीडेंट एक्टिविटी पर आधारित है। शोध के प्रारंभिक नतीजे इस मायने में उत्साहवर्धक हैं कि इनमें एंटी ऑक्सीडेंट एक्टिविटी के माध्यम से बुखार, पेट संबंधी बीमारियों और आर्थराइटिस समेत विभिन्न बीमारियों के अणुओं के घातक स्वरूप को परिवर्तित करने और निष्क्रिय करने की क्षमता विद्यमान है। यह फ्री रेडिकल को अपने में समाहित कर स्थिर कर देता है।

देश की विभिन्न संस्थानों में इससे पूर्व पपीता, आम व नाशपाती समेत कुछ खट्टे फलों, जिनमें साइट्रिक एसिड पाया जाता है, पर काम किया गया है। इसके अतिरिक्त अदरक, लहसुन समेत कुछ मसालों पर भी प्रयोग किए जा रहे हैं। रीना लारेंस बताती हैं कि लेमन ग्रास में एंटी ऑक्सीडेंट की क्षमता प्रमाणिक होने से इसके एसेंशियल ऑयल के ब़ड़े पैमाने पर व्यावसायिक उत्पादन की संभावना ब़ढ़ जाएगी(नई दुनिया,दिल्ली,19.2.11) ।

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