गुरुवार, 20 जनवरी 2011

धूप और स्वास्थ्य

प्रकृति का अनुपम उपहार है धूप। खासतौर पर सर्दियों में तो धूप बेहद सुहानी सी लगती है। दरअसल, यह एक ऐसा टॉनिक भी है जिसके सेवन पर आपको खर्च कुछ भी नहीं करना पड़ता और बहुत से फायदे जरूर होते हैं। आमतौर पर इसे विटामिन डी का सबसे असरदार जरिया माना जाता है। अत: सर्दियों की धूप का तो आपको लाभ अवश्य ही उठाना चाहिए।

सूर्य की पराबैंगनी किरणों के प्रभाव से हमारी त्वचा में मौजूद एर्गेस्टरल नामक पदार्थ विटामिन डी में परिवर्तित हो जाता है। चिकित्सकों का भी कहना है कि विटामिन-डी का सेवन मनुष्य को स्वस्थ, निरोगी तथा दीर्घायु बनाए रखता है। वैज्ञानिकों ने हजारों लोगों पर इसका अध्ययन किया और पाया कि जो लोग धूप का लुत्फ उठाते थे, उनमें स्वास्थ्य समस्याएं बहुत कम पाई गईं। हमारी हड्डियों की मजबूती के लिए कैल्शियम बेहद जरूरी है। धूप सेवन की वजह से कैल्शियम की ऊर्जा मिलती है। यह बताने की आवश्यकता नहीं है कि यदि आप पर्याप्त मात्र में धूप का सेवन करते हैं तो हड्डियों से जुड़ी बीमारियों से बचाव होता है। वैज्ञानिकों ने अपने अध्ययन में यह भी पाया कि यह विटामिन न केवल मांसपेशियों को मजबूत बनाता है अपितु शरीर में ऑस्टियोकैल्किन नामक प्रोटीन के निर्माण में भी मदद करता है, जिससे हड्डियां टूटने के खतरे भी कम हो जाते हैं। जाने-माने शोधकर्ता स्टीवर्ट के मुताबिक धूप हमारे शरीर के लिए बेहद जरूरी है, क्योंकि यह सीधे तौर पर हड्डियों के स्वास्थ्य में आती कमजोरियों को दूर करती है। शरीर में विटामिन डी की कमी से हड्डियों की जो सतह कमजोर हो जाती है, वह असहनीय दर्द का कारण भी बन जाती है। इस स्थिति से शरीर को उबारने में धूप सहायक है।

रीढ़ की हड्डी, जिस पर पूरी कमर टिकी होती है। विटामिन डी की कमी से उसके लिए शरीर का भार ढोना कठिन हो जाता है। अध्ययन में पाया गया कि ठंड के दिनों में यदि धूप की भरपूर खुराक ली जाए तो पीठ और कमर दर्द से निजात मिलती है। मोटी महिलाओं को आँतों के कैंसर से बचने के लिए विटामिन डी का उपयोग करना चाहिए। असल में धूप मोटापे की शिकार महिलाओं की आँतों में कैंसर को रोकने वाले जीन पीटीईएन को मजबूत बनाते हैं। इस जीन के निष्क्रिय होने पर आँतों में कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। धूप रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है। इसमें रोगाणुनाशक शक्ति भी है। धूप से रक्त कोशिकाएँ बढ़ती हैं। जोड़ों का दर्द, सूजन व मोटापा दूर होते हैं(हिंदुस्तान,दिल्ली,19.1.11)।

5 टिप्‍पणियां:

एक से अधिक ब्लॉगों के स्वामी कृपया अपनी नई पोस्ट का लिंक छोड़ें।