सुबह से लेकर रात तक जैसी व्यस्त जिंदगी हम जीते हैं उसमें अपने खानपान से जु़ड़ी बुरी आदतें हमारी सेहत और भविष्य के लिए युवाओं में आहार से जुड़ी बुरी आदतें सेहत के लिए घातक सिद्ध हो सकती हैं। ऐसे में जरूरी है कि पकने से पहले अपनी बुरी आदतों को जरूर बदलें। आप दिल से कोशिश करें तो एक-एक करके इन आदतों को बदला जा सकता है।
सबसे पहली और बुरी आदत होती है बेड-टी की। किसी व्यक्ति में सुबह-सुबह बिस्तर पर चाय पीने की आदत खासकर जाड़े के दिनों में पनपती है। इसलिए इन दिनों इस पर गौर करें कि आप ऐसी आदत के शिकार न होने पाएं। बिस्तर पर सुबह की चाय वाली लत को छोड़ना बाद में बेहद मुश्किल हो जाता है। यह आदत आपको हो तो इसे सबसे पहले सुधारें। आपको जानना चाहिए कि बेड-टी की आदत से शरीर में एसिडिटी और गैस की गंभीर समस्या हो सकती है। इसलिए उसकी जगह हल्के गरम पानी में शहद या नींबू का रस मिलाकर पीना कहीं बेहतर है। इससे पाचन क्रिया सही रहेगी, रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्घि होगी और रक्तचाप भी सुचारू रहेगा। चाय आप बाद में नाश्ते के साथ ले सकते हैं।
इसके बाद खासकर युवाओं और बच्चों में होती है जंक फूड का अधिक सेवन करने की बुरी आदत। इससे खुद को बचाना और भी जरूरी है। शाम के समय नमकीन, पिज्जा, बर्गर व पेटीस खाना भी बुरी आदत है। इनके सेवन से शरीर को किसी प्रकार का न्यूट्रीशन प्राप्त नहीं होता है, केवल पेट भरता है। यह मोटापा बढ़ने व भोजन में रुचि कम होने की समस्या भी पैदा करते हैं। शाम को यदि भूख महसूस हो तो फास्ट फूड की जगह फलों का सेवन करें जो शरीर के लिए लाभदायक है। आहार से जुड़ी अन्य बुरी बातों में कम पानी पीना, भोजन में फाइबर डाइट न लेना और बाहर की खुली वस्तुएं खाना शामिल है। ऐसी सभी आदतों को एक साथ बदलना बहुत आसान नहीं है। इसलिए इन पर एक-एक कर काबू पाएं। एक बुरी आदत पूरी तरह बदलने के बाद ही दूसरी आदत बदलने की कोशिश शुरू करें।
फाइबर है जरूरी: भोजन में रेशेदार पदार्थों का सेवन न करना भी आहार की दृष्टि से बुरा होता है। इसलिए ब्रेड, बिस्किट आदि की जगह-रोटी व दलिया, सब्जियों के सूप की जगह-कच्ची सलाद व फलों के रस की जगह-पूरे फल का सेवन करें। इन सभी चीजों को धीरे-धीरे अपने आहार में शामिल करें ताकि बुरी आदतों से छुटकारा पाया जा सके(हिंदुस्तान,दिल्ली,17.1.11)।
फाइबर है जरूरी: भोजन में रेशेदार पदार्थों का सेवन न करना भी आहार की दृष्टि से बुरा होता है। इसलिए ब्रेड, बिस्किट आदि की जगह-रोटी व दलिया, सब्जियों के सूप की जगह-कच्ची सलाद व फलों के रस की जगह-पूरे फल का सेवन करें। इन सभी चीजों को धीरे-धीरे अपने आहार में शामिल करें ताकि बुरी आदतों से छुटकारा पाया जा सके(हिंदुस्तान,दिल्ली,17.1.11)।
बहुत उपयोगी जानकारी |
जवाब देंहटाएंबधाई
Jai ho PETU BABA ki
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