शनिवार, 15 जनवरी 2011

मुंह की दुर्गन्धःकारण और निवारण

अधिकांश लोगों के मुँह से बदबू आती है। कई लोग इसे अनदेखा करते हैं। इसका कारण है मुँह में किसी स्थान पर बैक्टेरिया द्वारा प्रोटीन का विखंडन किया जाना है। श्वास नलिका, आहारनाल और पेट में कुछ समस्या होने के कारण भी बदबू आती है। आप जो भी खाते हैं आपकी साँस से उसी की बदबू आती है।

मुँह से बदबू आना एक आम समस्या है। आमतौर पर प्याज अथवा लहसुन की गंध मुँह से आती है और आस-पास बैठे लोग इसे अनदेखा करते हैं। मुँह करीब लाकर बात करने वालों को अक्सर मुँह से बदबू आने का उलाहना सुनना पड़ता है। भोजन पचने और रक्त में मिलने के बाद फेफड़ों की ओर स्थानांतरित होता है। यहाँ से उच्छवास के जरिए बदबू निकलती है। टूथ ब्रश, फ्लास और माउथवॉश करने से सिर्फ तात्कालिक राहत मिलती है। बदबू तब तक कायम रहती है जब तक शरीर पूरी तरह से भोजन को बाहर नहीं कर देता। जो लोग डाइट पर होते हैं या निर्जला उपवास करते हैं उनके मुँह से भी बदबू आती है।

यदि आप रोजाना टूथ ब्रश अथवा फ्लॉस का इस्तेमाल नहीं करते हैं तो यकीन जानिए कि आपके मुँह में भोजन के कण शेष रह जाते हैं और बदबू पैदा करते हैं। यदि आपकी पत्नी इस ओर इशारा नहीं कर रही है तो इसका यह अर्थ कतई नहीं है कि आपके मुँह से बदबू नहीं आ रही है। दाँतों के बीच, मसूड़ों अथवा जबान पर रह गए भोजन कणों से बदबू पैदा होती है।
 
जिन लोगों के आंशिक अथवा पूरे डेंचर्स होते हैं उन्हें साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए क्योंकि यहाँ रह गए भोजन कणों से तेज बदबू आती है।

मसूड़ों में सड़न की शुरूआत मुंह से बदबू आने से ही होती है। दूसरा लक्षण है मुंह में कड़वापन भी लगातार बना रहता है। मसूड़े सड़ने की वजह है-प्लॉक। यह रंगहीन चिपचिपी परत होती है जिसे बैक्टीरिया लगातार दांतों पर चढ़ाते रहते हैं। ये बैक्टीरिया ऐसे टॉक्सीन पैदा करते हैं जिससे मसूड़ों में खुजली होती है। एक ऐसी स्थिति आती है कि दाँत जड़ छोड़कर मसूड़ों से अलग होने लगते हैं। यदि मुंह में थूक किसी कारण से कम मात्रा में बनने लगे,तो बदबू आने लगती है। इसी तरह,तंबाकू के किसी भी उत्पाद से मुंह की त्वचा,मसूड़ों और दांतों को सिर्फ नुक़सान होता है। तंबाकू खाने वालों को किसी भी भोजन का स्वाद नहीं आता। उन्हें मुंह का कैंसर होने की आशंका दूसरों की बनिस्पत ज्यादा होती है। नाक,गला,श्वासनली और फेफड़ों में किसी तरह के संक्रमण के कारण अथवा असाध्य सायनाइटिस की वजह से भी मुंह से बदबू आती है। असाध्य खांसी,मधुमेह,चयापचय संबंधी समस्या व लिवर या किडनी की किसी बीमारी की वजह से भी बदबू आ सकती है।
क्या करें-
नियमित रूप से दंतचिकित्सक के पास मुंह की जांच कराते रहें। प्लॉक और सीमेंटेशन निकलवाते रहें। जिन खाद्य पदार्थों से मुंह में बदबू होती है,उन्हें आहार से निकाल दें। मुंह की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। दो बार ब्रश करें। जीभ को जीभी से साफ करें। दिन में एक बार फ्लास करें। दांतों के बीच के स्थान पर भोजन कणों को न रहने दें। यदि अस्थाई डेंचर का इस्तेमाल करते हैं तो उन्हें रात में निकाल दें। सुबह उनकी खूब अच्छी सफाई करें,फिर इस्तेमाल करें।
सड़न के कारण
दाँतों में सड़न
मसूड़े खराब होना
दाँतों के बीच भोजन कणों का बना रहना।
मुँह सूखा रहना
जबान पर बैक्टेरिया की अधिक गतिविधियाँ होना, पोस्ट नैजल ड्रिप होना
गले में किसी तरह का संक्रमण होना।
 
श्वास नलिका में संक्रमण के कारण
साइनुसाइटिस
पोलिप्स एवं सूखापन
बाहरी तत्व मुँह में बने रहना
श्वास प्रश्वास में रुकावट या म्यूकस फ्लो में रुकावट
असाध्य खाँसी एवं निमोनिया


आहारनली में संक्रमण होने के कारण
गेस्टराइटिस और फूड रिफ्लक्स एवं भोजन का आँतों में बने रहना।

माउथवाश : आमतौर पर दिखावटी असर वाले होते हैं। मुँह से बदबू आने की समस्या हो तो इनसे कोई फायदा नहीं होता। माँस, मछली खाने के बाद मुँह जरूर साफ करें(डॉ. अनिल कुमार शर्मा,सेहत,नई दुनिया,प्रथमांक,2011)

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