सर्दियों का मौसम सेहत के लिहाज से काफी अनुकूल माना जाता है। लेकिन खानपान की आदतों में बदलाव के चलते इन दिनों हार्ट अटैक, लकवा, दिल की धड़कनों में गड़बड़ी (आर्टरियल फिब्रिलेशन), निमोनिया, फ्लू जैसी बीमारियों सहित डायबीटीज व ब्लडप्रेशर के अनियंत्रित होने तथा डिप्रेशन के मामले काफी बढ़ जाते हैं। इन दिक्कतों से बचाव के लिए कुछ बातें काफी कारगर साबित हो सकती हैं।
इन बातों का रखें ध्यान
- सर्दियों में खाने में नमक की मात्रा कम कर दें क्योंकि ज्यादा नमक से ब्लडप्रेशर बढ़ता है।
- आमतौर पर सर्दियों में लोग मैदे और घी, तेल वाली चीजें ज्यादा खाते हैं, जो कि दिल की बीमारियों को बढ़ाती हैं। इन आदतों में बदलाव लाएं।
- सर्दियों में धूम्रपान छोड़ना सबसे बेहतर होता है। जो लोग इसे नहीं छोड़ सकते, उन्हें सर्दियों में इसे पीने से परहेज करना चाहिए। धूम्रपान ब्लॉकेज को अचानक तोड़ सकता है, जिससे हार्ट अटैक या सडन कार्डिक डेथ की समस्या हो सकती है।
- सर्दियों में अल्कोहल के इस्तेमाल पर नियंत्रण रखना जरूरी है। एक घंटे में 2 पैग से ज्यादा और दिन भर में 6 पैग से ज्यादा अल्कोहल लेना सेहत के लिए बहुत ही खतरनाक हो सकता है।
- हाई रिस्क कैटिगरी के मरीजों को हर साल अक्टूबर से दिसंबर महीने के बीच फ्लू का वैक्सीन जरूर लगवाना चाहिए।
- जिन्हें वैक्सीन नहीं लगी है, उन्हें 65 साल की उम्र तक हर पांचवेंसाल न्यूमोनिया की वैक्सीन लगवानी चाहिए। इसके रिपीट डोज की जरूरत नहीं होती है।
- बिना हृदय रोग विशेषज्ञ की सलाह के ठंड के दिनों में वायग्रा और इस गुप की दूसरी दवाओं का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
- ज्यादा मात्रा में चाय और कॉफी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे हार्ट रेट और ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है।
- जिनका पल्स रेट और ब्लडप्रेशर गर्मियों की तुलना में ठंड के दिनों में ज्यादा रहता है, उन्हें अपनी दवाओं की डोज में बदलाव की सलाह लेनी चाहिए।
- रात की पार्टियों के दौरान ज्यादा खाने और खाने के बाद डांस करने से परहेज करना चाहिए क्योंकि यह हार्ट अटैक का कारण बन सकता है।
- दिल की बीमारियों से बचाव में टहलना काफी कारगर साबित होता है। ऐसे में अपनी नियमित वॉक को जारी रखें(डॉ.के.के.अग्रवाल,नवभारत टाइम्स,दिल्ली,30.12.2010)।
- बिना हृदय रोग विशेषज्ञ की सलाह के ठंड के दिनों में वायग्रा और इस गुप की दूसरी दवाओं का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
- ज्यादा मात्रा में चाय और कॉफी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे हार्ट रेट और ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है।
- जिनका पल्स रेट और ब्लडप्रेशर गर्मियों की तुलना में ठंड के दिनों में ज्यादा रहता है, उन्हें अपनी दवाओं की डोज में बदलाव की सलाह लेनी चाहिए।
- रात की पार्टियों के दौरान ज्यादा खाने और खाने के बाद डांस करने से परहेज करना चाहिए क्योंकि यह हार्ट अटैक का कारण बन सकता है।
- दिल की बीमारियों से बचाव में टहलना काफी कारगर साबित होता है। ऐसे में अपनी नियमित वॉक को जारी रखें(डॉ.के.के.अग्रवाल,नवभारत टाइम्स,दिल्ली,30.12.2010)।
ठंड में वायग्रा का इस्तेमाल सही नहीं!
जवाब देंहटाएंअज़ी गर्मियों में भी क्या भरोसा है ।
दूर ही रहें तो बेहतर है ।
उपयोगी सुझाव!
जवाब देंहटाएंनववर्ष 2011 की हार्दिक शुभकामनाएँ!
सभी उपयोगी सुझाव. आभार...
जवाब देंहटाएंनूतन वर्ष आपके लिये शुभ और मंगलमय हो.