सोमवार, 6 दिसंबर 2010

सर्दी-जुकाम में "वृक्षासन"

ठंड के दिन, लगातार गिरता पारा, हर किसी को कांपने पर मजबूर कर देता है। इसी ठंड के प्रभाव से कई लोग सर्दी-जुकाम से जकड़ में आ जाते हैं। यदि आप इससे बचना चाहते हैं तो प्रतिदिन वृक्षासन करें।
वृक्षासन की विधि
किसी सुविधाजनक स्थान पर सीधे खड़े हो जाएं। कुछ पल सीधे खड़े रहें फिर दाहिना पैर उठाकर बाएं पैर के सहारे खड़े हो जाएं। इसके बाद धीरे-धीरे दाहिने पैर को घुटने से मोड़कर, एड़ी को बाएं पैर की जांघ पर टिका दें। अब शरीर का पूरा भार बाएं पैर रहेगा। अब दोनों हाथों को ऊपर की ओर उठाकर नमस्कार की स्थिति में जोड़ लें।
सावधानी
जो व्यक्ति ब्लड प्रेशर से पीडि़त है वह इस आसन को कतई ना करें।
आसन के लाभ
यह आसन ठंड के दिनों के काफी फायदेमंद है। इसके नियमित अभ्यास से नजला, सर्दी-जुकाम की शिकायत नहीं होती। दमा रोगियों के लिए भी यह आसन काफी लाभदायक है। इससे आंखों की रोशनी बढ़ती है। इस आसन को करने के बाद योगी को बिल्कुल भी आलस महसूस नहीं होता और मन प्रसन्न हो जाता है। इससे रक्त संचार ठीक होता है(दैनिक भास्कर,उज्जैन,5.12.2010)।

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