मुझे दिन में कई बार पेशाब जाना पड़ता है। सिर व पैर दर्द भी रहता है। कभी-कभी वजन एकदम से बढ़ जाता है। मेरी मां को मधुमेह है। तीन साल पहले मैने भी अपनी मधुमेह की जांच करायी थी तब शुगर सामान्य था। क्या अब दुबारा जांच करानी चाहिए? कृपया सलाह दें। -मनोज विश्वकर्मा, लखनऊ आपकी माता को मधुमेह है। इस वजह से आपमें मधुमेह होने की आशंका है। बताए गए लक्षण इसका इशारा भी कर रहे हैं। आपको तनिक भी देरी न करते हुए खाली पेट और खाने के बाद शुगर की जांच करा लें। रक्तचाप व कोलेस्ट्राल की जांच भी अतिआवश्यक है। इसके बाद ही उपचार बताया जा सकता है। मुझे पिछले 12 साल से मधुमेह है। मेरी लंबाई पांच फीट सात इंच और वजन 73 किलो है। मुझे किस तरह का खाना खाना चाहिए? बीज वाली सब्जियां मधुमेह रोगियों को नुकसान पहुंचाती हैं क्या? कृपया उचित सलाह दें। -वीके अग्रवाल, गोमती नगर, लखनऊ लंबे समय से मधुमेह होने के चलते आपको अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखना चाहिए। आपको एक सप्ताह में कम से कम पांच दिन सुबह चार किलोमीटर टहलना चाहिए। व्यायाम व योग आदि करना शरीर के लिए अत्यंत लाभकारी रहेगा। आपको चाहिए कि खाने में तुरंत शुगर बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ जैसे चाय, चीनी एवं मिठाई न खाएं। गाजर आलू खाने से परहेज करें। पिछले 15 साल से मुझे मधुमेह है। सुबह टहलने जाता हूं। खाने में वसायुक्त भोजन भी नहीं खाता हूं लेकिन मन में शंका बनी रहती है कि शुगर बढ़ न जाएं। कुछ दिन पूर्व करायी गई जांच सामान्य आयी थी। आप मुझे मधुमेह की सही दवा बता दें जिससे मुझे लाभ हो।-नरेन्द्र अग्रवाल, डालीगंज, लखनऊ आपकी सतर्कता ने पिछले लंबे समय से आपको मधुमेह के दुष्प्रभावों से बचा रखा है। नियमित व्यायाम व खानपान से इससे बचा जा सकता है लेकिन बिना जांच व आपको देखे किसी कोई दवा नहीं दी जा सकती है। आप रक्तचाप, शुगर की जांच कराकर तुरंत डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल आ जाएं। इसके बाद उपचार बताया जा सकेगा। मेरी उम्र 17 साल की है। हाथों में एकदम से कंपन होने लगती है। मुझमें यह समस्या पिछले दो साल से बनी हुई है। मेरे परिवार में भी किसी को भी मधुमेह नहीं है। क्या मुझे मधुमेह हुआ है? इस वजह से मैं काफी डरा हुआ हूं। कृपया मेरा मार्गदर्शन करें।-अंकित, लखनऊ हाथों के कंपन को मधुमेह से जोड़कर देखना सही नहीं है लेकिन इस उम्र में ऐसा होना भी खतरनाक है। आपकी न्यूरो से जुड़ी समस्या हो सकती हैं बिना देखे कोई भी सलाह देना ठीक नहीं है। ऐसे में आपको तनिक भी देरी न करते हुए चिकित्सक से इलाज कराना चाहिए। मेरी मां की उम्र 50 साल है। उन्हें पिछले आठ साल से मधुमेह है। खानपान के मामले में वह अत्यधिक लापरवाह हैं। इसके चलते उनमें शुगर की मात्रा घटती-बढ़ती है। उनको लिवर की परेशानी भी रहती है। मैं जानना चाहती हूं कि उपवास के समय साबूदाना, सूजी का हलुआ, मूंगफली व केला खाना ठीक रहेगा। बिस्कुट ब्रेड से भी नुकसान होता है क्या? कृपया सलाह दें। -श्र्वेता, सीतापुर शुगर को काबू में रखना मरीज की सबसे पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। साबूदाना, मोमफली व बिस्कुट इन मरीजों के लिए नुकसानदेह है लेकिन कभी-कभी खाने से कोई परहेज नहीं है। ब्रेड व हरी सब्जियां खाना से शुगर प्रभावित नहीं होती है। आप उनको सुबह उठकर थोड़ा व्यायाम करने की सलाह दें और नियमित जांच कराती रहें। ज्यादा जानकारी के लिए आप उनके लिए डाइट चार्ट बनवा सकती हैं। मेरी उम्र 23 साल है। मेरे मम्मी पापा दोनों को मधुमेह है। सुना है कि बड़ों में मधुमेह होने पर बच्चों को भी यह बीमारी हो जाती है। यदि यह बात सही है तो मैं इससे कब ग्रसित हो जाउंगा? क्या मैं इससे बच सकता हूं? कृपया मेरा मार्गदर्शन करें।-मुदित जायसवाल, अलीगंज, लखनऊ यह बात बिल्कुल सही है कि परिवार के बड़ों में मधुमेह होने से यह बीमारी उनके बच्चों में भी हो जाती है लेकिन सावधानी बरतकर इससे बचा जा सकता है। आपको चाहिए कि आप अपनी दिनचर्या में व्यायाम के लिए समय निकालें। खानपान में भी शुगर बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थो से बचना चाहिए। ऐसे एहतियात रखकर आप इस बीमारी से लंबी उम्र तक बचे रह सकते हो। मुझे तीन साल से डायबिटीज है। मैं इस समय ग्लिमिपैराइट (ओरल हाइपो ग्लासिमिक एजेंटा) दवा खा रही हूं। सुना है लंबे समय तक एक ही दवा खाने से बुरा प्रभाव पड़ता है। क्या यह बात सही है। आप कोई दूसरी दवा बता दें जिससे मुझे फायदा हो और मेरी बीमारी ठीक हो जाए। -सुमन गुप्ता, राजेन्द्र नगर, लखनऊ इस बीमारी को दवा से कम किया जा सकता है लेकिन मरीज इससे पूरी तरह निजात नहीं पा सकता है। नियमित व्यायाम व खानपान इस बीमारी में सबसे लाभकारी है। दवा भी मरीज को देखकर तय की जाती है। बिना देखे किसी भी दवा को बताना ठीक नहीं है। आप डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल आकर चिकित्सीय परामर्श ले सकते हैं। मेरी उम्र 52 साल है। एक साल एकदम से मुझे भूख और प्यास अधिक लगने लगी थी। थकान की वजह से कोई काम भी नहीं कर पाती थी। जांच के बाद पता चला कि मुझे उच्च रक्तचाप व मधुमेह है। हाल ही कराई गई जांच में मेरा शुगर 160 निकला है इसके बाद मेरे इंसुलिन चढ़ायी गई। इतनी जल्दी इंसुलिन चढ़ाना क्या सही है। कृपया बताएं। - उमा त्रिपाठी, बहराइच मरीज की स्थिति को देखकर इंसुलिन चढ़ाने का निर्णय लिया जाता है। इसका समय से कोई मतलब नहीं रहता है। मरीज को ठीक करना ही चिकित्सक का मकसद होता है। इसलिए इंसुलिन का चढ़ाना गलत नहीं है। वहीं डायबिटीज होने से 12 साल पहले ही शरीर में इसके संक्रमण जन्म ले लेते हैं। ऐसे में चिकित्सक मरीज को देखकर सही इलाज ही करता है। मुझे पिछले एक साल से मधुमेह है। मेरा वजन भी 110 किलो है। परहेज भी नहीं कर पाता हूं। इसके चलते खासी कमजोरी महसूस होती है। कोई काम करने में भी परेशानी होती है। सालभर पहले चिकित्सक के द्वारा बतायी गई दवा ले रहा हूं। कृपया उपचार बतायें।-हरिओम, गोण्डा आपका वजन बहुत बढ़ा हुआ है। सबसे पहले इसे 110 से कम करके 60 किलो तक लाएं। इसके लिए तली-भुनी चीजें बिल्कुल न खाएं। खाने की मात्रा में भी भारी कटौती करें। इसके सिवा सुबह उठकर व्यायाम करें एक जगह बैठ कर कतई काम न करें। नियमित जांच कराकर चिकित्सीय परामर्श लेते रहें। तभी आपका शुगर कम हो पाएगा। पिताजी को मधुमेह होने से आपमें यह बीमारी होने की आशंका है लेकिन पैरों की जलन से यह नहीं कहा जा सकता कि आप इससे ग्रसित हैं। आपको चाहिए कि तुरंत मधुमेह से संबंधित जांच करा लें। इसके सिवा किसी वरिष्ठ चिकित्सक से सलाह भी लें। मेरी पत्नी गर्भावस्था के दौरान मधुमेह से पीडि़त थी। चिकित्सीय सहयोग से शिशु का जन्म सामान्य ढंग से हो गया है। मेरी उम्र 26 साल है। मेरे पैरों में हमेशा जलन महसूस होती है। मेरे पिताजी को मधुमेह भी था। क्या मुझे भी मधुमेह हुआ है। यदि हां तो उपचार सुझाएं।-अन्नू तिवारी, इलाहाबादइस वजह से मेरे मन में खासा डर बना हुआ है। क्या आगे भी इस तरह की तकलीफ हो सकती है? कृपया सही सलाह दें। -एके शर्मा, त्रिवेणी नगर, लखनऊ गर्भावस्था के दौरान मधुमेह होना एक सामान्य बीमारी है। सही उपचार न मिलने पर जच्चा-बच्चा दोनों को खतरा बना रहता है। ऐसे में आगे आपको तमाम एहतियात बरतने चाहिए। गर्भधारण से पूर्व व उसके बाद चिकित्सीय परामर्श लेते रहें। इसके सिवा जागरण पहल की ओर से चलाये जा रहे जागरूकता कार्यक्रम के सदस्य बनकर आप इसकी जानकारी पा सकते हैं। मेरी उम्र 39 साल है। मुझे कई सालों से मधुमेह है। ब्लड प्रेशर की भी शिकायत रहती है। शरीर का वजन बढ़ गया है और सूजन भी बनी हुई है पहले दवा खाया करती थी। अब मधुमेह सामान्य आ रहा है। मेरी समझ नहीं आ रहा है कि मुझे क्या बीमारी हुई है। क्या मुझे इंसुलिन लेना चाहिए सलाह दें? -मालिनी अवस्थी, लखनऊ मधुमेह की सामान्य जांच में आपकी तकलीफ सामने नहीं आ रही है। इसके सिवा यूरीन, थायराइड व किडनी की जांच करा लें। इन जांचों के बाद बीमारी का पता चल जाएगा और उपचार करना भी आसान होगा। जांच को देखकर ही इंसुलिन लेने के बारे में तय किया जा सकता है। एक साल पहले पता चला कि मुझे मधुमेह हो गया है। आयुर्वेदिक दवा खा रहा हूं। इस वजह से मन में भय बना रहता है। क्या कोई घरेलू उपचार है? कृपया बताएं।-हरीराम, बाराबंकी बीमारी का पता चलते ही आपको सजग हो जाना चाहिए। ध्यान रहे लापरवाही से मधुमेह बढ़ जाता है जिसके बाद अन्य बीमारियां भी जन्म ले लेती हैं। आपको तनिक भी देरी न करते हुए किसी चिकित्सक से इलाज करना चाहिए(दैनिक जागरण,लखनऊ,16.11.2010)।
अच्छी जानकारी
जवाब देंहटाएंमधुमेह रोगियों के लिए ज्ञान का खजाना है जी।
जवाब देंहटाएं---------
गायब होने का सूत्र।
क्या आप सच्चे देशभक्त हैं?
.
जवाब देंहटाएंइस बेहतरीन प्रश्न और उत्तर से बहुत लोग लाभान्वित होंगे। आपका प्रयास सराहनीय है। उपयोगी जानकारी के लिए आभार।
.
Nice article,Indians Need such type of awareness article regularly.
जवाब देंहटाएंThanks for writing this for diabetics.
we Dr.Alka Singhal & Dr.M.S.Singhal are trying to educate the community by various means since last 19 years our few efforts are-
• Conducted 48 Free Diabetes camps,(Free Consultation, Pathological test, medicines & Literature) Every year on World Diabetic Day individually & many on other days .
• Published book in Hindi “Madhumeha path pradarshika” in 1999 released by Governer of U.P.Late sh Surajbhan ji
• Free distribution of awareness & information Booklets numbering > 27,000
• Conducted telephonic epidemiological survey for the no. of diabetics in Uttarakhand ,between 2005-2008 ,6637respondents . published in newspapers.
• Regular publishing of awareness articles in news papers in Uttarakhand
• Many Radio Talks on the Diabetes at Akashvani –Najibabaad
• Now published a book on Diabetic diet in Hindi “Madhumeha Vyanjan Nirdeshika” released by Jagadguru shankracharya sh.Rajrajeshwar ji on the 13.11.10, www.ediabetes.co.in/blogs
I also have same answer as Ms.ZEAL SAID.
जवाब देंहटाएं