रविवार, 28 नवंबर 2010

मध्यप्रदेशः1 जनवरी से शुरू हो सकती है स्वास्थ्य बीमा योजना

मध्य प्रदेशभर के गरीब मरीजों को बेहतर उपचार के लिए प्रस्तावित केन्द्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना अगले साल एक जनवरी से शुरू हो सकती है। सरकार ने इसकी तैयारियां पूरी कर ली हैं। कैबिनेट की हरी झंडी मिलने के बाद इसे लागू किया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग गरीबों को देश भर में मुफ्त इलाज दिलाने के लिए जल्द से जल्द यह योजना लागू करना चाहता है। यह योजना दीनदयाल अंत्योदय उपचार योजना की तर्ज पर लागू की जानी है, फर्क इतना है कि इससे गरीब मरीज पूरे देश में कहीं भी इलाज करा सकेंगे। प्रदेश में यह योजना शुरुआत में दो संभागों में लागू होगी, इसमें भोपाल व ग्वालियर संभाग शामिल हैं। सब ठीकठाक रहा तो बाद में यह योजना प्रदेश के अन्य संभागों में लागू की जा सकती है। इसका फायदा प्रदेश भर के गरीब परिवारों को मिलेगा। वे प्रदेश सहित देश में कहीं भी अपना इलाज करा सकेंगे। प्रति परिवार प्रतिवर्ष तीस हजार रुपए अधिक से अधिक बीमारी पर खर्च किए जा सकेंगे। राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना देश के कई राज्यों में चल रही है, लेकिन प्रदेश में यह अभी तक शुरू नहीं हो सकी है। इसकी वजह यह कि यहां पर गरीब मरीजों के उपचार के लिए पहले से ही दीनदयाल अंत्योदय उपचार योजना चल रही है। इसके तहत प्रति परिवार प्रतिवर्ष सरकार बीस हजार रुपए तक खर्च कर रही है। इस योजना की खामी यह है कि बीपीएल मरीज केवल प्रदेश में ही इस योजना के तहत चिन्हित अस्पतालों में इलाज कराने के पात्र हैं। प्रदेश से बाहर के अस्पतालों में इलाज कराना उनके बूते की बात नहीं होती, क्योंकि यहां पर इलाज में खर्च काफी ज्यादा आता है। इस योजना के तहत प्रदेश सरकार किसी बीमा कंपनी के साथ करार करेगी, जिसमें बीमारियों व अन्य शर्ताें का उल्लेख होगा। बीपीएल मरीजों के इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों के साथ कुछ चुनिंदा निजी अस्पतालों को भी शामिल किया जाएगा। यह योजना गरीब परिवारों के लिए शुरू की जा रही है, लेकिन प्रदेश में कितने गरीब परिवार हैं, इस पर असमंजस की स्थिति है। केन्द्र के आंकड़ों में यह संख्या अलग है तो प्रदेश सरकार व अन्य एजेंसियों का आकलन अलग है(दैनिक जागरण,भोपाल,28.11.2010)।

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