हिमाचलवासियों को एचआईवी टेस्ट करवाने के लिए अब घर पर ही खून जांच की सुविधा मिलेगी। राज्य एड्स कंट्रोल सोसाइटी की मोबाइल वैन में इस सुविधा को जोड़ दिया गया है। इसका सीधा लाभ उन लोगों को मिलेगा, जो स्वेच्छा से एचआईवी जांच करवाना तो चाहते हैं, लेकिन अस्पतालों तक नहीं जा पाते।
एमपीडब्ल्यू फील्ड से जांच करवाने वाले लोगों का डॉटा एकत्र करके फील्ड से जांच करवाने वाले लोगों का डाटा एकत्र करके जिला एड्स कंट्रोल अधिकारी को देंगे। उसके बाद टेस्टिंग सुविधा उनके गांव पहुंच जाएगी। यही नहीं मोबाइल जागरूकता वैन में टेस्ट करने से संबंधित उपकरण और काउंसलर भी हैं, जो लोगों की मौके पर ही काउंसलिंग भी करेंगे।
नादौन और भोरंज में इसी माह
इन दिनों मोबाइल वैन हमीरपुर में हैं। इस समय जिले के सुजानपुर टौणीदेवी और बड़सर में इंटीग्रेटिड काउंसलिंग एंड टेस्टिंग (आईसीटीसी) केंद्र सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध है। लेकिन नादौन और भोरंज में यह सुविधा न होने से लोगों को हमीरपुर एआरटी सेंटर पर टेस्टिंग काउंसलिंग के लिए निर्भर रहना पड़ता है।
लेकिन इस माह इन दिनों क्षेत्रों में मोबाइल टीम यह सुविधा प्रदान करेगी। यहां लोग स्वेच्छा से एचआईवी रक्त जांच करवा सकेंगे, वहीं उनकी काउंसलिंग भी हो सकेगी। यदि कोई पॉजीटिव पाया जाता है, तो उसे शीघ्र ही अगली चिकित्सीय सुविधा भी मिल सकेगी। दोनों क्षेत्रों में पहले नादौन और फिर भोरंज में सात-सात दिनों के लिए यह सुविधा होगी।
एआरटी सेंटर हमीरपुर से मिले आंकड़ों के मुताबिक युवा वर्ग में स्वेच्छा से एचआईवी टेस्ट करवाने वालों का ग्राफ ज्यादा बढ़ रहा है। पिछले दिनों सुजानपुर में ही अकेले 75 युवा-युवतियों ने स्वेच्छा से एचआईवी जांच करवाई। हमीरपुर में हर सप्ताह 200 से 300 तक युवा आ रहे हैं, जो कॉलेज गोइंग हैं(दैनिक भास्कर,हमीरपुर,2.10.2010)।
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