रविवार, 24 अक्तूबर 2010

अब कूलर और पंखा चलाना ठीक नहीं

अब कूलर और पंखा चलाना सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। रात में ओस, दिन में ठंडी हवा और सुबह-शाम लोगों को ठंड लगने लगी है। सर्दीचुपके से आने का आभास करा रही है। दिपावली तक लोगों को गरम कपड़े निकालने पड़ सकते हैं। ऐसे मामूली सी लापरवाही सेहत पर भारी पड़ सकती है। सर्द-गर्म, खांसी और जुकाम हो सकते हैं। वहीं दमा, श्वासं, उच्च-निम्न रक्त चाप से पीड़ित लोगों को ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। दिल्ली और इसके आसपास के इलाके में शुक्रवार की शाम हुई हल्की बारिश ने एकदम से सर्दी बढ़ा दी है। दिन में तेज ठंडी हवा चल रही हैं। वातावरण में नमी है। जिसके कारण सुबह-शाम सर्दी का एहसास होने लगा है। डाक्टरों का मानना है कि इस मौसम में खान-पान पर ध्यान देना लाजिमी है। वातावरण के अनुकूल कपड़े नहीं पहनना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। इस मौसम में कुछ ऐसी बीमारियां के होने के भी आसार होते है, जो जान लेवा साबित हो सकती हैं। नोएडा के नवीन अस्पताल के डाक्टर धीरज सिंघल का कहना है कि इस मौसम को हल्के में नहीं लेना चाहिए। सुबह-शाम गर्म कपड़ों का प्रयोग करना अच्छा होगा।

खासकर इस मौसम में छोटे बच्चों को सर्दी अधिक लगती है। जिसके कारण बच्चों को निमोनिया और श्वास रोग लग जाते हैं। इसलिए बच्चों को सर्दी से बचाना चाहिए। कैलाश अस्पताल के डाक्टर तरुण कुमार का कहना है कि यह सर्दी दो दिन पहले हुई हल्की बारिस के कारण है। बारीस से होने वाली सर्दी से वायरल, चर्म रोग, दमा हो सकते हैं। इसके लिए रात में कूलर-पंखा बंद रखना चाहिए(हिंदुस्तान,ग्रेटर नोएडा,24.10.2010)।

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