पंजाब में,सरकारी अस्पतालों में डिलीवरी निशुल्क होने के साथ दवाएं भी मुफ्त मिलेंगी। स्वास्थ्य विभाग ने सिविल सर्जनों व सीनियर मैडिकल अफसरों को आदेश जारी कर स्पष्ट किया है डिलीवरी के समय किसी भी मरीज से कोई दवा न मंगवाई जाए। अस्पताल के एसएमओ दवा यूजर चार्जेज से खरीदकर मरीज को देंगे।
राज्य में जच्चा-बच्चा मृत्यु दर रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने यह कदम उठाया है। सरकारी अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं का इलाज पहले ही फ्री है। विभाग के डायरेक्टर डा. जेपी सिंह ने कहा कि यह आदेश पहले भी जारी किया गया था पर कुछ अस्पतालों ने यह कहकर असमर्थता जताई कि उनके यूजर चार्जेज ज्यादा नहीं हैं। अब फिर से निर्देश जारी कर स्पष्ट किया गया है कि डिलीवरी पर खर्च होने वाली राशि विभाग रिफंड कर देगा।
लेंगे नहीं देंगे 700 रुपये
सरकारी अस्पताल में डिलीवरी करवाने वाली महिलाओं को सेहत विभाग 500 रुपये के अलावा आने-जाने के 200 रुपये दे रहा है। डायरेक्टर डा. जेपी सिंह ने कहा कि डिलीवरी के बदले लिए जाने वाले सभी खर्च माफ हो चुके हैं और अब दवाएं भी फ्री मिलेंगी। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि ग्रामीण इलाकों में गर्भवती महिलाएं दाइयों व अनट्रेंड स्टाफ से डिलीवरी करवाने की बजाय सरकारी अस्पतालों में आएं(दीपक भंडारी,दैनिक भास्कर,अमृतसर,1.10.2010)
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