बालों का झड़ना, चेहरे पर धब्बे, झाईं, सफेद दाग, खून की कमी, शारीरिक कमजोरी, सबके लिए बस ‘हर्बल दवा’ की एक खुराक। हर्बल न हुआ, जादू का पिटारा हो गया। दवा, क्रीम के इस्तेमाल का नतीजा यह है कि कई युवाओं के शरीर पर दाने, घाव और चकत्ते पड़ गए हैं। इलाहाबाद शहर के कई हर्बल मेंस पॉर्लर में थकान, सिर दर्द, कमर दर्द दूर करने के लिए दवा के नाम पर उत्तेजना बढ़ाने वाली गोलियां या जड़ी बूटी का लेप दिया जा रहा है। तात्कालिक फ्रेशनेश और थोड़ी सी शक्ति पाने वाले दवाओं के एडिक्ट हो गए जिससे शरीर टूटने लगा है। जिले में पिछले दो वर्षों में ३४ हर्बल मेंस पॉर्लर खुले हैं। सिविल लाइंस के अलावा अल्लापुर, करेली, कटरा, चौक, बहादुरगंज, मुट्ठीगंज में भी कई मेंस पॉर्लर हैं जो हर्बल फेस मसाज, पीठ, कमर दर्द को लेप से ठीक करने का दावा कर रहे हैं। इनमें से १८ के खिलाफ लिखित शिकायते हैं। आरोप है कि वहां फेस मसाज, पैर, पीठ, कमर की चर्बी कम करने, झुर्रियां दूर करने के नाम पर कई शिफ्ट में आठ से दस हजार रुपये तक लिए गए लेकिन लाभ के बजाय नुकसान होने लगा। चेहरे के काले धब्बे, झाईं दूर करने के लिए जो क्रीम, जेल लगाया, उससे चकत्ते, दाने हो गए। कुछ को तो घाव सा हो गया। आयुर्वेदाचार्यों का आरोप है कि कम पढ़े लिखे कुछ लोग हर्बल का नाम लेकर लोगों की भावनाओं का दोहन कर रहे हैं। आयुष और आयुर्वेद परिषद के सदस्यों ने इस मामले की शिकायत सीएमओ, डीजी हेल्थ और स्वास्थ्य मंत्री से की है। उनके मुताबिक हर्बल के नाम पर नकली जड़ी बूटी का इस्तेमाल होने से दिक्कत बढ़ी।
आयुर्वेदाचार्य डॉ.एस. के राय के मुताबिक इससे पढ़े लिखे लोगों में हर्बल के प्रति अविश्वास पैदा हो रहा है। आयुष के सदस्य डॉ.प्रकाश मिश्रा, डॉ.आराधना सिंह, डॉ.अरुण ऐसे कई ‘हर्बल पॉर्लर’ पीड़ितों का ब्योरा शिकायत में भेजा है(अमर उजाला,इलाहाबाद,2.9.2010)।
आजकल धोखाधड़ी तो हर चीज़ में हो रही है ।
जवाब देंहटाएंइन सो काल्ड हर्बल दवाओं में अक्सर steroids मिलाये जाते हैं ।
सतर्क रहना चाहिए ।