दिल्ली डायबिटिक रिसर्च सेंटर के अध्ययन में हुआ खुलासा
अगर आप सोचते हैं कि बढ़ती उम्र के साथ अपना दिल भी आपका साथ दें तो इसके लिए दिनचर्या व खानपान में बदलाव करना होगा। दिल्ली डायबिटिक रिसर्च सेंटर के ताजा अध्ययन कहते हैं कि राजधानी में 45 फीसदी युवाओं का दिल 40 साल से पहले ही साथ छोड़ रहा है जिसकी शुरुआत उच्च रक्तचाप नामक साइलेंट किलर के रूप में देखी गई है। दिन भर में अगर 3 से 4 बार आपका रक्तचाप सामान्य से अधिक हो जाता है तो इसका सीधा इशादा दिल के असुरक्षित होने का है। दिल्ली डायबिटिक रिसर्च सेंटर के डॉ. एके झिंगन कहते हैं राजधानी में 45 साल से कम उम्र के 1500 लाख लोग इस समय मधुमेह से पीड़ित हैं, जिसमें 35 फीसदी युवाओं में दिल की बीमारी दस्तक दे चुकी है। 50 फीसदी युवा ऐसे हैं जिन्हें उच्च रक्तचाप की शिकायत पाई गई। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान की कार्डियोलॉजिस्ट डॉ.पूनम कपूर कहती हैं कि प्रिजर्वेटिव फूड (चिप्स, आचार, नमकीन, सॉस व रेडी टू ईट मील) के जरिए जरूरत से अधिक सोडियम (नमक ) शरीर में पहुंच रहा है, जिसका असर उच्च रक्तचाप माना गया है। सामान्य से अधिक उच्च रक्तचाप का नियमित बने रहना दिल की बीमारियों के तीनो प्रमुख कारण में एक माना जाता है। अन्य कारणों में मधुमेह व तनाव को जगह दी गई है।
किससे करें परहेज
- अधिक शुगर और अधिक नमक कार्बोहाइड्रेड का स्तर बढ़ाता है
- फ्रिज कि ए गए फलों की अपेक्षा फ्रेश फल खाएं, फ्रीजर फलों में शर्करा बढ़ जाती है
- रिफाइंड अनाज की जगह 100 प्रतिशत होल ग्रेन व फाइबर युक्त अनाज है सुरक्षित
- सिगरेट, एल्कोहल व तनाव माने गए हैं बचाव के तीन प्रमुख उपाय
दिल्ली तो अब देश की डायबिटिक कैपिटल बन चुकी है ।
जवाब देंहटाएंसही सलाह दी है आपने ।
ज्ञानवर्धक पोस्ट। सलाह मानूंगा।
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी प्रस्तुति। हार्दिक शुभकामनाएं!
काव्य के हेतु (कारण अथवा साधन), परशुराम राय, द्वारा “मनोज” पर, पढिए!