गुरुवार, 26 अगस्त 2010

सोवा रिग्पा होगी भारतीय चिकित्सा पद्धति में शामिल

तिब्बत सहित हिमालयी क्षेत्रों में प्रचलित प्राचीन उपचार पद्धति सोवा रिग्पा को भारतीय चिकित्सा पद्धतियों में शामिल करने के प्रावधान वाले विधेयक को बुधवार को राज्यसभा की मंजूरी मिल गई। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री गुलाम नबी आजाद ने आश्वासन दिया कि सरकार सोवा रिग्पा पद्धति में अनुसंधान के लिए विशेष प्रयास करेगी। उनके इस आश्वासन के बाद सदन ने भारतीय चिकित्सा केंद्रीय परिषद (संशोधन) विधेयक को ध्वनिमत से मंजूरी प्रदान कर दी। इससे पूर्व विधेयक पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए आजाद ने कहा कि सोवा रिग्पा के भारतीय चिकित्सा पद्धतियों में शामिल होने से आयुर्वेद, यूनानी, सिद्ध, होम्योपैथी जैसी आयुष पद्धतियों के साथ-साथ इसका भी प्रचार होगा। कानून बनने के बाद सोवा रिग्पा के संरक्षण और संव‌र्द्धन में मदद मिलेगी। आजाद ने कहा कि इसके लिए सरकार अलग से एक अनुसंधान परिषद गठित करेगी। यह परिषद इस पद्धति में अनुसंधान कार्यो को बढ़ावा देगी। परिषद देश विदेश के विश्वविद्यालयों एवं चिकित्सा संस्थानों के साथ अनुसंधान के लिए करार भी करेगी। सोवा रिग्पा के बारे में विस्तृत जानकारी यहां है। (दैनिक जागरण,चंडीगढ़ संस्करण,26.8.2010)।

1 टिप्पणी:

  1. बहुत सी रोग निवारक पद्धतियाँ बिखरी पड़ी हैं । उन्हे भी संचयित किया जाना चाहिए ।

    जवाब देंहटाएं

एक से अधिक ब्लॉगों के स्वामी कृपया अपनी नई पोस्ट का लिंक छोड़ें।