शनिवार, 21 अगस्त 2010

मृत लिवर को जिंदा करने की उम्मीद बंधी

लिवर की बीमारी से जूझ रहे लोगों के लिए हर्बल औषधि रामबाण है। कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने एलोवेरा (घृतकुमारी), पिकोराइचा, बोरहेबिया के एल्कोहलिक एक्स्ट्रेक्ट से ऐसी हर्बल औषधि तैयार की है, जिससे लिवर की मृत कोशिकायें भी ठीक हो जाएंगी और 20 दिन में पहले की तरह काम करने लगेंगी। खरगोश पर प्रयोग करके इसके गुण को सिद्ध किया गया है। मनुष्य पर शोध होना शेष है। यहां के फारमाकोलॉजी विभाग में हुए शोध के बारे में विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ सुरेश सिंह ने बताया कि 10-10 खरगोश के तीन समूहों को कार्बट्रैक्टा क्लोराइड देकर उनके लिवर को क्षतिग्रस्त यानि कोशिकाओं को मृत किया गया। इसमें से एक समूह के खरगोशों को एलोवेरा (घृतकुमारी), पिकोराइचा, बोरहेबिया का एल्कोहलिक एक्स्ट्रेक्ट दिया गया। इसका प्रभाव चौंकाने वाला रहा। उनके लिवर की मृत कोशिकाएं सक्रिय होने लगी और 20 दिनों में पहले जैसी हो गयीं। कुछ में लिवर की क्रियाशीलता पहले से अधिक पायी गयी। डॉ अनुराग जैन ने डॉ आईपी जैन, डॉ एसपी सिंह, डॉ सुरेश सिंह के निर्देशन में हुए शोध का परीक्षण अभी तक मानव पर नहीं किया गया है। इस बारे में डॉ सिंह ने बताया कि मेडिकल कालेज को जानवरों पर ही प्रयोग की अनुमति है, आगे के शोध के लिए प्रयास किया जा रहा है(दैनिक जागरण,कानपुर,21.8.2010)।

2 टिप्‍पणियां:

  1. yadi yah proyog manav par safal raha to sach mein n jaane kitne hi asamay maut kee kagar par jaate logon ke liye bahut badi umeed hogi..
    bahumulya Jaankari ke liye aabhar

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  2. बढ़िया प्रयास है । कामना है कि मनुष्यों में भी कामयाब रहे ।

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