शनिवार, 28 अगस्त 2010

कैंसर के आठ सबसे बड़े लक्षण

शोधकर्ताओं ने कैंसर के आठ ऐसे लक्षणों पर प्रकाश डाला है जिनको कैंसर के साथ जोड़ा जाता है और जिनकी व्याख्या अबतक ठीक से नहीं की गई है. कैंसर पर शोध करनेवाली कीले विश्वविद्यालय की टीम ने ये भी बताया है कि उम्र के किस पड़ाव पर इंसान को कैंसर के इन लक्षणों के प्रति सबसे चिंतित रहना चाहिए.
इन लक्षणों में पेशाब में आनेवाले ख़ून और ख़ून की कमी की बीमारी अनीमिया शामिल है. दूसरे लक्षण हैं पखाने में आनेवाला ख़ून,खांसी के दौरान ख़ून का आना,स्तन में गाँठ,कुछ निगलने में दिक़्कत होना,मीनोपॉस के बाद ख़ून आना और प्रोस्टेट के परीक्षण के असामान्य परिणाम. कैंसर रिसर्च यूके का कहना है कि किसी भी व्यक्ति के स्वास्थ्य में असामान्य परिवर्त्तन की जाँच होनी चाहिए. शोधकर्ताओं का कहना है कि कैंसर के किसी भी लक्षण के दिखने पर उसकी जाँच तुरंत करवाए जाने की ज़रूरत है.
इससे कैंसर का पता चलने और उसे रोक पाने की कोशिशों में आसानी होगी. ये एक मात्र लक्षण नहीं कैंसर के आठ लक्षण
  1. पेशाब में आनेवाले ख़ून
  2. ख़ून की कमी की बिमारी अनीमिया
  3. पखाने में आनेवाला ख़ून
  4. खांसी के दौरान ख़ून का आना
  5. स्तन में गाँठ
  6. कुछ निगलने में दिक़्कत होना
  7. मीनोपॉस के बाद ख़ून आना
  8. प्रोस्टेट के परीक्षण के असामान्य परिणाम
कैंसर रिसर्च यूके का कहना है कि इन लक्षणों को कैंसर के एक मात्र लक्षण के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए. कैंसर रिसर्च यूके के मुताबिक "कैंसर के ये लक्षण पहले से ही महत्त्वपूर्ण माने जाते हैं.लेकिन कैंसर के 200 से भी ज़्यादा प्रकार हैं.और इनके कई अलग लक्षण भी हैं." कैंसर रिसर्च यूके का ये भी कहना है कि "अगर आपको कैंसर के ये लक्षण नज़र आएँ तो आप तुरंत इसकी जाँच करवाएँ.कैंसर का पता अगर शुरुआती दौर में चल जाए तो इसके इलाज़ के सफल होने की संभावना ज़्यादा होती है." रॉयल कॉलेज ऑफ़ जेनरल प्रैक्टिशनर्स की मानद् सचिव प्रोफ़ेसर अमांदा हॉवे का कहना है कि "प्राथमिक शोध में पहले से परिचित इन लाल झंडेवाले लक्षणों के बारे में जानकारी मिलना उपयोगी है.इससे डॉक्टरों के साथ अपने रोग के लक्षण पर चर्चा करने के लिए मरीज़ो को उत्साहित किए जाने की महत्ता को बल मिलेगा." (बीबीसी हिंदी,28.8.2010)

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