शुक्रवार, 6 अगस्त 2010

हार्ट कैंसर का देश का तीसरा सफल ऑपरेशन जयपुर में

जयपुर शहर के एक निजी अस्पताल के चिकित्सकों ने फतेहपुर (सीकर) निवासी राहुल (10) के हार्ट कैंसर (मिक्सोमा) का सफल ऑपरेशन किया है। चिकित्सकों के अनुसार इस तरह के देश में दो मामले दिल्ली और बेंगलुरू में ही मिले हैं।
इस प्रकार के कैंसर 98 से 99 प्रतिशत राइट या लेफ्ट एट्रियम में मिलते हैं। इसके कारण तीन साल से सांस फूलना, पांव में सूजन, चलने-फिरने में बच्चे को परेशानी हो रही थी। ऑपरेशन करीब 6 घंटे तक चला। हार्ट सर्जन डॉ. विक्रम गोयल ने बताया कि जांच में सामने आया कि बच्चे के हार्ट में बाईं तरफ कैंसर था, जो मुख्य श्वास धमनी (पल्मोनरी आर्टरी) से होते हुए इसकी शाखाओं में फैल कर खून के प्रवाह को दोनों फेफड़ों में जाने से रोक रहा था। ऑपरेशन के लिए बेहोशी का इंजेक्शन देते ही हार्ट से फेफड़ों के जाने वाले रास्ते ब्लॉक हो गए और राहुल के खून में ऑक्सीजन की मात्रा 0 हो गई। इस पर मरीज की छाती खोलकर कृत्रिम मशीन से ऑक्सीजन पहुंचाई गई और बच्चे की जिन्दगी को बचाया। इसके बाद ट्यूमर निकाला गया। ऑपरेशन में डॉ. हरीश खन्ना, डॉ. मुनीश एवं डॉ. आशीष जैन आदि का सहयोग रहा। ये थी दिक्कत : ट्यूमर के कारण हार्ट से फेफड़े को जाने वाला खून पूर्णतया बंद हो गया था। घर का चिराग सलामत रहा बच्चे के परिजनों का कहना था कि सीकर के डॉ. वी.के. जैन को दिखाने पर जांच में दिल में गांठ होने की बात सामने आई। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान नई दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े अस्पतालों में जाने के बाद भी वहां के चिकित्सकों ने बीमारी का इलाज करने के लिए तो हां कर दी, लेकिन ये कहा कि ऑपरेशन के बाद मरीज बच जाएगा इसकी कोई गारंटी नहीं है। कई वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञों ने तो इलाज करने के लिए साफ इनकार कर दिया। इस पर वे बच्चे को जयपुर लाए(सुरेन्द्र स्वामी,दैनिक भास्कर,जयपुर,6.8.2010)।

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