शुक्रवार, 27 अगस्त 2010

दिल्लीःअपोलो ने डेढ़ साल के बच्चे का लीवर प्रत्यारोपण कर रचा इतिहास

अठारह माह का स्रोय किम। कंबोडिया के इस बच्चे का अपोलो अस्पताल में लीवर प्रत्यारोपण कर नया जीवन दिया गया। स्रोय किम जन्म से ही पीलिया तथा हाइपरटेंशन से पीडि़त था और दिनों दिन हालत बिगड़ती जा रही थी। पड़ताल में पता चला कि उसे ऐक्स्ट्राहैपेटिक बिलियरी की भी बीमारी है, तत्काल उसका लीवर प्रत्यारोपण किया गया और आज वह पूरी तरह से ठीक है। उसकी मां ने कहा कि इसके पहले हमने इसका इलाज सिंगापुर में कराया था लेकिन फायदा नही हुआ तो हमने इसे अपोलो लाने का फैसला किया, यहां के डॉक्टरों ने मेरा बेटा वापस किया है। अपोलो ग्रुप द्वारा आठ महीने में 534 अंग प्रत्यारोपित कर एक नया इतिहास रचा है। इस विशेष मौके पर अपोलो द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता में इस बात का खुलासा किया गया। इस मौके पर अपोलो हॉस्पिटल गु्रप के चेयरमैन डा.प्रताप सी. रेड्डी ने इस उपलब्धि पर अंग प्रत्यारोपण टीम को बधाई देते हुए आम लोगों को इसके लिए जागरूक करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि आज हर साल भारत में दो लाख से अधिक लोगों को अंग प्रत्यारोपण की जरूरत होती है और हर वर्ष हर साल बीस हजार लीवर प्रत्यारोपण की आवश्यकता है। अपोलो ग्रुप द्वारा अब तक 6587 अंग प्रत्यारोपण किया जा चुका है। जहां तक वर्ष 2010 की बात है तो इस वर्ष लीवर 134, किडनी 398, हार्ट 2 और 51 बोन मैरो ट्रांसप्लांट किया गया है(दैनिक जागरण,दिल्ली,27.8.2010)। इसी मुद्दे पर आज नई दुनिया की रिपोर्ट कहती है कि इस साल के अंत तक अपोलो अस्पताल समूह अंगों के ट्रांसप्लांट (प्रत्यारोपण) में दुनिया का सबसे व्यस्त अस्पताल हो जाएगा । वह इस मामले में अमेरिका के मायो क्लीनिक को पीछे छोड़ने वाला है । यह तब है जब यहां केडेवर ट्रांसप्लांट ( ब्रेन डेड हुए लोगों के अंगों से) जोर नहीं पकड़ रहा है । संसद में संशोधित अंग प्रत्यारोपण कानून के पारित होने के बाद देश में अंग दान अभियान को खासा बल मिलने वाला है । वह दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया का सबसे बड़ा ट्रांसप्लांट हब बन जाएगा । भारत में हर साल दो लाख से अधिक लोगों को अंग प्रत्यारोपण की जरूरत होती है । एक अनुमान के मुताबिक यहां हर तीन मिनट में एक ऐसा मरीज जुड़ जाता है जिसे अंग प्रत्यारोपण की जरूरत है । अपोलो समूह के अध्यक्ष डॉ. प्रताप सी रेड्डी ने गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन में बताया कि अस्पताल समूह ने इस साल आठवें महीने में ५३४ अंग प्रत्यारोपण का रिकॉर्ड कायम किया है । समूह के चिकित्सा निदेशक एवं शिशु लीवर विशेषज्ञ डॉ. अनुपम सिब्बल ने कहा कि दिसंबर तक यह अस्पताल समूह अमेरिका के मायो क्लीनिक को निश्चित ही पीछे छोड़ देगा । मायो क्लीनिक में अभी औसतन ६६२ अंग प्रत्यारोपण होते हैं । इस मौके पर लीवर ट्रांसप्लांट कराने वाले अस्पताल के ५०० वें मरीज ५८ वर्षीय रणवीर सिंह भी थे । १९ महीने का कंबोडिया का बालक स्रॉय किम अपनी बाल सुलभ हरकतों से सभी को अपनी और आकर्षित कर रहा था । जन्म से ही पीलिया रोग के शिकार किम का तीन महीने पहले लीवर का ट्रांसप्लांट हुआ है ।

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