गुरुवार, 5 अगस्त 2010

गर्भनिरोधक

क्या आप जानती हैं कि आपके लिए कौन सा कॉन्ट्रासेप्टिव सबसे सही है ? कहीं आप भी ऐड को देख - सुनकर कॉन्ट्रासेप्टिव का इस्तेमाल धड़ल्ले से तो नहीं कर रहीं ? अगर हां , तो जरा संभल जाइए। पेश है , बाजार में मौजूद लेटेस्ट कॉन्ट्रासेप्टिव्स की रिपोर्ट : हॉरमोन बेस्ड कॉन्ट्रासेप्टिव्स सबसे ज्यादा पॉपुलर कॉन्ट्रासेप्टिव इसी क्लास के हैं। अगर आपकी उम्र 35 वर्ष से कम है और आप पूरी तरह स्वस्थ हैं , लेकिन कुछ समय तक बच्चे नहीं चाहतीं , तो डॉक्टर की सलाह से इनका प्रयोग कर सकती हैं। अगर आपका वजन अधिक है , आपको हार्ट , लिवर , अस्थमा , ब्लड प्रेशर या जॉन्डिस है , तो भूलकर भी पिल्स या हॉरमोन बेस्ड कॉन्ट्रासेप्टिव न लें। यह उनके लिए भी ठीक नहीं है , जो स्मोक या ड्रिंक करती हैं। आइए जानते हैं इनके प्रकार - हॉरमोन इंजेक्शन : अगर आप रोजाना गोलियां नहीं खाना चाहतीं या वे आपको सूट नहीं करतीं , तो आप प्रोजेस्ट्रॉन के इंजेक्शन ले सकती हैं। ये 10 से 13 हफ्ते तक सुरक्षा दे सकते हैं। इसके बाद आपको फिर इंजेक्शन लेना होगा। यह ऑव्यूलेशन को रोकता है और यूटेरस की दीवार पर म्यूकस पैदा कर देता है , ताकि स्पर्म अंदर न आ सकें। कितना सुरक्षित : इसे लगवाने के 24 घंटे बाद से असर शुरू होता है और बेहद प्रभावी माना जाता है। कुछ लोगों का वजन बढ़ सकता है और पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं। कंसीव करने के लिए कुछ महीनों तक इंतजार करना पड़ सकता है। वजाइनल रिंग बाजार में आया सबसे नया प्रॉडक्ट है रिंग। इसे महीने में एक बार इस्तेमाल करना होता है। अगर रोज पिल्स नहीं खाना चाहतीं और स्पमिर्साइड या दूसरे बैरियर्स का प्रयोग नहीं करना चाहतीं , तो यह आपके काम की है। यह 2 इंच व्यास की बेहद पतली (4 मिमी ) हॉरमोन के मिश्रण वाली एक लचीली , पारदर्शी प्लास्टिक रिंग है। इसमें मौजूद प्रोजेस्ट्रॉन और इस्ट्रोजेन हॉरमोन्स वही हैं , जो ओरल पिल्स में होते हैं। इस रिंग को आप अपने आप लगा सकती हैं। यह वजाइना में तीन हफ्ते तक लगातार थोड़ी मात्रा में हॉरमोनरिलीज करती रहती है , जिससे प्रेग्नेंसी नहीं होती। तीन हफ्ते बाद आप इसे निकाल सकती हैं। कितनी प्रभावी : पिल्स से ज्यादा सुरक्षित मानी जाती है यह। इसकी पोजिशन ठीक हो या न हो , फर्क नहीं पड़ता। बस आपको कंफटेर्बल होना चाहिए। मुश्किल : इसकी कीमत - जो 800 रु के आसपास है। इंप्लांट्स इंप्लांट में बेहद पतली एक प्लास्टिक रॉड होती है , जिसे बांह में स्किन के नीचे फिट किया जाता है। यह देह में लगातार प्रोजेस्ट्रॉन रिलीज करता रहता है। बांह में लगाए जाने वाले कॉन्ट्रासेप्टिव इंप्लांट तीन से पांच साल तक प्रेग्नेंसी से बचाते हैं। इसमें प्रोजेस्ट्रॉन होता है , जो ऑव्यूलेशन को रोक देता है और यूटेरस के म्यूकस का नेचर बदल देता है , ताकि प्रेग्नेंसी को रोका जा सके। कितना सुरक्षित : इसे सबसे सेफ ऑप्शन माना जाता है। भारत में अभी यह उपलब्ध नहीं है। ओरल पिल्स महीने में 21 दिन खाई जानेवाली ओरल पिल्स सबसे ज्यादा पॉपुलर ऑप्शन है। इन्हें लेना आसान है और ये सस्ती भी हैं , लेकिन बिना डॉक्टर की सलाह के इसे न लें , क्योंकि ये सबको सूट नहीं करतीं। कितना सुरक्षित : अगर सही ढंग से लिया जाए , तो यह सुरक्षित है। लेकिन अधिकतर महिलाओं से भूल हो जाती है और नतीजा अनचाहा गर्भ। गोलियां खाने से वजन बढ़ सकता है , उल्टी की शिकायत हो सकती है। इमर्जेंसी पिल्स : जैसा कि इसके नाम से ही जाहिर है इसे किसी भी इमर्जेंसी जैसे ओरल पिल खाने में हुई भूल में इस्तेमाल किया जाता है। इसे मॉर्निंग आफ्टर पिल भी कहा जाता है। इसमें दोनों हॉरमोंस की भारी मात्रा होती है , जो गर्भ ठहरने नहीं देती। लेकिन ईसीपी को बिना डॉक्टर की सलाह के न लें। कितनी सुरक्षित : 100 प्रतिशत नहीं। चाहे एक लें या दो , सुरक्षा की पूरी गारंटी नहीं दी जा सकती। इसलिए किसी मजबूरी में या कंडोम फट जाने जैसी स्थिति में इसे लें , लेकिन इसे आदत न बनाएं। 2. नॉन हॉर्मोनल कॉन्ट्रासेप्टिव्स अगर आपकी उम्र 35 से ज्यादा है और आपको मेडिकल प्रॉब्लम जैसे हार्ट , लिवर , अस्थमा या बीपी की शिकायत है , तो आपके लिए नॉन हॉमोर्नल कॉन्ट्रासेप्टिव सही रहेंगे। शर्त यही कि आप इन्हें डॉक्टर की सलाह के बिना न लें। इंट्रायुटेराइन कॉन्ट्रासेप्टिव डिवाइस इसे कॉपर टी कहा जाता है , जिसे यूटेरस में किसी डॉक्टर की सहायता से फिट किया जाता है। अनप्रोटेक्टेड सेक्स के सात दिनों के भीतर इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। यह एग और स्पर्म को आपस में मिलने नहीं देती। यह एक तरह की लचीली प्लास्टिक की डिवाइस है , जिसे एक कॉपर के तार के साथ यूटेरस में लगा दिया जाता है। कॉपर वायर यूटेरस की केमिस्ट्री बदल देता है और स्पर्म को एग से मिलने से रोकता है और गर्भ को ठहरने से भी। कितना सुरक्षित : 98 प्रतिशत सुरक्षा देती है। दो विकल्प के साथ उपलब्ध है तीन या पांच साल। सरकारी सेंटरों में मुफ्त , बाजार कीमत 375-500 रुपये। पीरियड ज्यादा होना , पैरों में दर्द आम है। अगर कॉपर से एलजीर् है या पीरियड्स में भयंकर दर्द रहता है , तो यह आपके लिए नहीं है। स्पर्मिसाइड जेली , फोम और फिल्म के रूप में आनेवाले स्पमिर्साइड्स में नोनोक्सिनॉल -9 केमिकल होता है , जो स्पर्म का खात्मा कर देता है। सेक्स से ठीक पहले इसे अप्लिकेटर की सहायता से वजाइना में लगाना होता है। कुछ कंडोम में भी स्पमिर्साइड होता है। इसमें मौजूद केमिकल के संपर्क में आने से स्पर्म खत्म हो जाते हैं। कितना सुरक्षित : अगर किसी अन्य बैरियर जैसे कंडोम के साथ इस्तेमाल किया जाए , तो सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है। ये बिना प्रेस्क्रि प्शन के खरीदे जा सकते हैं। कुछ लोगों को इससे अलर्जी हो सकती है। फीमेल कंडोम यह लुब्रिकेटेड पॉलिथिन शीथ का बना स्पेशल कंडोम है , जिसे कुछ ही महीनों पहले लॉन्च किया गया है। इसे एक बार ही इस्तेमाल किया जा सकता है। यह प्रेग्नेंसी रोकने के अलावा एचआईवी और एसटीडी से भी सुरक्षा प्रदान करता है। कितना सुरक्षित : 95 प्रतिशत। लेकिन यह सबसे महंगे विकल्पों में से एक है। एक कंडोम की कीमत 80 रुपए तक है। इसलिए डॉक्टर पुरुष कंडोम की वकालत करते हैं , जिसे इस्तेमाल करना आसान है और यह सस्ता भी है। हां , फीमेल कंडोम को बैकअप के लिए रखा जा सकता है(कंचन श्रीवास्तव,नभाटा,दिल्ली,29 जुलाई,2010)।

1 टिप्पणी:

एक से अधिक ब्लॉगों के स्वामी कृपया अपनी नई पोस्ट का लिंक छोड़ें।