सोमवार, 5 जुलाई 2010

उत्तराखंड में झोलाछापों पर शिकंजा

उत्तराखंड के स्वास्थ्य विभाग ने झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ मुहिम छेड़ दी है। इसी के तहत गत दिवस नई टिहरी जिले के मुख्य चिकित्साधिकारी के नेतृत्व में टीम ने चमियाला तथा घनसाली में छापे मार कर सात निजी क्लीनिक सीज कर दिए। सीएमओ डा. बीसी पाठक के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भिलंगना प्रखंड में काम कर रहे झोलाछाप डाक्टरों पर शिकंजा कसा। इसके बाद चमियाला तथा घनसाली में एक दर्जन से अधिक निजी क्लीनिक पर छापे मारे। चमियाला में चार और मुख्य बाजार घनसाली में तीन क्लीनिकों पर ताले जड़ दिए। कुछ झोलाछाप डाक्टरों के क्लीनिक पर न मिलने के चलते उनकी दुकानों के बाहर टीम ने नोटिस चस्पा कर दिए। पाठक ने बताया कि विभाग की टीम अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में भी अभियान चलाएगी। वैध डॉक्टर एकजुट देहरादून: हालांकि झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ डॉक्टरों की निजी संस्थाएं सीधे तौर से कार्रवाई नहीं कर सकतीं, लेकिन दून में डॉक्टरों की अलग-अलग संस्थाओं ने इस मामले में संयुक्त जंग छेड़ने का ऐलान किया है। इस कार्य में वे सरकारी मशीनरी को पूरी तरह समर्थन करने के विचार में हैं। आईएमए की देहरादून शाखा के अलावा प्रांतीय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा संघ ने झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई के मुद्दे पर सरकार को पूर्ण समर्थन देने का ऐलान किया है। दोनों संगठनों का कहना है कि अभियान में व सरकारी मशीनरी के साथ हैं। आईएमए देहरादून इकाई के अध्यक्ष डॉ.जेपी नवानी ने कहा, झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ हम सीधे तौर पर तो कार्रवाई नहीं कर सकते, लेकिन हम स्वास्थ्य विभाग के साथ है। अगर हमसे सहयोग मांगा गया तो हम कदम बढ़ाएंगे। आईएमए झोलाछाप से लोगों को बचाने के लिए पोस्टर और विज्ञापन से लोगों को जागरूक करता रहता है। इस कार्य को और प्रभावशाली तरीके से करने का प्रयास होगा(दैनिक जागरण,राष्ट्रीय संस्करण,5.7.2010)।

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