शनिवार, 10 जुलाई 2010

अगर आती है झपकी तो हो जाएं होशियार

क्या आप अनिंद्रा के शिकार है? क्या आपको मोबाइल पर बात करते, खाना खाते हुए या फिर कंप्यूटर पर काम करते हुए नींद तो नहीं आती है? कहीं आप बैठे-बैठे कुछ मिनटों के लिए अचानक सो तो नहीं जाते। यदि हां तो सावधान हो जाइए। डाक्टरों के अनुसार काम करते हुए यदि आप पांच से दस मिनट के लिए अचानक सो जाते है तो आप नारकोलेप्सी बीमारी से पीडि़त हैं। यह एक तरह का पेरासौम्य स्लीप डिसआर्डर है। मंडावली में शुक्रवार को ऐसे ही एक मामले में नारकोलेप्सी बीमारी से पीडि़त युवक की मौत का मामला प्रकाश में आया है। वह इस बीमारी के चलते फर्श पर गिर पड़ा। सिर में चोट लगने से उसकी मौत हो गई। गुरुतेग बहादुर अस्पताल की मनोचिकित्सक डा. श्रुति के अनुसार नारकोलेप्सी अनिंद्रा का ही एक रूप है। इससे पीडि़त व्यक्ति कभी भी कुछ भी काम करते हुए अचानक पांच से दस मिनट के लिए सो जाता है। इसे एक तरह का दौरा भी कह सकते हैं। इसका इलाज संभव है। मरीज के हिसाब से इसका इलाज होने में छह महीने से साल भर का समय लग सकता है। इसकी जांच पोलिसोमनो ग्राफी के जरिए होती है। डाक्टर मरीज से पूछताछ व उसके जांच कर यह पता लगाता है कि उसे अधिकतर किस समय व क्या काम करते हुए नींद आती है। मरीज की दिनचर्या के बारे में पता लगाकर उसका इलाज किया जाता है।

कारण

* मिर्गी से ग्रस्त मरीजों में यह बीमारी जल्दी होती है

* दुर्घटना में सिर में गंभीर चोट लगना

*किसी तरह की दिमागी बीमारी होना माइग्रेन, डिप्रेशन आदि

*कोई बड़ा सदमा लगना सावधानी

* मरीज को वाहन नहीं चलाना चाहिए

* अकेले यात्रा नहीं करनी चाहिए द्य अकेले या बिना सहारे के सीढि़यां उतरना या चढ़ना नहीं चाहिए

*उसे कभी भी अकेला न छोड़ें, उसे अकेले सोने से बचना चाहिए(अमित कसाना,Dainik Jagran,10.7.2010)

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