अगर आप पान मसाला खाने के शौकीन हैं तो यह खबर पढ़कर आपको सावधान हो जाना चाहिए। हो सकता है कि आप अनजाने में पान मसाला के साथ तंबाकू का सेवन भी कर रहे हों। कुछ पान मसाला कंपनियां ग्राहक को अपने प्रोडक्ट का मुरीद बनाने के लिए उसमें तंबाकू मिला रही हैं। पंजाब के पान मसाला शौकीनों में प्रचलित हो चुकी दो प्रमुख कंपनियों के उत्पादों में निकोटिन मिला है। गाजियाबाद की सेंट्रल फूड लैब ने इसकी पुष्टि की है। रिपोर्ट मिलने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथारिटी ने फूड सेफ्टी कमिश्नरों को आगाह कर दिया है। उन्हें पान मसाला उत्पादों की विशेष जांच कराने को कहा गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को पान मसाला उत्पादों में तंबाकू मिलाए जाने का संदेह था। मंत्रालय ने हाल ही में नेशनल टोबेको कंट्रोल प्रोग्राम के तहत देश के कई प्रमुख ब्रांड के पान मसाला के सैंपल भरवाए। सभी सैंपल गाजियाबाद की सेंट्रल फूड लेबोरेटरी भेजे गए। वहां इनमें निकोटिन, पीएच व मैगिनजियम कार्बोनेट की जांच की गई। जांच रिपोर्ट के मुताबिक इनमें से दो प्रमुख कंपनियों के पान मसाला में निकोटिन पाया गया। विशेषज्ञों ने निष्कर्ष निकाला कि इन उत्पादों के सैंपलों में निकोटिन मिलने की वजह सिर्फ तंबाकू ही है जबकि प्रीवेंशन आफ फूड अडल्ट्रेशन एक्ट के तहत पान मसाला में तंबाकू मिलाने पर पाबंदी है।
अब फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथारिटी के असिस्टेंट डायरेक्टर जनरल डा.धीर सिंह ने राज्यों को पान मसाला की विशेष जांच शुरू करने के निर्देश दे दिए हैं। उन्हें कहा गया है कि बाजार में बिक रहे विभिन्न ब्रांड के सैंपल भरकर आर्टीफिशियल स्वीटनर, कलरिंग मैटर, निकोटिन व स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह अन्य तत्वों की जांच कराई जाए। पंजाब के स्वास्थ्य निदेशालय ने सभी सिविल सर्जनों को पान मसाला के सैंपल भरकर चंडीगढ़ स्थित पब्लिक हेल्थ लैब भेजने को कहा है। सिविल सर्जनों को पंद्रह दिन में जवाब भेजने को कहा गया है कि उन्होंने निर्देशों के बाद कितने सैंपल भरकर जांच कराए।
-ब्रांड की लत लगाने के लिए कर रहे ऐसा: डा.पुष्पिंदर
लुधियाना में आस किरण नशा छुड़ाओ केंद्र के इंचार्ज व गुरु गोबिंद सिंह स्टडी सर्किल के प्रतिनिधि डा.पुष्पिंदर सिंह के मुताबिक ये कंपनियां उत्पाद की पैकिंग व विज्ञापन में उनके नॉन टोबेको प्रोडक्ट होने का दावा करती हैं। अगर वे उसमें तंबाकू मिला रही हैं तो यह उन ग्राहकों के विश्वास व सेहत के साथ धोखा है, जो उसे नॉन टोबैको प्रोडक्ट समझकर सेवन कर रहे हैं। कंपनियों को पैकिंग पर ही स्पष्ट कर देना चाहिए कि उसमें तंबाकू है। उनके मुताबिक पान मसाला में तंबाकू सिर्फ ग्राहक को उसकी लत लगाने के लिए मिलाया जाता है। डा.पुष्पिंदर के मुताबिक छात्रों में पान मसाला काफी प्रचलित है, और अगर इसमें तंबाकू मिलाया जा रहा है तो छात्रों का नशे के आदी होने का खतरा ज्यादा है। इसमें सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए(विपन जूंद,दैनिक भास्कर,लुधियाना,5.7.2010)।
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