एच१एन१ फ्लू का पहला पूर्णतः स्वदेशी टीका कल आम लोगों के लिए जारी कर दिया गया। आज से यह बिक्री के लिए उपलब्ध है। टीके की कीमत ३९१ रुपए होगी और इसे एक ही बार लगवाना पड़ेगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद ने स्वयं यह टीका लगवाकर इसकी शुरुआत की।
टीका जारी करते हुए आजाद ने कहा कि मंत्रालय ने जून, २००९ में जल्द से जल्द तथा भारतीय परिस्थितियों के अनुकूल टीका बनाने की चुनौती स्वीकार की थी जिसे अहमदाबाद स्थित कैडिला हैल्थकेयर ने पूरा कर दिखाया। कंपनी हर साल इस टीके के करीब ७५ लाख डोज तैयार कर सकती है। कैडिला के अलावा पुणे की कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और दिल्ली की दो कंपनियां भारत बायोटेक और पनेसिया बायोटेक टीका बनाने के प्रयास में जुटी थीं। आजाद ने कहा कि भारत समेत दुनिया के कई देशों में एच१एन१ फ्लू फैलने को ध्यान में रखते हुए मंत्रालय ने इसके विदेशी टीके सीमित संख्या में मंगवाए थे। ये टीके उन स्वास्थ्यकर्मिंयों को लगाए गए थे जो स्वाइन फ्लू के मरीजों के सीधे संपर्क में आते हैं। कुछ राज्यों में तो उन टीकों को लगाया गया लेकिन कुछ राज्यों ने इन टीकों को लगवाने में रूचि नहीं दिखाई। उन्होंने आशा व्यक्त की कि आगामी मानसून के मौसम में उनका भी इस्तेमाल कर लिया जाएगा। कई विकसित देशों में फ्लू का टीका पहले से ही था और अब भारत के पास भी एच१एन१ फ्लू का टीका हो गया है। केडिला के बाद पुणे स्थित सिरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के जून के अंत तक तथा नई दिल्ली स्थित पेनेसिया बायोटेक के जुलाई के अंत तक टीके तैयार कर लेने की संभावना है(नई दुनिया,दिल्ली,4 जून,2010)।
good news be happy
जवाब देंहटाएंsaaheb ne lagaayaa to thik hi hogaa..
जवाब देंहटाएंjay ho..