विश्व भर में कैंसर के मरीजों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इसके इलाज और दवाओं पर चर्चा करने के लिए चंडीगढ के पास लांडरां परिसर में,चंडीगढ़ ग्रुप आफ कालेजेज द्वारा कल अंतरराष्ट्रीय स्तर का सेमिनार आयोजित हुआ। इस दौरान आस्ट्रेलिया की डेकिन यूनिवर्सिटी के प्रो. पीटर बीच और प्रो. जगत कंवर ने विद्यार्थियों को कैंसर की बीमारी से निजात पाने के लिए हो रहे अनुसंधान के बारे में बताया। उनके साथ राष्ट्रीय औषधीय शिक्षा अनुसंधान केंद्र (नाईपर),मोहाली के प्रो. कुलभूषण टीको, पीजीआई से प्रो. योगेश चावला तथा पंजाब विश्वविद्यालय के प्रो. एसएन सान्याल ने भी विचार रखे। प्रो. बीच तथा प्रो. कंवर ने बायोटेक्नोलॉजी तथा फार्मेसी विद्यार्थियों को आस्ट्रेलिया में कैं सर के इलाज के लिए उपयोग की जाने वाली अत्याधुनिक तकनीकों के बारे में बताया। उन्होंने विद्यार्थियों को कैंसर के लिए जिम्मेदार मानवी जींस की बनावट की जानकारी दी। प्रो. योगेश चावला ने विद्यार्थियों को पीजीआई में कैंसर के मरीजों को दी जाने वाली दवाओं एवं परहेज के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि पीजीआई में कैंसर के मरीजों को अंतिम स्टेज से बचाने के लिए दवाई तैयार करने के लिए खोज की जा रही है, इसमें शीघ्र ही सफलता मिलने की उम्मीद है। प्रो. टीको ने विद्यार्थियों को कैंसर के संबंध में खोज करने की नसीहत देते हुए कहा कि मौजूदा युग में कैंसर के इलाज के लिए जो तकनीक अपनाई जाती है वह कैंसर सेलों को समाप्त करने के बजाय मानवी शरीर के जींस को बुरी तरह से प्रभावित करती है। चंडीगढ़ ग्रुप आफ कालेजेज के चेयरमैन सतनाम सिंह संधू तथा अध्यक्ष रछपाल सिंह धालीवाल ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर का यह सेमिनार भविष्य में होने वाली कैंसर पर खोजों के लिए निश्चय ही सहायक सिद्ध होगा।
(दैनिक जागरण,मोहाली,7.5.2010)
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