मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने टीबी के मरीजों की सहायता के लिए कल एक वेबसाइट का लोकार्पण किया। डॉट्स देलही नामक इस साइट को देलही डॉट्स कार्यक्रम द्वारा विकसित किया गया है। इस वेबसाइट की मदद से टीबी के मरीज अपने ईलाज और अन्य सेवाओं के बारे में विस्तार से जानकारी ले सकेंगे। राज्य टीबी नियंत्रण कार्यक्रम द्वारा दिल्ली सचिवालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि सरकार पिछले दस वर्षों में ८६ हजार टीबी मरीजों की जान बचाने में सफल रही है। टीबी से होने वाली मृत्यु दर २२ से घटकर दो फीसदी रह गई है। इलाज की सफलता दर ३० फीसदी से बढ़ ९८ फीसदी हो गई है। गौरतलब है कि दिल्ली के 585 डॉट्स केंद्रों,192 सुनिश्चित गुणवत्ता प्रयोगशालाओं और 24 चेस्ट क्लीनिकों में टीबी का मुफ्त उपचार उपलब्ध है। समझा जाता है कि अगर दो हफ्ते से ज्यादा समय तक खांसी रहे,तो बलगम की जांच दो दफा करानी चाहिए ताकि पता चल सके कि कहीं यह टीबी तो नहीं।
पर इस साइट का पता लिखना क्यों भूल गये?
जवाब देंहटाएंमैने बहुत कोशिश की मगर न तो साइट का पता किसी अखबार में मिला और न गूगल के सर्च इंजन में। फिर भी,ध्यानाकर्षण हेतु आभार।
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