सोमवार, 31 मई 2010

क्विटोबैक

बिरलावेद ने वर्षों तक अपने शोध के बाद एक ऐसा प्राकृतिक उत्पाद "क्विटोबैक" तैयार किया है जो तंबाकू का उपयोग छ़ुडाने में प्रभावशाली ढंग से मदद करता है। इसके साथ ही निकोटिन रिप्लेसमेंट थेरेपी (निकोटिन हटाने का इलाज) का सशक्त विकल्प भी है। "क्विटोबैक" निकोटिनरहित शत-प्रतिशत आयुर्वेदिक गोली है जो तंबाकू सेवन और धूम्रपान छुड़ाने में सहायक है। यह गोली सभी मानकीकृत जड़ी-बूटियों के प्रभावशाली रसों का निचोड़ है, जिसे आसानी से चबाई जाने वाली गोली के रूप में बनाया गया है।
इससे न केवल धूम्रपान करने और गुटखा चबाने की लत पर अंकुश लगता है वरन इन आदतों को छुड़ाने के बाद पैदा होने वाले शारीरिक लक्षणों और समस्याओं पर भी काबू पाया जा सकता है। इसके अलावा इसके ताकतवर एंटीऑक्सीडेंट्स (ऑक्सीकरणरोधी) द्वारा महत्वपूर्ण अवयवों को धूम्रपान से होने वाले अत्यधिक नुकसान से सुरक्षा भी की जाती है।
"क्विटोबैक" गोली में लवंग, यस्तिमधु, ब्राह्मी, शंखपुष्पी, अमलाकी, इला, अदरक, पीपली, खदिर और तुलसी के शक्तिशाली रस मिलाए जाते हैं। लवंग में पाए जाने वाले सक्रिय तत्व निकोटिन के उपापचय (मेटाबॉलिज्म) को बढ़ाते हैं, जिससे निकोटिन को कोटिनाइन में बदलने में मदद मिलती है। यह निकोटिन का ऐसा उपापचयी होता है जो पेशाब के जरिए शरीर से बाहर निकल जाता है। इसके परिणामस्वरूप धूम्रपान की तलब और इसके बाद के लक्षणों को कम किया जा सकता है।
गोली में डाले गए ब्राह्मी, शंखपुष्पी तनाव कम करते हैं और यस्तिमधु भी तनावरोधक का काम करती है। यह न्यूरोप्रोटेक्टर के तौर पर काम करती है। आंवला एक सक्षम एंटीऑक्सीडेंट का काम करता है और शरीर के महत्वपूर्ण अंगों को होने वाले मूलभूत नुकसानों से बचाता है। एंटीऑक्सीडेंटल काम के अलावा आंवला एंटीटिश्यूजिव कम करता है ताकि धूम्रपान से पैदा होने वाली खांसी की तीव्रता कम की जा सके । इलायची और लवंग मुंह का स्वास्थ्य बेहतर बनाने का काम करते हैं और मुंह में पाए जाने वाले और रोगों को पैदा करने वाले विषाणुओं, पी-जिंजीवैलिस और पी-इंटरमीडिया समाप्त करते हैं।
"क्विटोबैक" में मौजूद इलायची और खदिर मुंह की दुर्गंध दूर करते हैं और मुंह को स्वच्छ रखने के साथ-साथ मसूड़े भी मजबूत बनाते हैं। इन गोलियों को सभी दवा की दुकानों से प्राप्त किया जा सकता है। इसे हर रोज दो या तीन बार चबाकर खाने की सलाह दी जाती है। जब किसी व्यक्ति को धूम्रपान करने या तंबाकू चबाने की ज्यादा इच्छा होती है तो ऐसे लोग प्रतिदिन छह गोलियां तक ले सकते हैं। इस गोली का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसमें निकोटिन नहीं होता इसलिए न तो इसकी इच्छा होती है और न इसे खाने की आदत पड़ती है। इस गोली के कोई दुष्प्रभाव भी नहीं होते और न अन्य दवाओं के लेने से इस पर कोई प्रभाव पड़ता है।
सबसे बड़ी बात यह है कि जिस व्यक्ति को धूम्रपान या तंबाकू खाने की लत पर काबू पाना हो तो उसे दृढ़ इच्छाशक्ति भी रखनी होगी और लगातार इस बात पर ध्यान रखना होगा कि वह किस तरह इन बुरी आदतों से बचा रहे। यदि इन बातों को लगातार ध्यान में रखा जाता है तो इलाज बहुत असरकारी और तेजी से लाभ देता है। इसके अलावा धूम्रपान और तंबाकू छोड़ने का लाभ यह होता है कि व्यक्ति अधिक स्वस्थ होता है और उसमें बेहतर आत्मसम्मान का भाव होता है। उसमें तनाव की मात्रा कम होती है और वह अपने परिवार, बच्चों के लिए बेहतर उदाहरण होता है। एक बुराई से मुक्ति मिलती है और साथ ही लोगों का पैसा भी बचता है(जयवंत किरकिरे,नई दुनिया,दिल्ली,31.5.2010)।

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