हिमाचल प्रदेश के 12 अस्पतालों में रोगी कल्याण समितियों की दुकानों पर सीधा सॉल्ट के नाम से बिकने वाली दवाइयां (जेनेरिक) सस्ती कीमत पर मिलेंगी। अब ये दवाइयां एक चौथाई दाम पर मिलेंगी।
राज्य के दस जिलों के अस्पतालों में जनौषधि स्टोर खोलने के लिए सोमवार को स्वास्थ्य विभाग और केंद्र सरकार के उपक्रम ब्यूरो ऑफ फार्मा पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग के बीच सोमवार को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए।
प्रदेश रोगी कल्याण समितियों के प्रतिनिधियों, प्रधान स्वास्थ्य सचिव पीसी धीमान और बीपीपीआई के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर पी. वेंक टेंशन ने इस पर समझौते पर हस्ताक्षर किए। जनौषधि केंद्रों को जेनेरिक दवाइयां इंडियन ड्रग एंड फार्मास्यूटिकल, हिंदुस्तान एंटीबायोटिक, बंगाल कैमिकल एंड फार्मास्यूटिकल, कर्नाटका एंटीबायोटिक एंड फार्मास्यूटिकल और राजस्थान ड्रग एंड फार्मास्यूटिकल लिमिटेड देंगी। ये कंपनियां लगभग 350 प्रकार की जेनेरिक दवाइयां उपलब्ध कराएंगी।
इस मौके पर स्वास्थ मंत्री राजीव बिंदल ने कहा कि सिविल सप्लाई से एल 1 टेंडर के मुताबिक ही दवाएं खरीदी जा रही हैं। पहले एल 2, 3 और एल 12 तक टेंडर के आधार पर परचेज कमेटी खरीद करती थी। इसमे पारदर्शिता नहीं रहती थी। जेनेरिक दवाइयों के स्टोर के शुरू होने से आम लोगों को बेहतर सस्ती दवाइयां उपलब्ध हो सकेंगी। पहले इस मुहिम में अड़चन आ रही थी, क्योंकि अलग अलग कंपनियों की जेनेरिक दवाइयों के दाम भी अलग अलग थे। ऐसे में उनकी क्वालिटी पर शंका थी।
जनौषधि केंद्र सरकार का उपक्रम है। उन्होंने कहा कि जेनेरिक दवाइयों के स्टोर राज्य के दस जिलों के 12 अस्पतालों में खुलेंगे। आईजीएमसी, मेडिकल कॉलेज टांडा सहित किन्नौर और लाहौल स्पीति को छोड़कर सभी जिला अस्पतालों में यह स्टोर खुलेंगे। इस एमओयू के बाद राज्य में दवाई की वितरण प्रणाली में एक नया अध्याय जुड़ेगा। बाद में प्रदेश के सभी जिलों में यह केंद्र शुरू किए जाएंगे। एमओयू में बीपीपीआई आरकेएस को दवाइयों के लिए साठ दिन का क्रेडिट देगा। एक माह में दवाई वापस भी की जा सकती है। दुकानों का प्रबंधन कार्य रोगी कल्याण समितियों पर ही होगा। राज्य के डॉक्टरों को इसके लिए प्रशिक्षित भी किया जा चुका है।
डॉक्टरों को लिखनी होंगी दवाइयां
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जेनेरिक दवाइयां पर्ची पर हर हाल में लिखनी होंगी। डॉक्टरों को भी इसके निर्देश जारी किए जा चुके हैं। ऐसा न करने वाले डॉक्टरों पर जांच भी चल रही है। अस्पतालों में यह स्टोर सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक खुले रहेंगे(दैनिक भास्कर,शिमला,25.5.2010)
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