बुधवार, 7 अप्रैल 2010

भारतीयों के लिए उम्र,वजन और श्रम के हिसाब से निर्धारित आहार की मात्रा

जिस स्वास्थ्य को असली धन माना गया है,वह आज कमोबेश हम सब के लिेए चिंता का विषय बना हुआ है। नए-नए रोग सामने आ रहे हैं और नए उपचार भी। लोगों का जीवन-काल भी बढा है मगर स्वास्थ्य के प्रति आशंका है कि जाती नहीं। ऐसे लोग-बाग भी खूब मिलते हैं जो कहते हैं कि 40 के बाद तो बीमारियां घर कर ही जाती हैं। उम्र को तो रोका नहीं जा सकता,अलबत्ता,कुछेक सावधानियां ज़रूर बरती जा सकती हैं। आज हम इस बात की चर्चा नहीं करेंगे कि योग,प्राणायाम,आसन,कम भोजन,सलाद आदि को भोजन में शामिल करने ,फल का नियमित सेवन करने वगैरह को दिनचर्या का हिस्सा बनाया जाए तो स्वस्थ रहने की गारंटी मिल सकती है। इस पर तमाम बातें हो चुकी हैं मगर हम आदत से लाचार लोग हैं ।
इसलिए,आज आपके लिए पेश है मानव संसाधन विकास मंत्रालय के खाद्य तथा पोषाहार बोर्ड द्वारा जारी तालिका जिसमें बताया गया है कि किस उम्र और वज़न के भारतीय व्यक्ति के लिए कितना आहार पर्याप्त है और पौष्टिकता की वह मात्रा किस भोज्य वस्तु में सर्वाधिक है। इसमें संदेह नहीं कि अधिकतर बीमारियां हमारी जीवन-शैली और खान-पान का परिणाम हैं। इस तालिका पर नज़र डालेंगे तो सहज ही इस नतीज़े पर पहुंचेंगे कि आप ऐसी कई चीजें खा रहे हैं जिनकी कीमत तो बहुत है मगर जिनमें पोषक-तत्व उस अनुपात में नहीं हैं। यह तालिका इस निष्कर्ष पर पहुंचाने में भी सहायक है कि जिन कारणों की पहचान हो चुकी है,उनकी पूर्ति सामान्य खान-पान से ही कैसे की जाएः

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