साथियो,
पिछले तीन-चार दिनों से मेरे ब्लॉग से "डिजाइन" का टैब, जो होमपेज पर "नया संदेश" टैब के ठीक बाद दिखता था,ग़ायब हो गया है। इसका मौजूदा स्वरूप कुछ यों हैः
डिजाइन के ग़ायब होने के कारण,पोस्ट सूची वाले पेज पर बांयी ओर,"सेटिंग्स" टैब के नीचे जो विकल्प दिखते थे,अब नहीं दिखतेः
यही नहीं,पोस्ट सूची के बाद जो ड्रॉप डाउन मेन्यू बनता है,उसपर क्लिक करने से भी अब सिर्फ "सेटिंग्स" का लिंक ही खुलता है,जबकि उस पर पहले कई लिंक बने होते थे जिन्हें आप अपने पेज पर जाकर देख सकते हैं-
ब्लॉग जगत के तकनीकी धुरंधर इस मामले में मेरी मदद कर सकते हैं। मुझे उनकी सहायता की आवश्यकता है। अनेक मर्ज़ों की दवा श्री पाबला जी से भी मैंने संपर्क साधा है,मगर वे किन्हीं व्यस्तताओं की वजह से प्रत्युत्तर नहीं दे पा रहे हैं।
यद्यपि इस असुविधा के बावजूद,मैं ब्लॉगिंग कर पा रहा हूं,फिर भी स्पैम टिप्पणियों का लिंक न बनने के कारण एक अनावश्यक खीझ पैदा होती है। मुझे विश्वास है कि जानकार लोग सहायता के लिए आगे आएंगे।
अग्रिम धन्यवाद।
राधारमण जी , ऐसा लगता है आप नया ब्लोगर इंटरफेस इस्तेमाल कर रहे हैं . या फिर गलती से उसमे पहुँच गए हैं . वापस ओल्ड इंटरफेस पर जाकर देखिये , शायद ठीक हो जाए .
जवाब देंहटाएंदिक्क़त यह है कि मेरे डैशबोर्ड में "गूगल+ पर कनेक्ट करें" के बाद,सीधे "हमारे नए रंगरूप के बारे में" का विकल्प बन रहा है जबकि बाकियों के कम्प्यूटर में,इन दोनों विकल्पों के बीच ही पुराने इंटरफेस पर लौटने का विकल्प मौजूद है।
हटाएंआप अपने ब्लॉग को लोगिन उस युसर आईडी से नहीं कर रहे जिस से उसे बनाया था | आपने अपनी दूसरी युसर आईडी को भी अपने ब्लॉग से जोड़ रेखा है और आप उस से लोगिन करने कि गलती कर रहे हैं |
जवाब देंहटाएंमैं अपने उसी मूल आईडी से लॉगिन ही नहीं पोस्ट भी कर पा रहा हूं जिससे ब्लॉग बनाया गया था। दिक्कत लॉगिन की नहीं,चंद टैब/विकल्प के गायब हो जाने की है।
हटाएंआपकी नायाब पोस्ट और लेखनी ने हिंदी अंतर्जाल को समृद्ध किया और हमने उसे सहेज़ कर , अपने बुलेटिन के पन्ने का मान बढाया उद्देश्य सिर्फ़ इतना कि पाठक मित्रों तक ज्यादा से ज्यादा पोस्टों का विस्तार हो सके और एक पोस्ट दूसरी पोस्ट से हाथ मिला सके । रविवार का साप्ताहिक महाबुलेटिन लिंक शतक एक्सप्रेस के रूप में आपके बीच आ गया है । टिप्पणी को क्लिक करके आप सीधे बुलेटिन तक पहुंच सकते हैं और अन्य सभी खूबसूरत पोस्टों के सूत्रों तक भी । बहुत बहुत शुभकामनाएं और आभार । शुक्रिया
जवाब देंहटाएंवापस ओल्ड इंटरफेस पर जाकर देखिये,शायद ठीक हो जाए,,सम्पर्क करे,,शायद मदद कर सकू,,,,,
जवाब देंहटाएंRECENT POST काव्यान्जलि ...: आदर्शवादी नेता,
पुरान वर्जन प्रयोग करे ठीक हो जाऐगा। नया भी शानदार हे थोड़ा समय लेगा समझने में
जवाब देंहटाएंजल्दी ही ठीक हो आपका प्रोग्राम ... शुभकामनायें ...
जवाब देंहटाएंपुराना ब्लाग इन्टफेस इस्तेमाल करे हो जायेगा शायद और इस समस्या का ईलाज मैने भी पूछा है आपको मेल कर दूगा पता लगने पर आप वनीत नागपाल जी से सम्पर्क कर सकते है वे इसे जरूर हल कर देगे उनका पता cityjalalabad.blogspot.com
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