क्या आप मेट्रो में बैठे होते हैं और आपके आसपास खड़े व्यक्ति नाक सिकोड़ रहे होते हैं? तो सावधान हो जाएं। यह आपकी समस्या है जो उनके लिए भी मुश्किल पैदा कर रही है। आपके शरीर से आने वाली बदबू उन्हें परेशान कर रही है और आप भीड़ में भी अकेले पड़ रहे हैं। इस गर्मी में बदबू से मुक्ति के लिए आप क्या कर सकते हैं, बता रही हैं त्वचा विशेषज्ञ डॉ. वंदना चत्रथः
नताशा कोहली ने हाल ही में एक मल्टी नेशनल कंपनी ज्वाइन की है। जल्द ही वह चर्चा का विषय बन गई। लेकिन इस चर्चा का कारण उनका कोई बड़ा काम नहीं बल्कि उसके शरीर से आने वाली बदबूदार गंध है। ऑफिस में कोई भी उसके पास ज्यादा देर तक रुकना नहीं चाहता। कहीं आपके साथ भी ऐसी स्थिति तो नहीं! अगर हां तो सावधान हो जाएं। इस गर्मी में बदबू से बचाव के लिए उपाय जरूर अपनाएं।
इस बदबू का कारण है चिलचिलाती गर्मी। बढ़ते सामाजिक दायरे के साथ ही सफाई और स्वच्छता जरूरी हो जाती है। शरीर की बदबू के साथ-साथ गंदी सांसें और मैले नाखून भी आपके सामाजिक जीवन को खतरे में डाल सकते हैं।
पसीने का असर
गर्मियों में पसीने का असर सबसे बुरा होता है। इससे और कई समस्याएं पैदा होती हैं जिनमें खुजली, जलन आदि प्रमुख हैं। पसीने के साथ ही शरीर की बदबू भी जुड़ी होती है जो आपकी स्वच्छता पर भी प्रश्न चिन्ह लगा देती है। इससे जीवन में असहजता आ जाती है। जब आप गर्म या नमी वाले मौसम में निकलते हैं या जब कसरत या कोई और भारी काम करते हैं तो आपकी त्वचा के स्वेट ग्लांड्स सीमा से अधिक पानी स्नवित करने लगते हैं, जिसे आमतौर पर पसीना कहा जाता है। यह हमारे शरीर से विषाक्त पदार्थ निकलने का भी तरीका होता है। इसलिए यह हमारे शारीरिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।
अधिक पसीना है समस्या
डॉक्टरों के मुताबिक अधिक पसीना आना मेडिकल समस्या है, जिसे हाइपर हाइड्रोसिस कहा जाता है। जब पसीने की अधिकता हाथ, पैर और बगल में दिखने लगे तो इसे इमरी या फोकल हाइपर हाइड्रोसिस कहते हैं। यह अनुवांशिक होती है।
बहुत अधिक पसीना आना हाइपर हाइड्रोसिस की वह स्थिति है जिसमें थायरॉयड ग्लैंड बहुत अधिक थायरॉयड हार्मोन बनाने लगते हैं। ये बीमारी के शुरुआती लक्षण हैं। इस स्थिति में संभव है कि पसीना किसी स्थान विशेष पर या फिर सारे शरीर में आये। यह तभी संभव है जब व्यक्ति किसी भावनात्मक, तनाव और आघात पहुंचाने वाले हालात से गुजर रहा हो।
महिलाओं की समस्या
महिलाओं में रजोनिवृति के दौरान भी अत्याधिक पसीना आता है। मेनोपॉज स्वेटिंग सिर्फ बदलाव का सूचक है, जिसका कारण पिट्यूटेरी ग्लैंड और ओवेरियन हार्मोन्स का संबंध होता है। उन दिनों पसीना आना शरीर में ओवेरियन हार्मोन के घटने से होने वाले हार्मोनल असंतुलन का सूचक है। यह बदलाव हर व्यक्ति में अलग तरह के होते हैं, पर अधिकतर महिलाएं मासिक धर्म के दौरान पसीना आने का अनुभव करती हैं।
थोड़ी चिंता है जरूरी
पसीने से उत्पन्न हुई बेचैनी शारीरिक कम, लेकिन मानसिक असर ज्यादा डालती है। यह शायद ही कभी किसी गंभीर मेडिकल हालात या बीमारी से जुड़ी होती है। हालांकि कभी-कभी बहुत अधिक पसीना आना जीवन के लिए खतरे की निशानी होता है जैसे आघात।
इसमें हम जो कपड़े पहनते हैं, जो भोजन खाते हैं, वे बहुत महत्वपूर्ण रोल निभाते हैं। कसैला भोजन जैसे प्याज, लहसुन और शराब बहुत अधिक पसीना आने का कारण बनते हैं। सही हेल्थ डाइट और रेगुलर एक्सरसाइज से आपके शरीर का सकरुलेशन सुधरता है और आपको शांत बने रहने में सहायता देता है।
बदबू से बचने के लिए
- भारी कसरत करने के बाद स्नान जरूर करना चाहिए, क्योंकि इससे आप गंदे और पसीने वाले हो जाते हैं। स्नान के दौरान नरम साबुन या शरीर पर जैल का उपयोग करें ताकि त्वचा में सूखापन न आए।
- शरीर की बदबू से निजात पाने का एक और सामान्य उपाय है डिओडरेन्ट या टेलकम पाउडर का प्रयोग। लेकिन ये उपाय तभी कारगर होंगे, जब पसीने की समस्या मध्यम स्तर की हो।
- बहुत अधिक पसीना आने में बोटॉक्स तकनीक से भी लाभ उठाया जा सकता है। बगलों में बहुत अधिक पसीना आने और प्राइमरी हाइपरहाईडोसिस के उपचार के लिए बोटॉक्स एफडीए से मान्य उपचार है।
- दवाओं की बात करें तो एंटीकोलिनरेजिक्स दवा से स्वेट ग्लैंड्स की उत्तेजना से बचा जा सकता है। हालांकि यह कुछ मरीजों पर कामयाब रहा है, लेकिन इस दवा पर बहुत अधिक अध्ययन नहीं हुआ है।
- बीटा-ब्लॉकर्स या बेनजोडियाजेपाइन्स से तनाव-संबंधी पसीने को कम किया जा सकता है।
- शरीर को साफ और निरोगी रखने के लिए भोजन के साथ-साथ अपना विशेष खयाल रखना चाहिए। हाइपरहाइड्रोसिस को सेल्फ केयर की दैनिक आदतों के साथ ही मेडिकल सहायता की भी जरूरत है।
- बहुत अधिक पसीना आने पर मेडिकल सहायता लेनी चाहिए(हिंदुस्तान,दिल्ली,30.5.12)।
बहुत ही बढिया जानकारी राधारमण जी । गर्मियों में तो ये समस्या बहुतों के काफ़ी बढ जाती है
जवाब देंहटाएंबढ़िया जानकारी ,,,,
जवाब देंहटाएंRECENT POST ,,,, काव्यान्जलि ,,,, अकेलापन ,,,,
गर्मी के मौसम के लिए बहुत ही अच्छी जानकारी है और ये समस्या बहुत है लोगों को |
जवाब देंहटाएंबढ़ती उम्र के बच्चों में ये समस्या आम है...दिन भर खेलते जो रहते हैं वो....
जवाब देंहटाएंशुक्रिया सर.
बढ़िया जानकरी दी आपने..
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया जानकारी .....पसीने से तो नहीं पर उसकी बदबू से निजात ज़रूर मिलेगी
जवाब देंहटाएंउपयोगी प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंसादर आभार।
बहुत ही अच्छी जानकारी ।
जवाब देंहटाएंबहुत ही उम्दा जानकारी के लिये धन्यवाद
जवाब देंहटाएंयुनिक तकनीकी ब्लाग
पसीना भी एक मुसीबत बन जाता है । महिलाओं में भी बहुत कष्टदायक होता है । निवारण ज़रूरी है ।
जवाब देंहटाएंइस भीषण गरमी के मौसम में काफी लाभदायक है यह पोस्ट !
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार !