गुरुवार, 3 मई 2012

पेट के लिए वरदान है त्रिफला

आंवला, बहेड़ा और हरड़ से तैयार त्रिफला अपने खास गुणों के कारण जाना जाता है। त्रिफला को पाउडर के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। जड़ी-बूटी के गुणों वाले त्रिफला में पोषण और बड़ी मात्र में विटामिन सी मौजूद रहता है। इसके अलावा औषधीय गुणों से युक्त त्रिफला के सेवन से कई तरह की तकलीफें दूर हो जाती हैं। 

-अध्ययन में यह बात सामने आई है कि त्रिफला रक्त संचार को ठीक रखने के साथ ही कोलेस्ट्रोल को कम करता है। 

-यह उच्च रक्तचाप को कम करने में मदद करता है और पाचन सुधारता है। 

-त्रिफला में एंटीआक्सिडेंट के गुण पाए जाते हैं। इसमें एलर्जी और एचआईवी विरोधी गुण भी पाए जाते हैं।

-यह एनीमिया से जुड़ी तकलीफ, थकान और पाचन में होने वाली कठिनाई को दूर करता है। 

-त्रिफला निमोनिया, तपेदिक और एड्स जैसे रोगों में भी लाभदायी होता है। 

-आंखों से जुड़ी समस्याओं में भी त्रिफला कारगर साबित होता है। एक कटोरी पानी में एक चम्मच त्रिफला को दो घंटे तक छोड़ दें। उसके बाद उसे कपड़े से छान कर पानी से आंखों को धो लें। 

-यह पानी आंखों के लिए फायदेमंद होता है। 

-त्रिफला के काढ़े से घाव को धोने से घाव जल्दी भर जाता है। 

-इसके सेवन से कब्ज की शिकायत दूर होती है। इसके लिए त्रिफला को रात में गरम पानी के साथ लें। 

-असमय बाल सफेद होने की समस्या से मुक्ति मिलती है(प्रज्ञा पाण्डेय,हिंदुस्तान,दिल्ली,25.4.12)।

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