शुक्रवार, 4 मई 2012

जरूर खाएं मेवे

मेवे सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। यह शरीर को जरूरी पोषक तत्व तो उपलब्ध कराते ही हैं, ऊर्जा भी प्रदान करते हैं। इससे शरीर कई रोगों से मुक्त रहता है। एस्कॉर्ट हार्ट हॉस्पिटल के डॉ. एम. एस. जैन का कहना है कि सेहत के लिए संतुलित और नियमित खान-पान तो महत्वपूर्ण है ही, मेवे भी बहुत जरूरी हैं। नीलम कोठारी का आलेखः 

अधिकांश लोगों को मेवों के प्रति भ्रम है कि मेवे गरम होने की वजह से मोटापे और हाईब्लड प्रेशर का कारण बनते हैं। ऐसे भ्रम तो लोगों को मेवों से और दूर करते हैं। मेवों में वसा की मात्र होती है। इसलिए वसा के कारण मेवों का सेवन मोटापा बढ़ाता है। इसलिए यह भ्रम तोड़ना होगा कि मेवे वसा की मात्र के कारण हानिकारक होते हैं। ये हानिकारक कतई नहीं होते, जब तक कि उचित मात्र व उचित ढ़ंग से लिए जाए। 

सेहत के हिसाब से बादाम: 
सूखे मेवे में सेहत के हिसाब से सबसे अधिक फायदेमंद बादाम होता है। अमेरिका के हार्ट एसोसिएशन नाम की संस्था ने बादाम को मोनोअनसैचुरेटेड फैट्स की मात्र के कारण कोलेस्ट्रोल की मात्र को कम करने का सबसे अच्छा मेवा बताया है। बादाम मस्तिष्क की सक्रियता और याददाश्त बढ़ाने में सहायक होता है। बादाम कब्ज के रोगियों के लिए भी उपयोगी होता है। 

काजू: 
यह भी कोलेस्ट्रोल को रोकने में उपयोगी होता है क्योंकि इसमें भी 65 प्रतिशत मोनोअनसैचुरेटेड फैट्स की मात्र होती है। काजू खासकर महिलाओं के लिए उपयोगी होता है, क्योंकि इसमें मोनोअनसैचुरेटेड फैट्स की मात्र महिलाओं को होने वाली ब्रैस्ट केंसर की बीमारी को नियंत्रित रखती है। 

पिस्ता: 
पिस्ता स्वाद में लाजवाब होने के साथ-साथ सेहत के लिए भी उतना ही फायदेमंद है। नियमित रूप से इसका सेवन करने से हृदय और दिल संबंधी रोगों की आशंका कम होती है। पिस्ता व अन्य मेवों में उपलब्ध फाइबर खाना पचाने में सहायक होता है। 

किशमिश: 
इसमें उपलब्ध एंथोयायनिन गैस संबंधित रोगों को दूर करता है। फ्रांस में किए एक अध्ययन के अनुसार किशमिश खाने से आंखों से संबंधित बीमारियां दूर होती हैं और मधुमेह जैसे रोगों की आंशका कम होती है। अखरोट: अखरोट सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। प्रतिदिन आहार में पांच अखरोट शामिल कर सकते हैं। अखरोट में उपस्थित वसा और ग्लूकोज डायबिटिज से पीड़ित लोगों में इंसुलिन की स्थिरता बनाए रखता है । 

कैसे करें सेवन 
मेवे प्रोटीन, विटामिन और ताकत से भरपूर होते हैं। जहां आपको स्नैक्स में दो से चार ग्राम प्रोटीन मिलता है, वहीं काजू, बादाम, मूंगफली जैसे तमाम सूखे मेवों में इससे दस गुना ज्यादा प्रोटीन मिलता है। इसलिए मेवे खाना स्नैक्स की अपेक्षा अधिक उपयोगी है। 

हर रोज सिर्फ एक मुठ़्ठी 
मेवों को तलने या भुनने से उनकी पौष्टिकता कम हो जाती है। इसलिए उनका इस्तेमाल बिना तले, भूने ही करें। मेवों को बिना नमक के ही खाएं। नमक में मेवे मिलाकर खाने से मेवे में कैलोरी मात्र बढ़ जाती है। मेवे को हमेशा फीका ही खाएं। उसके साथ किसी अतिरिक्त कैलोरी की जरूरत नही है(हिंदुस्तान,दिल्ली,25.4.12)।

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