शुक्रवार, 30 मार्च 2012

खान-पान और प्रतिरोधक क्षमता

बदलते मौसम में हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है, जिससे बीमारियों का हमला शुरू हो जाता है। लेकिन अगर आप अपनी इस क्षमता को थोड़ा मजबूत कर लें तो आप बन जाएंगे रॉकस्टार, यानी चट्टान से मजबूत.. इतने स्वस्थ कि बीमारी आपसे मीलों दूर रहने में अपनी खैर समझे। ऐसा कैसे करें, यही बता रहे हैं प्रसन्न प्रांजलः 

 बदलता मौसम कई मौसमी बीमारियों को साथ लेकर आता है। यह हम सभी जानते हैं। फिर भी हम बीमार हो जाते हैं। आप अक्सर सोचते हैं कि काश कोई ऐसा उपाय होता कि हम बीमार ही नहीं होते। आपको पता है कि आप बीमार क्यों होते हैं? दरअसल बीमार होने के पीछे सबसे प्रमुख कारण है आपके शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यून सिस्टम) का कमजोर होना। जैसे ही आपका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है यह रोगों का डटकर सामना नहीं कर पाता और इस स्थिति में आप बीमार हो जाते हैं। अगर आप अपनी रोग-प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर ही न होने दें, तो बीमार होने का सवाल ही पैदा नहीं होता। आज हम आपसे कुछ ऐसी चीजों पर बात करते हैं, जिन्हें अपने भोजन में शामिल कर आप अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत बना सकते हैं और हमेशा स्वस्थ रह सकते हैं। 

लहसुन 
हर रसोई में पाया जाने वाला लहसुन बड़े काम का है। लहसुन के लाभदायक गुणों का उल्लेख हमारे आयुर्वेद और पुराणों में भी है और आज भी डॉक्टर इसकी खूबियों के मुरीद हैं। बीएल कपूर हॉस्पिटल के डॉ. आंचल अग्रवाल के अनुसार लहसुन में सल्फर पाया जाता है जो रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का काम करता है। यह एंटिबायोटिक्स का काम करता है और कई बीमारियों से बचाने में मदद करता है। 

मशरूम 
मशरूम सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। डायटीशियन सुषमा कुमारी के अनुसार अच्छे स्वास्थ्य के लिए मशरूम का सेवन बेहद जरूरी है। मशरूम व्हाइट ब्लड सेल (डब्ल्यूबीसी) को बढ़ाने का काम करता है। डब्ल्यूबीसी हमारे लिए बेहद जरूरी है। हमारे शरीर में प्लेटलेट्स बनाने और इम्यून सिस्टम बढ़ाने का काम डब्ल्यूबीसी ही करता है। इसलिए नियमित रूप से मशरूम का सेवन करें। 

गाजर 
केआरवी हेल्थकेयर की एमडी ड़ॉ. रिदवाना सनम के अनुसार गाजर में विटामिन ए पाया जाता है। यह आपके शरीर में विटामिन ए की कमी को पूरा करता है और इंफेक्शन आदि से लड़ने में मदद करता है। साथ ही साथ आपके शरीर को हमेशा तरोताजा रखने का काम भी करता है। 

चुकंदर 
चुकंदर हमारे शरीर के लिए उतना ही जरूरी है जितना कि गाजर या मशरूम। चुकंदर हमारे शरीर में रक्त को बढ़ाने का काम करता है। रेड ब्लड सेल (आरबीसी) को बढ़ाने में चुकंदर काफी मदद करता है। आरबीसी की वजह से ही हमारे खून का रंग लाल होता है। आरबीसी के बगैर मानव जिन्दा नहीं रह सकता है। इस आरबीसी को संतुलित रखना बेहद जरूरी है। 

हरी सब्जियां 
हरी सब्जियों के बगैर आपका आहार संतुलित हो ही नहीं सकता। हरी सब्जियां तो ऐसा रामबाण हैं जो हर मौसम, हर पल, हर दिन आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाती और तरोताजा रखती हैं। हरी सब्जियों में कई तरह के विटामिन और प्रोटीन पाए जाते हैं। ये सभी रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और आपको स्वस्थ रखने का काम करते हैं। अपने भोजन की थाली में हरी सब्जियों को ज्यादा सें ज्यादा जगह दें। ताजा हरी सब्जियों का ही इस्तेमाल करें। 

मौसमी फल 
मौसमी फल के बगैर आप स्वस्थ रहने के बारे में सोच भी नहीं सकते। जितना जरूरी आपके लिए चावल-दाल और रोटी है, उससे कई गुणा ज्यादा जरूरी हैं मौसमी फल। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सहायक महासचिव डॉ. रवि मलिक के अनुसार, इस मौसम में गहरे रंग वाले फल नियमित रूप से खाना चाहिए। संतरा, पपीता, अमरूद, सेब, अंगूर, अनार आदि फलों में कई तरह के विटामिन और एन्टी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो आपके शरीर के लिए बेहद जरूरी है। 

दही 
डायटीशियन सुषमा के अनुसार दही में लैक्टोबैसिल्स नामक बैक्टीरिया पाया जाता है जो हमारे शरीर के लिए बेहद लाभदायक है। यह आपके खाने को पचाने का काम करता है। स्वस्थ रहने के लिए यह बेहद जरूरी है कि आपका खाना सही तरह से पच जाए। जब भोजन का उचित प्रकार से पाचन होगा, तभी यह आपके शरीर के लिए फायदेमंद होगा। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने भोजन को डाइजेस्ट करने और शरीर के लिए लाभदायक बैक्टीरिया लैक्टोबिसल्स को बढ़ाने के लिए दही का सेवन करें। 

स्वच्छ पानी 
डॉ. रवि मलिक के अनुसार स्वस्थ शरीर के लिए स्वच्छ पानी अतिआवश्यक है। पानी की वजह से कई तरह के संक्रमण और बीमारियों का सामना करना पड़ता है। गंदा पानी शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को कम कर देता है। इसलिए हमेशा स्वच्छ पानी ही पिएं और ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की कोशिश करें। प्रतिदिन कम से कम 5 से 6 लीटर पानी निश्चित ही पिएं। 

इन्हें न खाएं तो बेहतर 

ज्यादा मीठा 
कुछ मीठा हो जाए.. ये तो चलता है, लेकिन ज्यादा मीठा खाना ठीक नहीं। ज्यादा मीठा खाने से आपके शरीर में इंसुलिन की मात्र बढ़ जाएगी जो इम्यून सिस्टम को प्रभावित कर सकती है। कोल्ड ड्रिंक, जैम, मिठाई आदि कम से कम खाएं। 

फास्ट फूड 
पिज्जा, बर्गर जैसे फास्ट फूड का ज्यादा सेवन आपके शरीर के लिए ठीक नहीं है। इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है और मोटापे की आशंका अत्यधिक रहती है। 

ज्यादा तेल-मसाले 
कभी भी ज्यादा तेल-मसाले न खाएं। यह कभी भी आपको हेल्दी नहीं बनाते, बल्कि आपके सेहत का नुकसान ही करते हैं(हिंदुस्तान,दिल्ली,28.3.12)।

7 टिप्‍पणियां:

  1. बढ़िया आलेख परम्परा गत थाली की याद दिलाता हुआ .आज भी गुजराती थाली में यह सब कुछ है और अब सलाद भी परोसा जाने लगा है चुकंदर खीरा प्याज हरी मिर्च .हरी सब्जियां ,दाल चावल ,मीठी रोटी ,बासुंदी ,फलों का रायता सब कुछ .

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  2. Nice .
    http://sufidarwesh.blogspot.in/2012/03/god-hears.html#!/2012/03/god-hears.html

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  3. आप के नए विषय का इंतजार रहता है |

    आज प्रत्यक्षत: मेरे फायदे की चीज ।।

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  4. सेहतमंद जानकारी हेतु आभार..............

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  5. पारंपरिक खाद्य पदार्थों की महत्ता स्थापित करता उपयोगी प्रस्तुति...
    सादर आभार।

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  6. बहुत बढ़िया प्रस्तुति!
    घूम-घूमकर देखिए, अपना चर्चा मंच
    लिंक आपका है यहीं, कोई नहीं प्रपंच।।
    आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल शनिवार के चर्चा मंच पर भी होगी!
    सूचनार्थ!

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  7. बहुत उपयोगी जानकारी...आभार

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