गुरुवार, 8 मार्च 2012

पक्के रंगों को छुड़ाने के कुछ ख़ास नुस्ख़े

होली का रंगीला त्यौहार पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। होली रंग और हुड़दंग का त्यौहार है। पहले यह बसंती त्यौहार प्राकृतिक रंगों के साथ मनाया जाता था लेकिन आजकल मार्केट में मिलने वाले रंगों में कई तरह के केमिकल मिले रहते हैं। इसी कारण रंग आसानी से निकलते नहीं हैं और वह हमारी स्किन को खराब कर देते हैं। यूं तो रंग निकालने के लिए सभी कई तरह के नुस्खे अपनाते हैं। लेकिन कुछ नुस्खे ऐसे हैं जो आपकी स्किन को खराब होने से बचाएंगें । 

- होली खेलने से पहले खासतौर पर अपने हाथ-पैर, चेहरे, बालों और शरीर पर अच्छे से नारियल या सरसों का तेल या कोई लोशन लगा लें। 

- आंखों में रंग या गुलाल गिरने पर आंखें तुरंत ठंडे पानी से धोएं ध्यान रखें कि आंखों को ज्यादा मसले नहीं। इससे जलन होने लगेगी। गुलाब जल डालें। आराम मिलेगा। 

- नहाने के लिए मुल्तानी मिट्टी का प्रयोग कर सकते हैं। त्वचा पर भिगोई हुई मुल्तानी मिट्टी लगाएं और थोड़ी देर सूखने दें। फिर उसे धो लें। इससे रंग छुड़ाने में काफी मदद मिलेगी। 

- बेसन, मीठा तेल और मलाई को पानी में मिलाकार पेस्ट बना लें। इसे शरीर पर लगा लें और सुखने के बाद धो लें। 

- सबसे पहले कपड़ों और सिर से जितना सूखा रंग निकाल सकते हैं, निकाल दें। उसके बाद सूखे, मुलायम कपड़े से रंग साफ कर लें। रंग को आहिस्ता से छुड़ाएं ज्यादा जोर से रगडऩे पर त्वचा में जलन होने लगती है और अधिक रगड़ से त्वचा छिल भी जाती है। 

- नींबू का रस और दही मिलाकर पेस्ट बनाएं और इसे लगाएं, फिर नहा लें। इससे भी रंग उतर सकता है। 

- नारियल के तेल या दही से त्वचा को धीरे-धीरे साफ कर सकते हैं। 

- सिर से कलर निकालने के लिए बेसन या दही-आंवले (एक रात पहले भिगोकर रखे आंवले) से भी सिर धो सकते हैं। इसके बाद बालों में शेंपू करें। 

- नहाने के बाद त्वचा रुखी हो जाती है ऐसे में चेहरे पर मॉइश्चराइजर और हाथ-पैरों में बॉडी लोशन लगाएं या सबसे अच्छा है घरेलू उबटन का भी उपयोग करें। बस फिर हो जाइए तैयार जमकर होली खेलने के लिए...होली के रंगों के साथ अपनी खुशियों को दोगुना करने के लिए। शुकानाएं(दैनिक भास्कर,उज्जैन,6.3.12)।

5 टिप्‍पणियां:

  1. पेट भर खा लेने के बाद ये हाजमें की गोली भी बड़ी ज़रूरी है

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  2. holi ki shubh kamanaye....
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  3. होली की हार्दिक शुभकामनाएँ .

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  4. जबसे भीतर के रंग अच्छे लगने लगे है बाहर के रंगों से खेलना ही बंद हो गया है !
    बचपन में बड़ा मजा आता था रंग खेलने का, रंग छुड़ाने का अब तो बरसो बीत गए रंगों से खेलते !

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