हमारे देश मे कुछ सब्जियां लोग बड़े ही चाव से खाते और खिलाते हैं ,अर्थात खुद तो फायदे लेते ही हैं ,औरों के स्वास्थ्य का ध्यान भी रखते हैं। अगर आए कोई मेहमान आपके घर में, तो आप इसकी सब्जी बनाना न भूलें, बड़ा सरल नाम है ,लौकी। अंग्रेजी में बाटल गार्ड के नाम से प्रचलित इसके बारे में कहा जाता है, कि मनुष्य द्वारा सबसे पहले उगाई गयी सब्जी लौकी ही थी। प्रोटीन,फाइबर ,मिनरल,कार्बोहाइड्रेट से भरपूर इसके औषधीय गुणों का बखान कर रहे हैं डाक्टर नवीन जोशी -
-इसे उबाल कर कम मसालों के साथ सब्जी बनाकर खाने पर यह मूत्रल (डायूरेटीक), तनावमुक्त करनेवाली (सेडेटिव) और पित्त को बाहर निकालनेवाली औषधि है।
-अगर इसका जूस निकालकर नींबू के रस में मिलाकर एक गिलास की मात्रा में सुबह सुबह पीने से यह प्राकृतिक एल्कलाएजर का काम करता है ,और कैसी भी पेशाब की जलन चंद पलों में ठीक हो जाती है।
-अगर डायरिया के मरीज को केवल लौकी का जूस हल्के नमक और चीनी के साथ मिलकर पिला दिया जाय तो यह प्राकृतिक जीवन रक्षक घोल बन जाता है।
-लौकी के रस को सीसम के तेल के साथ मिलाकर तलवों पर हल्की मालिश सुखपूर्वक नींद लाती है।
-लौकी का रस मिर्गी और अन्य तंत्रिका तंत्र से सम्बंधित बीमारियों में भी फायदेमंद है।
-अगर आप एसिडीटी,पेट क़ी बीमारियों एवं अल्सर से हों परेशान, तो न घबराएं बस लौकी का रस है इसका समाधान।
- केवल पर्याप्त मात्रा में लौकी क़ी सब्जी का सेवन पुराने से पुराने कब्ज को भी दूर कर देता है।
तो ऐसी लौकी ,जिसके औषधीय प्रयोग के बाद भी संगीत प्रेमियों द्वारा वाद्ययंत्र के रूप में और साधुओं द्वारा कमंडल के रूप में किया जानेवाला प्रयोग ,इसकी महत्ता का एहसास दिलाते है। तो लौकी इस नाम क़ी सब्जी को इसके नाम से हल्का न समझें, इसके गुण बड़े भारी हैं ,लेकिन शरीर पर प्रभाव बड़ा ही हल्का और सुखदाई है।
अपने देश में खाने को मसालेदार और स्वादिष्ट बनाने के लिए अनेक तरह के मसालों के साथ ही प्याज, लहसुन, अदरक, हरीमिर्च और धनिया आदि डालकर खाने को जायकेदार बनाया जाता है। स्वाद बढ़ाने वाली इन चीजों में कई ऐसे रासायनिक तत्व होते हैं, जो सेहत के लिये वरदान से कम नहीं। क्योंकि ये वस्तुएं शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को इतना अधिक बढ़ा देती हैं कि उस पर बीमारियां का असर होता ही नहीं। कहते हैं प्याज का तड़का खाने का स्वाद कई गुना बढ़ा देता है। लेकिन प्याज सिर्फ खाने के स्वाद को ही नहीं बढ़ाता यह बहुत अधिक गुणकारी भी है। आइए आज हम आपको बताते हैं प्याज के कुछ ऐसे प्रयोग जिन्हें अपनाकर आप भी कई गंभीर समस्याओं से मुक्ति पा सकते हैं-
-प्याज को काटकर सूंघने से सिर का दर्द ठीक होता है।
- जो खाली पेट रोज सुबह प्याज खाते हैं उन्हें किसी प्रकार की पाचन समस्यायें नहीं होती और दिनभर ताजगी महसूस करते हैं।
-मासिक धर्म की अनियमितता या दर्द में प्याज के रस के साथ शहद लेने से काफी लाभ मिलता है। इसमें प्याज का रस 3-4 चम्मच तथा शहद की मात्रा एक चम्मच होनी चाहिए।
- गर्मियों में प्याज रोज खाना चाहिए। यह आपको लू लगने से बचाएगा।
-प्याज का रस और सरसों का तेल बराबर मात्रा में मिलाकर मालिश करने से गठिया के दर्द में आराम मिलता है।
प्याज के 3-4 चम्मच रस में घी मिलाकर पीने से शारीरिक शक्ति बढ़ती है।
-प्याज के रस में चीनी मिलाकर शर्बत बनाएं और पथरी से पीडि़त व्यक्ति को पिलाएं। इसे प्रात: खाली पेट ही पिएं। मूत्राशय की पथरी छोटे-छोटे कणों के रूप में बाहर निकल जाएगी। लेकिन ध्यान रहे, एक बार में इसका बहुत अधिक सेवन न करें।
-बवासीर में प्याज के 4-5 चम्मच रस में मिश्री और पानी मिलाकर नियमित रूप से कुछ दिन तक सेवन करने से खून आना बंद हो जाता है।
-घाव में नीम के पत्ते का रस और प्याज का रस समान मात्रा में मिलाकर लगाने से शीघ्र ही घाव भर जाता है।
-प्याज के रस में दही, तुलसी का रस तथा नींबू का रस मिलाकर बालों में लगाएं। इससे बालों का गिरना बंद हो जाता है और रूसी की समस्या से भी निजात मिलती है(दैनिक भास्कर,उज्जैन,15.10.11)।
-संगीता स्वरूप जी का अनुभव है कि यदि कोई कांटा चुभ कर शरीर में ही रह गया हो तो वहाँ प्याज़ को कद्दूकस कर बाँध लें। कांटा अपने आप एक दिन बाद बाहर आ जायेगा
-प्याज के रस में दही, तुलसी का रस तथा नींबू का रस मिलाकर बालों में लगाएं। इससे बालों का गिरना बंद हो जाता है और रूसी की समस्या से भी निजात मिलती है(दैनिक भास्कर,उज्जैन,15.10.11)।
-संगीता स्वरूप जी का अनुभव है कि यदि कोई कांटा चुभ कर शरीर में ही रह गया हो तो वहाँ प्याज़ को कद्दूकस कर बाँध लें। कांटा अपने आप एक दिन बाद बाहर आ जायेगा
धन्य-धन्य यह मंच है, धन्य टिप्पणीकार |
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति आप की, चर्चा में इस बार |
सोमवार चर्चा-मंच
http://charchamanch.blogspot.com/
्बहुत बढिया जानकारी।
जवाब देंहटाएंलौकी मनुष्य द्वारा उगाई जाने वाली पहली सब्जी थी, यह नई जानकारी थी मेरे लिए।
जवाब देंहटाएंबाबा रामदेव के कारण लौकी के गुणों से परिचित तो थे आज तो लौकी के साथ-साथ प्याज के गुणों से भी परिचय हुआ।
तभी तो बाबा रामदेवजी लौकी के गुण गाते नही थकते । प्याज वाली जानकारी भी अच्छी ।
जवाब देंहटाएंमानवोपयोगी जरूरी जानकारी देने हेतु धन्यवाद।
जवाब देंहटाएंलौकी और प्याज़ के बारे में बहुमूल्य जानकारी मिली ..
जवाब देंहटाएंप्याज़ का एक गुन यह भी है ....
यदि कोई कांटा चुभ कर शरीर में ही रह गया हो ..वहाँ प्याज़ को कद्दूकस कर बाँध लें ..कांटा अपने आप एक दिन बाद बाहर आ जायेगा .... यह आज़माया हुआ नुस्खा है :)
लौकी और प्याज के गुणों से अवगत कराने के शुक्रिया.
जवाब देंहटाएंPyaaj saririk sakti ko badhata hai.
जवाब देंहटाएंMe abhi 22 saal ka hun or 12 saal se khane ke sath salad me pyaaj jaroor khata hun. Mere ristedar or dost mujhe pyaj ka dusman bhi kahte hain... Sayad isi ki vajah se me 105 bukhar me bhi cricket khel leta hunn....
Agar kuch chane or ek pyaj (fodkar) raat ko pani me bhigo di jaye r subah iska sevan kiya jaye to yaha srir me stamina badhata hai wo bhi gajab tarike se.
Jai hind jai bharat
jeevan mein pyaz ka prayog adhik karein, it is good for health.
जवाब देंहटाएंBahut accha kha hai aap ne ....
जवाब देंहटाएंHamare gale me 1 saal we kharas rehata hai Maine kitne bar doctor se dikhaya lekin thik nahi hua please hame koi dawa bateae
जवाब देंहटाएंPlease thora jaldi qki mai bahut paresan hu gale ki kharas se
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