शरीर में रक्त की कमी होने वाला रोग एनीमिया ऐसी स्वास्थ्य समस्या है जिसकी अधिकांश महिलाएं शिकार हो जाती हैं। आंखों के नीचे घेरे, थकान आदि इसके लक्षण हैं।
हमारे शरीर को हेल्दी व फिट रहने के लिए अन्य पोषक तत्वों के साथ काफी मात्र में आयरन की जरूरत होती है, क्योंकि आयरन ही हमारे शरीर में रेड ब्लड सेल्स (लाल रक्त कोशिकाओं) का निर्माण करता है। ये कोशिकाएं ही शरीर में हीमोग्लोबिन बनाने का काम करती हैं। हीमोग्लोबिन फेफड़ों से ऑक्सीजन लेकर रक्त में ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करता है। इसलिए आयरन की कमी का अर्थ है शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी और हीमोग्लोबिन की कमी का अर्थ है शरीर में ऑक्सीजन की कमी। ऑक्सीजन की कमी की वजह से कमजोरी और थकान महसूस होती है और इसी स्थिति को एनीमिया कहते हैं।
एक स्वस्थ महिला के शरीर में हीमोग्लोबिन का सामान्य स्तर 11 ग्राम माना गया है। अगर स्तर 9 से 7 ग्राम हो तो यह माइल्ड एनीमिया होता है, जो डाइट में बदलाव लाने से ठीक हो जाता है। यह स्तर 6 से 4 ग्राम हो तो उसे सीवियर एनीमिया कहा जाता है।
क्या हैं कारण
विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के अनुसार विश्व की कुल आबादी का छठा हिस्सा एनीमिया से ग्रस्त है। अध्ययनों से यह बात सामने आई है कि साठ प्रतिशत महिलाएं एनीमिया की शिकार होती हैं, जबकि प्रेगनेंसी के दौरान 80 प्रतिशत महिलाएं एनीमिया की शिकार होती हैं। महिलाओं में यह समस्या इसलिए ज्यादा पाई जाती है, क्योंकि पर्याप्त पोषण न मिलने की वजह से वे कमजोर हो जाती हैं। वजन कम करने के लिए डाइटिंग कर रही लड़कियां भी इसकी शिकार हो जाती हैं। इसके अलावा पीरियड्स के दौरान ज्यादा ब्लीडिंग होने पर, युट्रस में ट्यूमर, आंतों का अल्सर या पाइल्स हो, तो इनके कारण भी एनीमिया की आशंका बढ़ जाती है। बच्चे को ब्रेस्ट फीडिंग करवाने वाली महिलाओं को भी एनीमिया होने का खतरा रहता है।
कैसे बचें एनीमिया से
संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर डाइट लें। एनीमिया को ठीक होने में कम से कम छह महीने का समय लग जाता है। डाइटीशियन डॉ. रूपाली दत्ता के अनुसार, ‘अगर नॉनवेज खाती हैं तो डाइट में मटन, चिकन और अंडा शामिल करें। इनमें प्रचुर मात्र में आयरन होता है। अगर आप शाकाहारी हैं तो हरी पत्तेदार सब्जियां, सेब, केला, तरबूज, खरबूजा और खजूर अवश्य खाएं। आयरन युक्त डाइट तभी फायदेमंद होती है, जब उसके साथ विटामिन सी का भी सेवन किया जाए। विटामिन सी के लिए अमरूद, आंवला और संतरे का जूस लें।- आयरन सप्लीमेंट्स और प्रोटीनयुक्त डाइट लेने की सलाह भी एनीमिया की शिकार महिलाओं को दी जाती है(सुमन बाजपेयी,हिंदुस्तान,दिल्ली,16.9.11)।
बहुत उपयोगी जानकारी।
जवाब देंहटाएंबढ़िया जानकारी दी है आपने ..
जवाब देंहटाएंbadhiya jaankari.
जवाब देंहटाएंथकान के कई कारणों में से एक है अनिमिया। इससे बचने के लिए उचित खान-पान ज़रूरी है।
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति पर
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई ||
बहुत ही काम की जानकारी , बहुत सी नई बातों का पता चला , शुक्रिया राधारमण जी
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी जानकारी !
जवाब देंहटाएंआभार आपका !
उपयोगी आलेख !
जवाब देंहटाएंअब आपका ब्लोग यहाँ भी आ गया और सारे जहाँ मे छा गया। जानना है तो देखिये……http://redrose-vandana.blogspot.com पर और जानिये आपकी पहुँच कहाँ कहाँ तक हो गयी है।
जवाब देंहटाएं